दिल्ली

delhi

मुस्लिम समाज के उलेमाओं का बड़ा फैसला, शादी में डीजे बजाने और आतिशबाजी करने पर करेंगे बहिष्कार

By

Published : Nov 19, 2022, 2:19 PM IST

ncr news hindi
शादी में डीजे बजाने और आतिशबाजी का बहिष्कार

नोएडा में मुस्लिम समाज के उलेमाओं (Ulema of Muslim Community) ने बड़ा फैसला लिया है. उलेमाओं ने शादी में डीजे बजाने और आतिशबाजी (DJ And Fireworks In Marriage) करने वालों का बहिष्कार करने की बात कही है. उनका कहना है कि जो भी परिवार डीजे बजवाएगा और आतिशबाजी करेगा उसका बहिष्कार होगा. उसके निकाह में कोई भी उलेमा शामिल नहीं होगा.

नई दिल्ली/नोएडा : ग्रेटर नोएडा के दादरी में मुस्लिम उलेमाओं (Ulema of Muslim Community) ने एक बड़ा फैसला लिया है. इसमें कहा गया है कि अगर जिस भी मुस्लिम की शादी में डीजे बजेगा और आतिशबाजी (DJ And Fireworks In Marriage) होगी तो उसके घर पर निकाह में किसी भी तरह से कोई भी आलिम शामिल नहीं होगा. उन्होंने कहा कि डीजे बजाने वालों की पहचान कर उसके जनाजे में भी कोई शामिल नहीं होगा.

दरसअल, दादरी की नई आबादी से एक बारात स्याना के लिए जा रही थी. लेकिन जिस समय घुड़चढ़ी हो रही थी उस समय डीजे बज रहा था और आतिशबाजी हो रही थी. इसको देखकर दादरी के उलेमाओं ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया और कहा कि इस्लाम में इस तरह की चीजें हराम है. लेकिन फिर भी लोग बाज नहीं आते हैं और निकाह और अन्य प्रोग्रामों में उनके तरफ से डीजे बजाया जाता है. इस पर फिल्मी गाने चलते हैं और उसके अलावा आतिशबाजी की जाती है.

इसी के बाद दादरी के मौलाना और उलेमाओं (Maulana and Ulemas of Dadri) ने इकठा होकर यह फैसला किया कि जिस किसी के निकाह या अन्य किसी प्रोग्राम में डीजे बजेगा या आतिशबाजी होगी. उसका पूर्ण रूप से सभी उलेमा बहिष्कार करेंगे. इस दौरान उन्होंने कहा कि न तो निकाह में कोई आलिम शरीक होगा न तो दावत में और न ही किसी अन्य तरीके से. इसके अलावा उनके जनाजे तक में भी कोई शामिल नहीं होगा.

शादी में डीजे बजाने और आतिशबाजी का बहिष्कार

ये भी पढ़ें :सत्येंद्र जैन की बीमारी का मजाक बनाकर घटिया राजनीति कर ही है BJP: मनीष सिसोदिया

इस तरह के फैसले के बाद लोगों में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है. कुछ लोग इस फैसले को सही बता रहे हैं तो कुछ लोगों का कहना है कि हर व्यक्ति आजाद है और उसका अपना अधिकार है. वह अपने तरीके से अपने यहां शादियों में कार्यक्रम आयोजित कर सकता है. लेकिन इस फैसले को उलेमाओं ने इस्लाम के हित में बताया है और कहा है कि युवाओं को भी आगे आना चाहिए और इन सब चीजों से बचना चाहिए.

ये भी पढ़ें :दिल्ली नगर निगम चुनाव में किंग मेकर होंगे उत्तराखंड के लाखों प्रवासी, लुभाने की मची होड़

ABOUT THE AUTHOR

...view details