रांची: झारखंड की राजधानी रांची के अल्बर्ट एक्का चौक पर अलग-अलग अखाड़ों के जुलूस के पहुंचने का काउंट डाउन शुरू हो चुका है. इसका असर रांची की सड़कों पर दिख रहा है. चारों तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है. सड़कों पर इक्की दुक्की गाड़ियां नजर आ रही हैं. अल्बर्ट एक्का चौक जिसे यहां के लोग फिरायालाल चौक भी कहते हैं, उसके चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात हैं. पूरा शहर महावीरी झंडों से पटा हुआ है. शहर के सभी चौक-चौराहों पर अलग-अलग पूजा मंडलों की ओर से स्टेज बनाकर जुलूस के स्वागत की विशेष व्यवस्था की गई है. शाम 4:00 बजे तक अल्बर्ट एक्का चौक से लेकर ओवरब्रिज तक पैर रखने की भी जगह नहीं मिलेगी. इस दौरान दोपहर 1:00 बजे से रात के 10:00 बजे तक एहतियातन बिजली आपूर्ति को बंद कर दिया जाएगा. इस पर्व के सफल आयोजन के लिए पुलिस और प्रशासन की तरफ से रांची में लाखों रुपए खर्च किए गए हैं. हजारों की संख्या में तैनात जवानों के तीन वक्त के खाने, ठहरने, जगह-जगह शिफ्ट के हिसाब से पहुंचाने के लिए गाड़ियों में इंधन, फायर ब्रिगेड और वॉटर कैनन गाड़ियों में इंधन के अलावा जुलूस के दौरान सभी सेंसिटिव इलाकों में पेट्रोलिंग मद में लाखों रुपए खर्च होते हैं. वहीं जिला प्रशासन की तरफ से जगह-जगह बैरिकेडिंग और सुरक्षा उपायों के तहत सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से मॉनिटरिंग के लिए बड़ी राशि खर्च की जाती है.