बिलासपुर :छत्तीसगढ़ जिले के अलग-अलग क्षेत्र से ज्यादातर मजदूर काम करने ठेकेदारों के माध्यम से दूसरे प्रदेश जाते हैं. लेकिन कभी कभी वहां ऐसी परिस्थिति पैदा होती है जिसके कारण उन्हें भारी तकलीफों का सामना करना पड़ता है. ऐसे ही मामले में 20 से अधिक की संख्या में कुछ मजदूर बिलासपुर कलेक्ट्रेट पहुंचे. (Workers returned from Rajasthan complained of assault )
कैसे चंगुल में फंसे मजदूर :मजदूरों ने बताया कि कुछ लोगों को काम की जरूरत थी. तब ठेकेदार चंपकलाल से संपर्क किया गया. चंपकलाल ने अजय चंदेल नाम के युवक को राजस्थान के सेठ प्रकाश भाई से फोन पर संपर्क करने के लिए कहा. जो ईंट भट्टे का काम करता था.राजस्थान में बैठे ठेकेदार ने मजदूरों के लिए हामी भरी और ईंट भट्ठे में काम करने के लिए बुलाया. छत्तीसगढ़ के कुछ लोग अपने बच्चों के लेकर काम के लिए जाने तैयार हो गए और बाड़मेर राजस्थान के गांव तिलवाड़ा में प्रकाश भाई के पास पहुंचे.(Bilaspur Collectorate )
ठेकेदार मजदूरों से लेने लगा ज्यादा काम :जहां से मजदूरों को काम के लिए ले जाया गया. लेकिन पांच से छह हफ्ते किसी प्रकार कोई काम नहीं दिया गया. सिर्फ खर्चा देकर इन मजदूरों को रखा गया.इसी दौरान खर्चा कम पड़ने पर मजदूरों ने बोला कि हमें काम दो सिर्फ खर्चा पर हम लोग कब तक रहेंगे. ऐसा है तो हम लोगों को वापस जाने दो उनकी बात सुनकर भट्टे के मालिक ने ईंट बनवाने का काम शुरू कराया. काम चालू होने पर इन मजदूरों से ज्यादा काम लिया जाने लगा.विरोध करने पर ईंट भट्ठे के मालिक ने मजदूरों और महिलाओं के साथ अभद्रता करनी शुरु की.