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CM Bhupesh baghel khairagarh visit: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे खैरागढ़, चरखी लेकर उड़ाया पतंग

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Published : Jan 14, 2023, 11:10 PM IST

नवगठित जिले खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के खैरागढ़ फतेह सिंह मैदान में सीएम ने पतंग उड़ाया. जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोगों को मकर सक्रांति की बधाई और शुभकामनाएं दी. लोगों ने अपने बीच सीएम को पतंग उड़ाते देख काफी खुशी व्यक्त की.

CM Bhupesh baghel khairagarh visit
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे खैरागढ़

राजनांदगांव:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार को नवगठित जिले खैरागढ़-छुईखदान-गंडई और खैरागढ़ के दौरे पर रहे. जहां खैरागढ़ में राजा फतेह सिंह मैदान में आयोजित साहू समाज के युवक युवती परिचय सम्मेलन और नवनियुक्त पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में वह शामिल हुए. उसके बाद उन्होंने मकर संक्रांति के मौके पर कई बड़े आयोजनों में हिस्सा लिया. सीएम भूपेश बघेल ने यहां लोगों के साथ मिलकर पतंग उड़ाया.

मुख्यमंत्री ने चरखी लेकर पतंग उड़ाया:इस दौरान समाज के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया. वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अनोखा अंदाज नजर आया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पतंगबाजी करते नजर आए. मकर संक्रांति के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुद पतंग उड़ाया. मुख्यमंत्री ने अपने हाथों में पतंग की चरखी लेकर पतंग उड़ाया और लोगों को मकर सक्रांति की बधाई और शुभकामनाएं दी. वहीं इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ डोंगरगढ़ विधायक भुनेश्वर बघेल,जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष नवाज खान और वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में जिला साहू संघ के पदाधिकारी कार्यकर्ता नागरिक मौजूद रहे.

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मुख्यमंत्री ने सामाजिक कार्यक्रम में शिरकत की:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद हाथों में पतंग की चरखी लेकर पतंग उड़ाते दिखे. मकर संक्रांति के अवसर पर मुख्यमंत्री ने खुद पतंग उड़ाया मुख्यमंत्री साहू समाज के युवक युवती परिचय सम्मेलन और नवनियुक्त पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में खैरागढ़ पहुंचे थे. मुख्य मंत्री ने लोगों को पतंगबाजी में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की बात कही. सीएम ने लोगों से चाइनीज मांझा का उपयोग नहीं करने को कहा.

मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने का महत्व: मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने का पौराणिक महत्व है. इस दिन को हिंदू शास्त्रों में पतंग पर्व के रुप में भी जाना जाता है. पतंग उड़ाने का वैज्ञानिक और धार्मिक महत्व भी है. कहावत है कि इस दिन भगवान राम ने पतंग उड़ाने की परंपरा शुरू की थी. इस दिन भगवान राम ने जो पतंग उड़ाई थी वह इंद्रलोक तक गई थी. इसलिए इस दिन लोग पतंग उड़ाते हैं. दूसरी वजह यह भी है कि पतंग को लोग खुशी और हर्षोल्लास का संकेत मानते हैं. इस दिन पतंग उड़ाकर एक दूसरे को खुशी का संदेश दिया जाता है. पतंग उड़ाने के लिए लोगों को बाहर आना पड़ता है. जब मकर संक्रांति के दिन लोग बाहर आते हैं तो उनके शरीर पर सूर्य की किरणें पड़ती है. जिससे उनके शरीर में एक नया संचार पैदा होता है.

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