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रांची के तमाड़ और बुंडू में बारिश ने मचाई तबाही, पुल टूट कर बिखरे तो कहीं सड़कें हो गईं गायब

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Published : Aug 6, 2023, 10:39 PM IST

Rain wreaks havoc in Tamar
Rain wreaks havoc in Tamar

झारखंड में हो रही भारी बारिश ने कुछ इलाकों में भारी तबाही मचायी है. रांची के कई इलाकों में पुल और सड़क बह गए. इससे गांव वालों को काफी परिशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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रांची: झारखंड में पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलधार बारिश से रांची के कुछ इलाकों में भारी तबाही देखने को मिली है. तमाड़ और बुंडू ऐसे ही क्षेत्र हैं, जहां भारी बारिश ने तबाही मचाई है.

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तमाड़ प्रखंड के गागरसोतीया नदी पर बना ईचाडीह पुल ध्वस्त हो कर कई टुकड़ों में बिखर गया है. इससे पहले भी पुल का गार्डवाल बह गया था, लेकिन इसके बावजूद उसकी मरम्मती नहीं कराई गई थी. इस कारण पुल ऐसे टुकड़ों में बिखरा है. वहीं बाडू गांव और बुंडू प्रखंड के एड़केया गांव की मुख्य सड़क धंस कर पानी की धार में बह गयी है. सड़क के नाम पर सिर्फ गड्ढे बचे हुए हैं.

पुल बहने से अब 15 किलोमीटर हो गई मुख्यालय की दूरी: बारिश के इस कहर के बारे में गांव के रहने वाले सुरेश गोंझु बताते हैं कि यह पुल 6 से 7 गांव को सीधे हाइवे से जोड़ती थी. हाइवे से महज 500 मीटर पर उनका गांव है. लेकिन पुल टूट जाने से अब हाइवे पकड़ कर मुख्यालय तक जाने के लिये 15 किलोमीटर घूम कर जाना पड़ेगा. इचाडीह गांव के रहने वाले जयराम महतो ने कहा कि अब अगर मरीज को अस्पताल ले जाना होगा तो गांव तक एंबुलेंस भी नहीं आयेगी. पहले हमलोगों का गांव हाइवे से महज 500 मीटर की दूरी पर था, लेकिन अब पुल के नहीं रहने से 15 किलोमीटर दूर हो गया है.

बारिश में बही सड़क:बुंडू प्रखंड के बाड़ु गांव को जोड़ने वाली मुख्य सड़क को भी पानी की धार बहा कर ले गयी. अब सड़क के नाम पर सिर्फ मिट्टी बची हुई है और जहां सड़क था अब वहां गड्ढे बन गये हैं. इससे लोग किसी तरह पैदल ही आ जा सकते हैं. गांव के लोग गांव के बाहर ही लावारिश हालत में अपने-अपने वाहन छोड़ कर पैदल जान जोखिम में डालकर घर जा रहे हैं.

लोगों ने बताया कि इस गांव में दो साल पहले तक सड़क नहीं था. लोग बरसात के समय टापू में जी रहे थे. बड़ी मुश्किल से अपने स्तर से चंदा कर गांव के ग्रामीणों ने सड़क की नींव रखी थी. तब जाकर विधायक फंड से सड़क मिली थी, वो भी इस बरसात में अब बह गयी है. लोग फिर से टापू में रहने को विवश हो गये हैं.

एड़केया गांव की भी सड़क बही: तीसरी तबाही बुंडू प्रखंड के एड़केया गांव में हुई. गांव को मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क भी पानी की धार से बह गयी और सड़क के बीचो बीच गड्ढा बन गया. अब सिर्फ मोटरसाइकिल और साईकिल से ही लोग आवागमन कर सकते हैं. यह सड़क बुंडू और सोनाहातु जाने के लिये दर्जनों गांवों को जोड़ती है. अब लोगों को बुंडू या सोनाहातु जाने के लिये 15-20 किमी घूम कर जाना पड़ेगा.

एड़केया गांव के रहने वाले ग्रामीण ने बताया कि एक रात की बारिश में सड़क धंस गया और पानी की धार उसे बहा ले गयी. इससे सड़क के बीचों बीच इतना बड़ा गड्ढा बन गया कि चार पहिया वाहन तो पार हो ही नहीं सकता. दो पहिया वालों को भी खतरा है. यह इस क्षेत्र की मुख्य सड़क है. इस सड़क से बुंडू और सोनाहातु के दर्जनों गांवों तो जुड़ते हैं ही लेकिन रोजाना इस सड़क से हजारों लोगों का आवागमन भी होता था.

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