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एप्प से होगा आवारा कुत्तों की समस्या का समाधान, 24 घंटे में होगी कार्रवाई।

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Published : Feb 14, 2022, 7:58 PM IST

स्ट्रीट डॉग्स की बढ़ती समस्या के मद्देनजर ऑनलाइन एप्लीकेशन डेवलप किया जा रहा है. एप की शुरुआत हो जाने के बाद एसडीएमसी क्षेत्र के नागरिक ऑनलाइन स्ट्रीट डॉग्स के चलते उत्पन्न हो रही समस्याओं के मद्देनजर शिकायत दर्ज करा सकेंगे. शिकायतों पर 24 घंटे में निगम के द्वारा कार्रवाई की जाएगी.

App will solve problem of stray dogs IN SDMC
App will solve problem of stray dogs IN SDMC

नई दिल्ली :राजधानी में स्ट्रीट डॉग्स की बढ़ती समस्या के मद्देनजर ऑनलाइन एप्लीकेशन डेवलप किया जा रहा है. जल्द ही इसे जनता को समर्पित किया जाएगा. एप की शुरुआत हो जाने के बाद एसडीएमसी क्षेत्र के नागरिक ऑनलाइन स्ट्रीट डॉग्स के चलते उत्पन्न हो रही समस्याओं के मद्देनजर शिकायत दर्ज करा सकेंगे और उन सभी शिकायतों पर 24 घंटे में निगम के द्वारा कार्रवाई की जाएगी. साथ ही निगम द्वारा पकड़े गए स्ट्रीट डॉग्स जिन्हें स्टेरिलाइजेशन के लिए ले जाया जाएगा. उनकी पूरी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होगी. एसडीएमसी द्वारा डेवलप किया जा रहा है यह ऐप पूरी तरीके से user-friendly होगा.


दिल्ली में वर्तमान समय में आवारा कुत्तों की परेशानी एक बड़ी समस्या का रूप लेती जा रही है. बीते 2 साल में दिल्ली के अंदर लगभग 7000 डॉग बाइट्स के केस सामने आए हैं. इस बीच आवारा कुत्तों की समस्या के समाधान को लेकर दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा एक नई पहल की शुरुआत की गई है. दक्षिण दिल्ली नगर निगम में इस ऐप के माध्यम से ना सिर्फ लोग ऑनलाइन आवारा कुत्तों के चलते उत्पन्न हो रही समस्याओं के बारे में शिकायत दर्ज करा सकेंगे. शिकायत दर्ज कराने के अगले 24 घंटों के अंदर शिकायतों का समाधान भी किया जाएगा.

एप्प से होगा आवारा कुत्तों की समस्या का समाधान, 24 घंटे में होगी कार्रवाई।

दक्षिण दिल्ली नगर निगम के मेयर मुकेश सूर्यान ने कहा कि निगम के द्वारा स्ट्रीट डॉग्स की समस्या के मद्देनजर एक विशेष एप डेवलप किया गया है. स्ट्रीट डॉग्स की शिकायत मिलने पर एसडीएमसी द्वारा स्टरलाइजेशन के लिए स्ट्रीट डॉग्स को पकड़कर ले जाया जाता था. जिसके बाद उन डॉग्स को वहीं छोड़ा जाता था, जहां से उन्हें पकड़ा गया था. एप के माध्यम से स्ट्रीट डॉग्स की शिकायत मिलने के बाद जब स्ट्रीट डॉग को एक स्थान से उठाया जाएगा तो लोकेशन को जियो टैग किया जाएगा. जिसके बाद उस डॉग को कि स्टरलाइजेशन के लिए किस सेंटर में भेजा गया है.

एप्प से होगा आवारा कुत्तों की समस्या का समाधान, 24 घंटे में होगी कार्रवाई।

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यह भी ऐप के माध्यम से जानकारी मिल सकेगी. स्टरलाइजेशन की पूरी प्रक्रिया में 2 से 3 दिन का समय लगता है. जिसके बाद डॉग के स्टेरलाइज होने के बाद डॉग को जियो टैग लोकेशन के जरिए उसी स्थान पर छोड़ा जाएगा. जिसकी जानकारी भी ऐप पर उपलब्ध होगी. साथ ही निगम इस ऐप की सहायता से स्टेरिलाइज डॉग्स का डाटा भी मेंटेन कर सकेगी. स्ट्रीट डॉग्स के लिए दक्षिण दिल्ली नगर निगम के द्वारा जो ऐप बनाया जा रहा है. यह एप्प पूरी तरीके से यूजर फ्रेंडली है.

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