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रामगढ़: बदहाल सड़क से लोग परेशान, नेता और अधिकारियों से कई बार लगा चुके गुहार

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Published : Oct 5, 2020, 6:28 PM IST

पतरातू प्रखंड के गांव से निकलकर चकाचक फोरलेन सड़क तक पहुंचने से पहले वहां तक का सफर काफी कठिन होता है. यह एक सड़क नहीं है. पतरातू प्रखंड में ऐसी कई सड़कें हैं, जिसे लोग मजबूरी के कारण इस्तेमाल करते हुए मुख्य सड़क पर पहुंचते हैं. ऐसी सड़कें जर्जर और कीचड़ से भरी रहती हैं.

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रामगढ़ में बदहाल सड़क से लोग परेशान

रामगढ़: पतरातू प्रखंड के भदानी नगर थाना क्षेत्र के दर्जनों गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली सड़क का हाल बेहाल है. नेता और अधिकारी के साथ ही क्रशर माफिया की मनमानी और लापरवाही की वजह से सड़क की स्थिति काफी जर्जर और बदहाल है.

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पतरातू प्रखंड के इस गांव से निकलकर चकाचक फोरलेन सड़क तक पहुंचने से पहले वहां तक का सफर काफी कठिन होता है. यह एक सड़क नहीं है. पतरातू प्रखंड में ऐसी कई सड़कें हैं, जिसे लोग मजबूरी के कारण इस्तेमाल करते हुए मुख्य सड़क पर पहुंचते हैं. ऐसी सड़कें जर्जर और कीचड़ से भरी रहती हैं. लादी, चिकोर और पालू समेत कई गांव तक होते हुए फोरलेन मतकमा चौक को जोड़ने वाली यह सड़क करीब दो दर्जन गांव के लोगों के लिए आने-जाने का एकमात्र रास्ता है पर यह सड़क सालों से जर्जर है. कई आंदोलन के बावजूद ग्रामीणों को अच्छी सड़क आज तक नसीब नहीं हो सकी.

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ग्रामीणों ने बताया कि इन सड़कों पर हुए गड्ढे पर बारिश में सड़क तालाब में तब्दील हो जाती हैं. मरम्मत के नाम पर सिर्फ क्रशर माफिया डस्ट गिराकर अपनी गाड़ियों को निकालने के लिए गड्ढे को भरते हैं, जब ट्रैक्टर और हाइवा इस सड़क से गुजरते हैं, तो फिर से हालात वैसे ही हो जाते हैं. मरम्मत के अभाव से सड़कों का हाल बुरा है.

पतरातू प्रखंड की सबसे बड़ी आबादी मानी जाने वाले इलाके में सड़क नहीं रहने से बेटी के विवाह में अड़चन लगी रहती है. कोई भी लड़का-लड़की की शादी विवाह की बात सामने आती हैं तब सड़क को देखते हुए सभी पीछे भाग जाते हैं.

बरसात के मौसम में जिस तरह से सड़क टूटी हैं, उससे कहीं ना कहीं आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है. आए दिन सड़क से गुजरने वाले लोगों पर जान का खतरा बना रहता है. कई नेता और अधिकारी के साथ-साथ चिकोर पालु के आसपास के लगभग 2 दर्जन से अधिक क्रशर की गाड़ियां भी इस सड़क से होकर गुजरती हैं. उसके बाद भी उनका ध्यान इन टूटी सड़कों पर नहीं जाता है. इन लोगों को केवल जैसे भी हो अपना काम निकलना चाहिए, यहां रहने वाले स्थानीय ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. अब तक लोगों को जनप्रतिनिधियों और नेताओं की ओर से केवल आश्वासन ही दिया जाता है. ग्रामीण प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत की जाए नहीं तो आने वाले समय में बड़ी दुर्घटना घट सकती है.

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