पटना:जनता दरबार(Janta Darbar) में मधेपुरा से आए एक शिक्षक रूप नारायण यादव मुख्यमंत्री से बहस करने लगे. शिक्षक का कहना था कि मुख्यमंत्री ने उनकी पूरी बात सुने बगैर शिक्षा मंत्री के पास जाने को कह दिया. इसलिए उन्होंने कहा था कि आपके पास आया हूं. मुझे पूरी बात तो कहने दें. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने शिक्षा मंत्री के पास भेज दिया.
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'मुख्यमंत्री शिकायत सुनने की जगह शिक्षा मंत्री के पास भेज रहे थे. इसी कारण बहस हो गई. ऐसे में तो समस्या का समाधान होने से रहा. पहले भी मुख्यमंत्री से गुहार लगा चुके हैं. अधिकारियों से भी गुहार लगा चुके हैं. लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ. मुजे साजिश के तहत मेरे पद से हटा दिया गया है. इसी की शिकायत लेकर मैं पहुंचा था.'-रूप नारायण यादव, शिक्षक
असल में रूप नारायण यादव को केंद्र अधीक्षक पद से हटाकर निलंबित कर दिया गया है. अपने निलंबन के खिलाफ ही जनता दरबार में गुहार लगाने पहुंचे थे. लेकिन मुख्यमंत्री ने पूरी बात नहीं सुनी. इसी से निलंबित शिक्षक रूपनारायण नाराज हो गए.
बता दें कि मधेपुरा में सहायक शिक्षक के पद पर काम करने वाले रूप नारायण यादव को केंद्र अधीक्षक पद से हटा दिया गया है. निलंबित रूपनारायण यादव का आरोप है कि उन्हें साजिश के तहत हटाया गया है. वो अपनी बात मुख्यमंत्री से कहने के लिए पहुंचे थे. लेकिन मुख्यमंत्री ने उनकी बात नहीं सुनी. उनके सुरक्षाकर्मियों ने मुझे वहां से हटा दिया और इसी को लेकर मुख्यमंत्री से बहस भी हुई.