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लोहरदगा: प्याज बाजार में पसरा सन्नाटा, व्यापारियों ने जतायी चिंता

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Published : May 24, 2020, 1:33 PM IST

लोहरदगा में इन दिनों लॉकडाउन के कारण प्याज की बिक्री में काफी गिरावट आ गयी है. जिसके कारण व्यापारी और किसानों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

प्याज के दाम में गिरावट
प्याज के दाम में गिरावट

लोहरदगा: जिले में प्याज का उत्पादन काफी भारी मात्रा में होता है. इसको दैनिक खपत के रूप में इसका इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन इन दिनों देश में लगे लॉकडाउन के कारण प्याज की बिक्री में काफी गिरावट आयी है. जिसके कारण किसानों और व्यापारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें आर्थिक नुकसान सहना पड़ रहा है.

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क्या है व्यापारियों का कहना

लोहरदगा में प्याज का उत्पादन तो होता ही है. लगभग हर दिन 20 टन प्याज की औसत खपत है. वर्तमान समय में नासिक के प्याज की कीमत 8 से 10 रुपए प्रति किलो है. जबकि स्थानीय प्याज की कीमत भी 8 रुपए प्रति किलो ही हैं. इसके अलावे नासिक से जो प्याज मंगाया जाता है वो प्याज भी स्टॉक के रूप में लंबे समय तक सुरक्षित रहता है. जिसकी वजह से उसकी मांग भी बनी रहती है. लेकिन समस्या ये है कि कुल मिलाकर ना तो नासिक के प्याज के बिक रहे हैं और ना ही स्थानीय प्याज खरीदे जा रहे हैं.

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लॉकडाउन से ठीक पहले जिन व्यापारियों ने प्याज का स्टॉक मंगाया था, उनको भारी नुकसान हुआ है. प्याज की कीमत नहीं मिल पा रही है. जिस कारण प्याज न सिर्फ खुद आंसू बहा रहा है, बल्कि किसानों और व्यापारियों को भी रोने पर विवश कर रहा है.

कोल्ड स्टोरेज नहीं होने के कारण हो रही समस्या

किसानों के समक्ष बड़ी समस्या यह भी है कि लोहरदगा में कोल्ड स्टोरेज नहीं है. जिसकी वजह से उत्पादित प्याज को किसान सुरक्षित नहीं रख पा रहे हैं. किसानों ने कहा कि अप्रैल और मई के महीने में ही प्याज का ज्यादा उत्पादन होता है. इस पर प्याज को किसान कोल्ड स्टोरेज में सुरक्षित रखकर लंबे समय तक बेचने का काम कर सकते थे, परंतु यहां कोल्ड स्टोरेज नहीं है. जिसके कारण प्याज को सुरक्षित नहीं रखा जा रहा है और किसानों ओने-पौने दाम में प्याज को बेचने के लिए विवश होना पड़ रहा है.

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