कटिहार:मुगलसराय स्टेशन से रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का सिलसिला अब सीमांचल की धरती तक पहुंच गया है. अररिया से लोकसभा सदस्य प्रदीप कुमार सिंह ने सिमराहा रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर महान कथाशिल्पी फणीश्वरनाथ रेणु के नाम पर रखने की मांग की है. उन्होंने पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक से स्टेशन के नाम बदलने का प्रस्ताव रेलवे मंत्रालय को भेजने का अनुरोध किया है.
कटिहार: साहित्यकार फणीश्वरनाथ रेणु के नाम पर सिमराहा रेलवे स्टेशन का नाम रखने की मांग
अररिया से लोकसभा सदस्य प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि सिमराहा रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर फणीश्वरनाथ रेलवे ग्राम स्टेशन रखा जाये. इसे लेकर पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक संजीव रॉय को अर्जी दे दी गई है.
बता दें कि एनएफ रेलवे के कटिहार रेल डिवीजन की वार्षिक जीएम मीटिंग में सांसद प्रदीप कुमार हिस्सा लेने पहुंचे थे. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि महान कथाशिल्पी फणीश्वरनाथ रेणु की साहित्य के क्षेत्र में अपनी पहचान है. वह अररिया जिले के औराही हिंगना गांव के रहने वाले थे, जो कटिहार-जोगबनी रेलखंड पर सिमराहा रेलवे स्टेशन के समीप पड़ता है.
सिमराहा रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की मांग
सांसद ने कहा कि हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि सिमराहा रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर फणीश्वरनाथ रेलवे ग्राम स्टेशन रखा जाये. यह उस इलाके के लोगों की वर्षों पुरानी मांग रही है. उन्होंने कहा कि इसे लेकर पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक संजीव रॉय को अर्जी दे दी गई है. वह स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव रेलवे मंत्रालय को भेजेंगे.
Body:यह दृश्य कटिहार रेल अतिथिगृह का हैं जहाँ एनएफ रेलवे के कटिहार रेल डिवीजन की वार्षिक जीएम मीटिंग में हिस्सा लेने पहुँचे अररिया से लोकसभा सदस्य प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि महान कथाशिल्पी फणीश्वरनाथ रेणु को कौन नहीं जानता ....। सीमाँचल के इस लाल की साहित्य के क्षेत्र में अपनी पहचान हैं और वह अररिया जिले के औराही हिंगना गांव के रहने वाले थे जो कटिहार - जोगबनी रेलखण्ड पर सिमराहा रेलवे स्टेशन के समीप पड़ता हैं और यह उनका घरेलू रेलवे स्टेशन भी रहा हैं .....। अररिया जिले को लोग फणीश्वरनाथ रेणु की वजह से जानते हैं ....। हम भारत सरकार से माँग करते हैं कि सिमराहा रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर फणीश्वरनाथ रेलवे ग्राम स्टेशन रखा जाय .....। यह उस इलाके के लोगों की वर्षों पुरानी माँग रही हैं और हमने पूर्वोत्तर सीमान्त रेलवे के महाप्रबंधक संजीव रॉय को अर्जी दी हैं कि वह अपने स्तर से इस आशय का प्रस्ताव रेलवे मंत्रालय भेजें ताकि नया नामाकरण किया जा सकें......।
Conclusion:भारत मे रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने के कई तरीके हैं लेकिन उसमें दो प्रमुख तरीके हैं....। पहला , राज्य सरकार प्रस्ताव लेकर नाम रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने की सिफारिश केन्द्र सरकार से कर सकती हैं और दूसरा स्थानीय जनप्रतिनिधियों की माँग पर जब केन्द्र सरकार और रेलवे मंत्रालय को लगता हैं कि प्रतीक स्टेशन के रूप में किया गया माँग जायज हैं तो वह जनहित में इसपर निर्णय ले सकती हैं .....। अब देखना दिलचस्प होगा कि केन्द्र सरकार इस प्रस्ताव पर क्या निर्णय लेती हैं ......।