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जांजगीर-चांपा के श्रम विभाग में शुरू हुआ प्रवासी मजदूरों का पंजीयन

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Published : Jun 24, 2020, 9:04 PM IST

जांजगीर-चांपा के जिला मुख्यालय में स्थित श्रम पदाधिकारी कार्यालय में प्रवासी मजदूरों का पंजीयन शुरू हो गया है. हालांकि मजदूरों को किस योजना का लाभ दिया जाएगा यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है.

Registration of migrant laborers started in Janjgir-Champa
जांजगीर-चांपा में शुरू हुआ प्रवासी मजदूरों का पंजीयन

जांजगीर-चांपा : जिले के श्रम विभाग में प्रवासी मजदूरों का पंजीयन शुरू हो गया है. श्रम अधिकारी ने इस बारे में निश्चित रूप से कोई जानकारी नहीं दी है कि पंजीयन से किस योजना का लाभ मिलेगा, लेकिन उन्होंने केंद्र सरकार की योजना का लाभ मिलने का दावा किया है. जबकि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में छत्तीसगढ़ शामिल नहीं है.

जांजगीर-चांपा में प्रवासी मजदूरों का पंजीयन शुरू

जिले में प्रवासी मजदूरों के पंजीयन का काम श्रम विभाग में शुरू हो गया है. जिला मुख्यालय में स्थित श्रम पदाधिकारी कार्यालय में इसका पंजीयन शुरू हो गया है, लेकिन जहां फॉर्म में ऑनलाइन पंजीयन दर्शाया गया है. इसके बावजूद बड़ी दूर-दूर से लोग कार्यालय में पहुंचकर पंजीयन कर रहे हैं. फिलहाल इस पंजीयन के बाद प्रवासी मजदूरों को किन योजनाओं का लाभ मिलेगा यह तय नहीं हुआ है. फिलहाल प्रवासी मजदूरों को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से कई प्रकार के योजनाओं पर काम किया जा रहा है. इसमें प्रवासी मजदूरों को ज्यादा दक्ष और प्रशिक्षित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं श्रम पदाधिकारी केके सिंह से जानकारी लेने पर उन्होंने दावा किया कि केंद्र की योजनाओं का भी लाभ प्रवासी मजदूरों को मिलेगा.

जांजगीर-चांपा में शुरू हुआ प्रवासी मजदूरों का पंजीयन

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में छत्तीसगढ़ नहीं है शामिल

ऐसे में यह बात समझ में नहीं आ रही है कि केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में छत्तीसगढ़ को शामिल नहीं किया गया है. तो फिर इस योजना का लाभ प्रवासी मजदूरों को कैसे मिलेगा. फिलहाल पंजीयन का काम शुरू हो गया है. वहीं कोरोना संकट के दौरान जांजगीर चांपा में करीब 90 हजार से ज्यादा मजदूर दूसरे राज्यों और जिलों से वापस लौट चुके हैं .

पढ़ें:SPECIAL: छत्तीसगढ़ गठन के 19 साल बाद भी नहीं खत्म हो रहा पलायन का सिलसिला

छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले

कोरोना संकट के मद्देनजर करीब ढाई महीने से लगे लॉकडाउन में सबसे ज्यादा परेशानी मजदूरों के हिस्से में आई. मजदूर देश के अलग-अलग कोने से अपने-अपने गृहराज्य जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े थे. लॉकडाउन ने उनसे उनकी रोजी-रोटी छीन ली. दो वक्त के निवाले के लिए भी वो मोहताज हो गए. कई मजदूर हादसे का शिकार हुए, कई की जानें भी गई. सरकार ने उन्हें अपने घरों तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन का संचालन शुरू किया, जिसमें अब तक हजारों मजदूर छत्तीसगढ़ आ चुके हैं. फिलहाल ढाई महीने के बाद अनलॉक किए जाने से प्रदेश में राहत तो है, लेकिन कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं.

प्रवासी मजदूरों के साथ पहुंचा कोरोना

जांजगीर-चांपा में कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं. यह जिला कभी संक्रमण मुक्त हुआ करता था. लंबे वक्त तक जिला ग्रीन जोन में बना हुआ था. लेकिन भारी तादाद में प्रवासी मजदूरों की वापसी के साथ ही कोरोना वायरस भी जिले में फैलने लगा. लगातार मरीज सामने आने लगे. फिलहाल जिले के कई ब्लॉक रेड जोन में है.

पढ़ें:प्रवासी मजदूरों का राशन कार्ड बनाने में दुर्ग जिला अव्वल, लगातार बनाई जा रही है लिस्ट

बता दें कि लॉकडाउन के दौरान पूरे प्रदेश में गरीबों और प्रवासी श्रमिकों को राहत देने के लिए राशनकार्ड बनाए गए है.

  • रायपुर में 3086 राशनकार्ड बनाए गए हैं. इनमें 2582 BPL और 504 APL कार्ड है, वहीं 4983 नए सदस्यों के नाम राशनकार्ड में जोड़े गए हैं.
  • दुर्ग जिले में 7418 राशनकार्ड बनाए गए हैं, इनमें 987 BPL और 6431 APL राशनकार्ड बनाए गए. वहीं जिले में 9900 से ज्यादा लोगों के नाम राशनकार्ड में जोड़े गए है.
  • बलौदाबाजार जिले में 3367 नए राशनकार्ड बनाए गए, और 807 सदस्यों के नाम राशनकार्ड में जोड़े गए.
  • राजनांदगांव में 3367 नए राशनकार्ड बनाए गए, और 4309 लोगों के नाम राशनकार्ड में जोड़े गए.
  • सरगुजा में 2447 नए राशनकार्ड बनाए गए, और 1892 लोगों के नाम राशनकार्ड में जोड़े गए.

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