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बोकारो एसपी ऑफिस के सामने आमरण अनशन पर बैठे पीड़ित की हालत बिगड़ी, जमीन विवाद में प्रशासन से लगा रहे मदद की गुहार

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 30, 2023, 6:35 PM IST

बोकारो में जमीन विवाद को लेकर बीते चार दिनों से पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन पर बैठे बनमली गोप की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. परिवार के अन्य सदस्य भी धरना स्थल पर बैठे हुए हैं, जिसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं. बावजूद पुलिस अधीक्षक कार्यालय से कोई सुध नहीं लिया गया है. Fasting for Justice in front of Bokaro SP Office

fasting for Justice in front of Bokaro SP Office
fasting for Justice in front of Bokaro SP Office

बोकारो एसपी ऑफिस के सामने आमरण अनशन

बोकारो:जिले में जमीन विवाद को लेकर पिछले चार दिनों से अनशन पर बैठे बनमली गोप की स्थिति चिंताजनक हो गई है. वे पिछले चार दिनों से अपने परिवार के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन पर बैठे हैं. जिनमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं. इसके बावजूद पुलिस अधीक्षक कार्यालय से कोई कार्रवाई नहीं की गयी, जिससे परिजन किसी अनहोनी की आशंका से भयभीत हैं. मामला बोकारो जिले के चास मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चमसोबाद गांव का है.

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पीड़ित बनमाली गोप ने बताया कि हमारे हिस्सेदार ने हमें मारपीट कर घर से निकाल दिया, थाने में कोई सुनवाई नहीं हो रही है. अनशनकारी के भाई महेश्वर गोप ने बताया कि उनका चचेरा भाई उन्हें उनका हिस्सा नहीं दे रहा है और उनकी जमीन पर घर बना रहा है. साथ ही हिस्सा मांगने पर उनके साथ मारपीट भी कर रहा है. उन्होंने इसकी शिकायत मुफस्सिल थाना में भी की. जिसके बाद एक दिन पुलिस पहुंची और काम को रुकवाया. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अगले दिन फिर से काम शुरू कर दिया गया. वहीं जब उन्होंने दोबारा पुलिस से शिकायत की, तो पुलिस की ओर से कहा गया कि बार-बार नहीं जाएंगे. जाओ मारपीट करो, तब आएंगे.

चार दिनों से पीड़ित बैठे हैं भूख हड़ताल पर:उन्होंने बताया कि उनके बड़े भाई पिछले 4 दिनों से एसपी कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं, फिर भी कोई देखने या पूछने तक नहीं आया. बोकारो एसपी को आवेदन दिया गया है, लेकिन कुछ नहीं हो रहा है. महेश्वर गोप की पत्नी ने कहा कि उन्होंने हमें पीटा और हमारा सब कुछ छीन लिया. पुलिस कुछ नहीं कर रही है. हम गरीब और कमजोर हैं, किसके पास जाएं?

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