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सुकमा में पांच नक्सलियों का सरेंडर, बुर्कापाल और मिनपा मुठभेड़ में थे शामिल

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Published : Sep 18, 2022, 9:56 PM IST

Five Naxalites surrender in Sukma सुकमा में पांच नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सभी नक्सली काफी खूंखार बताए जा रहे हैं. बुर्कापाल मिनपा और पिडमेल एनकाउंटर में यह नक्सली शामिल रहे हैं. सुकमा पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है Naxalites in Burkapal Minpa encounter Surrender.

Naxalites in Burkapal Minpa encounter Surrender
सुकमा में पांच नक्सलियों का सरेंडर

सुकमा: सुकमा में नक्सली मोर्चे पर सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है (Five Naxalites surrender in Sukma). शासन के नक्सल उन्मूलन अभियान और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर पांच नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सुकमा एसपी सुनील शर्मा के सामने सभी नक्सलियों ने हथियार डाले हैं.

कई बड़े नक्सली हमलों को दिया था अंजाम: सरेंडर कर चुके नक्सलियों ने कई बड़े नक्सली हमले को अंजाम दिया था. बुर्कापाल, मिनपा और पिडमैल नक्सली हमलों में ये नक्सली शामिल थे (Naxalites in Burkapal Minpa encounter Surrender). सुरक्षाबलों के अधिकारी इन पांचों नक्सलियों के सरेंडर को बड़ी कामयाबी मान रहे हैं. (sukma naxalite incident news)

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सरेंडर करने वाले नक्सलियों के नाम

  1. नक्सलियों के बारे में जानकारी: सरेंडर करने वाले नक्सलियों में सबसे खूंखार नक्सली माड़वी जोगा है. जो नक्सलियों की प्लाटून नंबर 10 का सदस्य है. माड़वी जोगा पर दस लाख रुपये का इनाम घोषित था.
  2. नक्सली मुचाकी देवा ने भी हथियार डाले हैं. वह नक्सली की जंगल कमेटी का अध्यक्ष है.
  3. नक्सली माड़वी माड़ा नक्सलियों का डिप्टी कमांडर रहा है.
  4. नक्सली मुचाकी कोसा जंगल कमेटी का सदस्य है
  5. नक्सली कट्टम हड़मा नक्सलियों की विकास कमेटी का मेंबर है.

शासन की पुर्नवास नीति का मिलेगा फायदा: सरेंडर करने वाले सभी नक्सलियों को पुलिस और सुरक्षाबलों ने शासन की तरफ से पुनर्वास नीति का फायदा देने की बात कही है. इस मौके पर सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने कहा है कि ऑपरेशन मानसून के तहत बस्तर में सुरक्षाबलों के प्रहार से नक्सली पस्त हैं. बस्तर समेत सुकमा में जवानों की तरफ से लगातार सर्चिंग अभियान जारी है. इस सर्चिंग अभियान से नक्सलियों पर प्रेशर पड़ रहा है. जिसकी वजह से उनका नक्सल चेन टूट रहा है. इसके अलावा शासन की योजनाओं से बस्तर के गांव में बदलाव दिखा है. जिससे प्रभावित होकर भी नक्सली सरेंडर कर रहे हैं. उन्होंने नक्सलियों से लाल आतंक का रास्ता छोड़कर मुख्य धारा में शामिल होने की अपील की है.

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