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Fear of third wave of corona in raipur: ग्रामीण क्षेत्रों में अलर्ट, बाजारों में भीड़ और मेले पर प्रतिबंध

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Published : Jan 9, 2022, 4:38 PM IST

Updated : Jan 9, 2022, 9:52 PM IST

Ban on religious events in rural areas of Raipur regarding Corona
रायपुर के ग्रामीण इलाकों का हाल

Alert regarding corona in rural areas of Raipur: रायपुर में कोरोना का विस्फोट साफ तौर पर देखने को मिल रहा है. लगातार संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है. इस बीच ईटीवी भारत ने रायपुर के ग्रामीण क्षेत्रों का जायजा लिया. वहां की क्या स्थिति है यह जानने की कोशिश की गई.

रायपुर:छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना संक्रमण लगातार बेकाबू होता जा रहा है. छत्तीसगढ़ के कई जिलों में रोजाना मिलने वाले संक्रमितों की संख्या औसतन 200 से अधिक है. तो वहीं राजधानी रायपुर में यह आंकड़ा हजार के पार हो गया है. राज्य में जिस तेज गति से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. उसकी वजह से प्रशासन सकते में है. कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए प्रशासन ने कई जिलों में धारा 144, तो कुछ जिलों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया है. इस विषय में ईटीवी भारत ने तीसरी लहर को रोकने को लेकर बरती जाने वाली सावधानियों को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों का जायजा लिया. ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग पहले से कोरोना संक्रमण को लेकर सतर्क हैं.

रायपुर में कोरोना का विस्फोट, ग्रामीण इलाकों में अलर्ट



रायपुर ग्रामीण क्षेत्रों के बाजारों में भीड़ और मेले पर लगा प्रतिबंध

पिछले साल कोरोना की दूसरी लहर सुनामी बनकर आई थी. शहरी दहलीज को लांघकर कोरोना ने ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर कोहराम मचाया था. तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए इस बार ग्रामीण क्षेत्रों में पहले से ही अलर्ट जारी कर दिया गया है. कई ग्राम पंचायतों ने साप्ताहिक बाजार को बंद कर दिया है. तो कुछ ग्राम पंचायत कड़े निर्णय लेने की तैयारी में है. कुछ जगहों में जनवरी माह में होने वाले मड़ई मेले पर प्रतिबंध लगा दिया है. इतना ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में कोटवार के माध्यम से लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की हिदायत दी जा रही है.

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मास्क लगाने की अपील

ईटीवी भारत की टीम सबसे पहले राजधानी रायपुर से 15 किलोमीटर दूर ग्राम रवेली पहुंची. गांव के सरपंच चंद्रकांत सोनकर ने बताया कि ग्राम पंचायत के माध्यम से गांव में मुनादी कराई जा रही है. चूंकि हमारे गांव में इससे पहले 30 संक्रमित मरीज मिले थे. जिसमें 4 की मौत हो गई थी. तीसरी लहर को देखते हुए हमने तमाम धार्मिक, सांस्कृतिक और मड़ई मेले पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके साथ-साथ आंगनबाड़ी, मितानिन और स्वास्थ्य विभाग की टीम के माध्यम से घर-घर जाकर लोगों को मास्क लगाने और शारीरिक दूरी का पालन करने की अपील कर रहे हैं.सप्ताहिक बाजार को लेकर भी ग्राम पंचायत स्तर पर बैठक की जाएगी और उसे भी बंद करने पर मुहर लगाया जाएगा.

ग्रामीण पहले से ज्यादा हैं सतर्क

ईटीवी भारत की टीम रवेली के बाद ग्राम पंचायत जुलुम पहुंची. यहां के ग्रामीण मन्नू साहू ने बताया कि ग्राम में मुनादी कराई गई है. जिसमें मास्क लगाने और शारीरिक दूरी का पालन करने की अपील की गई है. लेकिन हमारे गांव में हर सप्ताह बुधवार को सप्ताहिक बाजार लगता है. पिछले सप्ताह बाजार लगा था. इस सप्ताह बाजार लगेगा या नहीं यह ग्राम पंचायत निर्णय लेगी. लेकिन हम लोग कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं. क्योंकि कोरोना का दंश मैंने खुद झेला है. मेरे परिवार के एक सदस्य की जान कोरोना से गई है. उसका मुआवजा भी अब तक नहीं मिला है.

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स्वस्थ्य केंद्र में नहीं है कोई सुविधा

ग्रामीण क्षेत्रों का जायजा लेने के दौरान ईटीवी भारत की टीम दतरेंगा गांव के उप-स्वास्थ्य केंद्र पहुंची. यहां मौजूद स्वास्थ्यकर्मी आभा बघेल ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए पूरी तैयारी कर ली गई है. जिन लोगों में कोरोना के लक्षण पाए जा रहे हैं. उनका कोरोना टेस्ट किया जा रहा है. हालांकि यहां अब तक कोई भी कोरोना संक्रमित मरीज नहीं पाया गया है. फिर भी लगातार ग्रामीणों से शारीरिक दूरी बनाने की अपील की जा रही है. यदि कोई संक्रमित पाया जाता है, तो उन्हें सरकारी अस्पताल में रेफर किया जाएगा. चूंकि हमारे केंद्र में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है कि कोरोना संक्रमितों को यहां भर्ती किया जा सके.

कोरोना की तीसरी लहर को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग ज्यादा सतर्क है. हर स्तर पर एहतियात बरती जा रही है.

Last Updated :Jan 9, 2022, 9:52 PM IST

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