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गोपालगंज में तेजस्वी-नीतीश ने AIMIM को हल्के में लेकर बड़ी भूल कर दी..? NOTA ने भी बिगाड़ा खेल

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Published : Nov 6, 2022, 8:48 PM IST

एआईएमआईएम
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बिहार की दो सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ गये. मोकामा में अनुमान के मुताबिक ही नीतजा रहा. लेकिन, गोपालगंज में कम अंतर से हार-जीत ने सभी काे चौंका दिया. चुनाव में एआईएमआईएम (AIMIM) उम्मीदवार को मिले वोट ने यह संदेश दिया है कि उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता है.

पटनाः बिहार में विधानसभा की दो सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ गये हैं. बीजेपी ने गोपालगंज को बरकरार रखा. वहीं राजद ने मोकामा सीट पर अपना कब्जा जमाये रखा. मोकामा में हार-जीत का अंतर 16420 वोट का रहा, लेकिन गोपालगंज में मतगणना के दौरान दोनों दलों की धड़कनें बढ़ती-घटती रही. इस धड़कन काे बढ़ाने में एआईएमआईएम उम्मीदवार अब्दुल सलाम की अहम भूमिका रही. इस उपचुनाव में अब्दुल सलाम को 12212 वोट मिले, जबकि हार जीत का अंतर मात्र 1794 वोट रहा. ऐसे में गोपालगंज के परिणाम ने राजनीतिक गलियारे में यह संदेश दे दिया है कि उनको हल्के में नहीं लिया जा सकता है. जबकि परिणाम आने के बाद राजनीतिक दल अपनी-अपनी डफली बजा रहे हैं. भाजपा सांसद सुशील मोदी जदयू के बगैर जीत पर खुशी जता रहे हैं, वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का कहना है कि उनके नहीं रहने से जीत का अंतर घटा है.

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भाजपा की बी टीमः बता दें कि एआईएमआईएम काे गैर भाजपा दल भाजपा की बी टीम बताती है. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में असद्दुदीन ओवैसी की ऑल इंडिया मज़लिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमिन (AIMIM) पार्टी ने पांच विधानसभा सीट जीतकर सभी दलों की नींद उड़ा दी थी. एआईएमआईएम के कारण सत्ता से वंचित रह गए महाठबंधन के दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस लगातार ओवैसी पर हमलावर बने हुए थे. उन्हें भाजपा की 'बी' टीम करार दिया. उनका तर्क था कि एआईएमआईएम ने महागठबंधन के वोट काट कर उसे सत्ता से दूर कर दिया. जिसके चलते राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सत्ता में वापसी हो सकी. इस उपचुनाव में भी गोपालगंज में एआईएमआईएम को मिले वोट से कहा जा सकता है कि उसने राजद का खेल बिगाड़ दिया.

क्रमनामदलटोटल वोटप्रतिशत
1 इंदिरा यादव बीएसपी 8854 5.26
2 कुसुम देवी भाजपा 70053 41.6
3 मोहन प्रसाद गुप्ता राजद 68259 40.53
4 अब्दुल सलाम एआईएमआईएम 12214 7.25
5 जगमोहन महतो जन जनवादी पार्टी 1805 1.07
6 प्रमोद कुमार राष्ट्रीय जनसंभवाना पार्टी 582 0.35
7 मोती लाल प्रसाद भारतीय बहुजन कांग्रेस 902 0.54
8 संजय कुमार प्रसाद प्रगतिशील समाज पार्टी 1964 1.17
9 विनय कुमार राय स्वतंत्र 1593 0.95
10 NOTA None of the Above 2170 1.29

नोटा ने भी बिगाड़ा खेलः गोपालगंज में बीजेपी के सुभाष सिंह ने 2020 में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा के अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव पर 36500 से अधिक मतों से जीत हासिल की थी. महागठबंधन की ओर से कांग्रेस उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे थे. इस बार, आरजेडी कई बार बीजेपी से आगे निकल गया था. ऐसा लग रहा था कि मोहन प्रसाद गुप्ता गोपालगंज में बीजेपी की जीत का सिलसिला तोड़ देंगे. लेकिन आखिरकार बीजेपी उम्मीदवार कुसुम देवी ने 1794 मतों से पराजित कर दिया. वहीं नोटा काे 2170 वोट मिले.

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भाजपा नीतीश पर हमलावरः बिहार में उपचुनाव का परिणाम (Bihar By Election Results) आने बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गयी है. भाजपा, नीतीश कुमार को लेकर हमलावर है. महागठबंधन को लेकर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं. पूर्व कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सब कुछ साफ हो गया है, 8 दलों का जो महागठबंधन बना है बिहार में उसका असर इस चुनाव परिणाम में देखने को नहीं मिला है. नेता प्रतिपक्ष, विधान परिषद सम्राट चौधरी ने कहा है जनता ने नीतीश सरकार को नकार दिया है. महागठबंधन में नीतीश के आने से राजद का और वोट घटा है. उपचुनाव के नतीजों पर बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी (BJP MP Sushil Modi) ने कहा (BJP MP Sushil Modi Reaction On ByPoll Result) कि महागठबंधन को मुंह की खानी पड़ी है. सुशील मोदी ने कहा कि गोपालगंज में महागठबंधन को जनता ने नकार दिया है.

ट्विटर पर वारः चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा सांसद सुशील मोदी ने ट्विट किया कि 'गोपालगंज में महागठबंधन को जनता ने नकार दिया. नीतीश कुमार लालू के साथ थे फिर भी नहीं जीत पाए. भाजपा के आधार वोट में सेंध नहीं लगा पाए. लव कुश एवं EBC ने एकमुश्त वोट भाजपा को दिया. मोकामा और गोपालगंज ने बता दिया की JDU का आधार वोट अब भाजपा के साथ है'. सुशील मोदी के ट्विवट पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रतिक्रिया देते हुए एक आंकड़ा टैग किया. उसके बाद लिखा-'लगता है आपकी स्मरण शक्ति कमजोर हो गयी है. 2020 में 36752 वोट से जीते थे, इस बार 1794 वोट. फिर भी महागठबंधन के आधार वाला वोट आपको मिला. ऐसी प्रतिक्रिया बड़का झूठा पार्टी के हताश नेता ही दे सकते हैं.'

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गोपालगंज में बीजेपी के वोट में सेंधः ''आप सब लोग जान रहे हैं कि मोकामा में विधानसभा चुनाव एकतरफा रहा, जबकि इन गोपालगंज मैं 2020 में जहां हम 40 हजार मत से हारते थे. इस बार सिंपैथी वोट फैक्टर होने के बाद भी बीजेपी से हमारी 1700 मतों से हार हुई. मुकाबला दिलचस्प था और हम लोगों का जो प्रयोग था. वह काफी हद तक सफल रहा. दीपावली और छठ जैसे त्योहार के बीच चुनाव था. गोपालगंज की जनता यानी बीजेपी का जो कोर वोटर है जो लोग क्लेम करते थे कि फलाना हमारा ही वोटर है उस पर महागठबंधन के लोगों ने सेंध मारने का काम किया है''- तेजस्वी यादव, उपमुख्यमंत्री, बिहार

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