बिलासपुर:bilaspur crime news. 11 महीनों में बिलासपुर जिले में 46 हत्याओं के साथ कई हत्या की कोशिश का मामला सामने आया है. 46 हत्याओं के मामले में दो हत्याओं में आरोपी फरार हैं. वहीं हत्या की कोशिश के मामले में सभी आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा लिया है. आंकड़ों में देखा गया है कि ज्यादातर मामलों में नाबालिग ग्रुप में जाकर हत्याओं को अंजाम दे रहे हैं.
नाबालिग बच्चे भी गुंडागर्दी और चाकूबाजी में लिप्त:जैसे फिल्मों में दिखाया जाता है कि गैंग जाकर हत्या करता है और क्षेत्र में अपना वर्चस्व बनाता है. समय के साथ ही फैशन, रुतबे को लेकर भी युवाओं में एक अलग ही होड़ है. फिल्मों से इंस्पायर होकर अब नाबालिग बच्चे भी गुंडागर्दी और चाकूबाजी में लिप्त हो रहे हैं. हत्याओं के मामले में हत्यारे के नाम पर नाबालिग के शामिल होने की बात सामने आई है. नाबालिग वर्चस्व और रुतबा बनाए रखने के लिए हत्याओं को अंजाम दे रहे हैं. पुलिस ने ऐसे मामलों में ज्यादा गंभीरता से कार्रवाई की और आरोपियों को धर दबोचा है. लेकिन पुलिस की चिंता इस बात पर ज्यादा है कि आखिर नबालिको का तेजी से जुर्म की दुनिया में कदम रखने का क्या कारण है.
ज्यादातर हत्या में आपसी रंजिश और विवाद वजह :समाज में हत्याओं के मामलों में इजाफा हो रहा है. ज्यादातर मामले चिन्हांकित होती हैं. जिसमें हत्याएं होती है. जैसे पत्नी से अवैध संबंध, जमीन संबंधी, लूटपाट और किसी कारणवश आपसी रंजिश. इन मामलों में हत्या और हत्या के प्रयास ज्यादा होते हैं. जिसमें हत्या करने वाले और हत्या होने वाले का किसी न किसी तौर पर एक दूसरे से संबंध होता है. लेकिन ऐसी हत्याओं में आरोपी भी हत्या के बाद ही नामजद होते हैं.
"दहशत पैदा करना हत्या की मुख्य वजह":पिछले 11 महीने में जिले में 46 हत्याएं हुई हैं. इन मामलों में कई हत्याओं में बालिगों के साथ नाबालिगों की संलिप्तता भी सामने आई है. हत्याओं की पुलिस जब जांच करती है तब कारण जानकर पुलिस के होश उड़ जाते हैं. हत्या करने का कोई ठोस कारण सामने नहीं आता. त्वरित विवाद के चलते हत्या करना और फिल्मों की तर्ज पर आम लोगों के सामने हत्या कर दहशत पैदा करना मुख्य वजह होता है. ऐसी घटनाओं को अंजाम अंजाम देने के बाद नाबालिग जोर शोर से इसका प्रचार करते हैं, और अपना वर्चस्व बनाने की कोशिश करते हैं.