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कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली में MBBS परीक्षा रद्द करने की मांग

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Published : Jan 9, 2022, 4:47 PM IST

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दिल्ली में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए मेडिकल छात्रों ने MBBS फर्स्ट ईयर एग्जाम हालात सामान्य होने तक टालने की मांग की है. छात्रों ने सवाल उठाए कि कोरोना के कम मामलों वाले राज्यों में परीक्षाएं नहीं हो रही हैं, तो दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एग्जाम का फैसला क्यों?

नई दिल्ली : एमबीबीएस के छात्रों ने दिल्ली में बेलगाम हो रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए दिल्ली सरकार से एमबीबीएस प्रथम वर्ष की परीक्षा स्थगित करने की मांग की है. MBBS प्रथम वर्ष की परीक्षा 10 जनवरी से प्रस्तावित है. जिसे हालात सामान्य होने तक टालने की मांग मेडिकल छात्रों ने उठाई है.






दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की तादाद लगातार बढ़ रही है. शनिवार को 20 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं. इससे खौफजदा मेडिकल छात्रों ने दिल्ली सरकार से MBBS प्रथम वर्ष की परीक्षा को फिलहाल रद्द करने की मांगी की है.

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली में MBBS परीक्षा रद्द करने की मांग



राममनोहर लोहिया हॉस्पिटल में कार्यरत और आईपी यूनिवर्सिटी से संबद्ध MBBS छात्र अतुल तिवारी ने बताया कि 10 जनवरी से हमारी MBBS की परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं, लेकिन दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर बड़ी तेजी से बढ़ रही है. यह बड़ी ही चिंता की बात है. मृत्यु दर कम है, फिर भी कोविड संक्रमित होने पर परीक्षा में शामिल होने से वंचित कर दिया जाएगा. ऐसे में MBBS छात्रों में खौफ बना हुआ है. अगर परीक्षा के दौरान कोरोना संक्रमित हो गए तो पढ़ाई और परीक्षा दोनों से वंचित हो जाएंगे. इससे साल भर की मेहनत पर पानी फिर जाएगा. इसलिए सरकार को हमारी मांगों पर गौर करते हुए जल्द फैसला लेना चाहिए.

कम केसेज वाले राज्यों में MBBS परीक्षा स्थगित तो दिल्ली में क्यों नहीं?

एक मेडिकल स्टूडेंट ने सरकार से सवाल पूछा कि आखिर देश के वो तमाम राज्य जहां कोरोना के मामले बहुत कम हैं. वहां परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं, तो दिल्ली जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले आ रहे हैं. यहां परीक्षा क्यों आयोजित कराई जा रही है. क्या डॉक्टरों को बीमार करके देश को ऐसे हालात में बचाया जा सकेगा.

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पहले अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा ली जाती थी, लेकिन इस बार एक ही परीक्षा केंद्र पर 5,500 छात्रों की परीक्षा ली जा रही है. जिसे कोरोना महामारी की मौजूदा हालत को देखते हुए कत्तई उचित नहीं कहा जा सकता है. अन्य राज्यों में जहां कोरोना केसेज अधिक नहीं आ रहे हैं, वहां की सरकारों ने छात्रों के हित में बेहतरीन फैसला लेते हुए MBBS की परीक्षाएं तब तक के लिए रद्द कर दी हैं, जब तक स्थिति सामान्य ना हो जाए. छात्रों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से दिल्ली में भी कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए MBBS की परीक्षा हालात सामान्य होने तक रद्द करने की मांग की है.

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