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छत्तीसगढ़ में मिनी इमरजेंसी के खिलाफ बीजेपी करेगी जेल भरो आंदोलन- डी पुरंदेश्वरी

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Published : May 8, 2022, 8:38 PM IST

Updated : May 9, 2022, 12:09 AM IST

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी में मंथन का दौर तेज है. छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रभारी डी पुरंदेश्वरी छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं. रायपुर में बीजेपी नेताओं की मीटिंग के बाद डी पुरंदेश्वरी ने बघेल सरकार पर कई बड़े हमले किए.

Statement of BJP state incharge D Purandeshwari
छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी

रायपुर:बीजेपी प्रदेश कार्यालय रायपुर में डी पुरंदेश्वरी ने बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक ली. इस मीटिंग के बाद डी पुरंदेश्वरी ने मीडिया को संबोधित किया. उन्होंने सरकार पर किसानों के साथ धोखे का आरोप लगाया. बीजेपी प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने कहा कि" सिर्फ किसानों की बात करने से कोई भी किसान नेता नहीं हो जाता है. छत्तीसगढ़ में वर्मी कंपोस्ट के नाम पर किसानों को ठगा जा रहा है. सरकार वर्मी कंपोस्ट के नाम पर किसानों को मिट्टी पकड़ा रही है".

छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रभारी डी पुरंदेश्वरी
"छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार चरम पर": डी पुरंदेश्वरी यहीं नहीं रुकीं उन्होंने कहा कि "मैंने पांचों संभागों की बैठक ली है. छत्तीसगढ़ में बहुत सारे मुद्दे हैं यहां भ्रष्टाचार चरम पर है". उन्होंने बघेल सरकार पर केंद्र की योजनाओं का लाभ आम आदमी को नहीं देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि" केंद्र सरकार ने ई-मंडी के माध्यम से किसानों को अन्य राज्यों से जोड़ा है. किसान ई मंडी के माध्यम से किसी भी राज्य में धान बेच सकते हैं. लेकिन भूपेश बघेल यह सुविधा राज्य के किसानों को नहीं दे रहे हैं"

बघेल सरकार को जनता सिखाएगी सबक: डी पुरंदेश्वरी ने बघेल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि "इस सरकार ने सत्ता में आने से पहले छत्तीसगढ़ की जनता से 36 वादे किए थे. लेकिन उन वादों को नहीं निभाया. आने वाले चुनाव में जनता कांग्रेस सरकार को जरूर जवाब देगी. सरकार को सबक सीखाने का काम जनता करेगी"

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मिनी इमरजेंसी के खिलाफ 16 मई को होगा जेल भरो आंदोलन:छत्तीसगढ़ में आंदोलन के लिए अनुमति का नियम बनाने पर बीजेपी बघेल सरकार से खफा है. डी पुरंदेश्वरी ने इसे छत्तीसगढ़ के लिए मिनी इमरजेंसी बताया. उन्होंने कहा कि "अगर सरकार इस फैसले को वापस नहीं लेती है तो 16 मई को पूरे राज्य में बीजेपी जेल भरो आंदोलन करेगी. इस काले कानून को बीजेपी स्वीकार नहीं करेगी".


"भाजपा चेहरे पर नहीं लड़ती चुनाव": डी पुरंदेश्वरी ने कहा कि बीजेपी चेहरे पर चुनाव नहीं लड़ती है. हम पहले जनता के पास जाते हैं फिर चुनाव जीतने पर हमारी पार्टी में चेहरे का चयन होता है. हम कांग्रेस जैसा नहीं करते. एक जिले में जाकर किसी और को सीएम बनाने का वादा करते हैं. फिर दूसरे जिले जाकर किसी और को सीएम बनाने का वादा करते हैं. बीजेपी ऐसा काम नहीं करती. भाजपा का अगर कोई चेहरा है तो वह हमारा कमल और विकास है.

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"कांग्रेस को जनता सबक सिखाएगी":उपचुनाव के ज्यादातर नतीजे प्रदेश सरकार के हक में ही आते हैं. प्रदेश सरकार ने उपचुनाव में कितने ज्यादा पैसे खर्च किए हैं यह सब के सामने है. प्रदेश सरकार ने चुनाव जीतने के लिए अपनी पूरी सरकारी मशीनरी को चुनाव में लगा दिया था. खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री ने हर 3 किलोमीटर में सभाएं ली हैं. चुनाव के बीच में ही मुख्यमंत्री ने खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा भी की. हर बूथ में अपने मंत्री को बैठाया. वहां का मैनेजमेंट मैनेज करने के लिए. इसका मतलब यही है कि सरकार ने यह जान लिया था कि भाजपा वहां जीतने वाली है. उपचुनाव का नतीजा, चुनाव के नतीजे पर कोई फर्क नहीं डालेगा. 2023 में प्रदेश में भाजपा ही आएगी और कांग्रेस को जनता सबक सिखाएगी.


"सिंहदेव को सरकार नहीं दे रही महत्व":नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि "कांग्रेस घोषणा पत्र की समिति में आज टीएस सिंहदेव नहीं है. सरकार बनने से पहले टीएस सिंहदेव को महत्व दिया गया था. लेकिन अब उनको पलट कर देखने वाला कोई नहीं है. निश्चित रूप से टीएस सिंहदेव इस बात से दुखी हैं. सरकार ने घोषणा पत्र के वादे पूरे नहीं किए इससे सिंहदेव भी दुखी हैं".सरकार केवल आकाश और उड़ान की बात करती है. कल परीक्षा के दौरान दो लड़कियों को परीक्षा स्थल में आने में 2 मिनट की देरी हुई तो शिक्षकों ने उन्हें परीक्षा देने से मना कर दिया.



"सीएम के दौरे से जनता को नहीं मिल रहा लाभ": धरमलाल कौशिक ने कहा कि" स्कूल बंद है बावजूद इसके मुख्यमंत्री स्कूलों में बच्चों से मिल रहे हैं. मतलब उन बच्चों को मालूम है कि मुख्यमंत्री आने वाले हैं और मैं स्कूल में जाकर बैठूंगा. मुख्यमंत्री जहां जा रहे हैं पिछले 1 महीने से कलेक्टर अधिकारी वहां की तैयारी में लगे हुए हैं. जनता का काम बंद हो चुका है. मुख्यमंत्री के दौरे से जनता को जो लाभ होना चाहिए वह नहीं हो पा रहा है". मंत्रियों से मिलना अधिकारियों कलेक्टरों को कबूल नहीं है तो आम जनता से वह कैसे मिलेंगे. राज्य के मंत्रियों में प्रतियोगिता का दौर है.

Last Updated :May 9, 2022, 12:09 AM IST

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