उत्तराखंड

uttarakhand

तपिश बढ़ते ही बिलों से बाहर निकल रहे जहरीले सांप, 2 दिन में 15 से ज्यादा का किया जा चुका रेस्क्यू - Heat Effect on Snake

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 21, 2024, 2:02 PM IST

Heat Effect on Snake in Ramnagar रामनगर में जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, वैसे-वैसे सांपों का बिलों से निकलना शुरू हो गया है. रामनगर के सेव द स्नेक सोसाइटी ने 2 दिन के भीतर कॉर्बेट पार्क से लगे ग्रामीण क्षेत्रों से 15 से ज्यादा कोबरा सांपों का रेस्क्यू किया है, जिन्हें वन विभाग की मदद से दूर जंगल में छोड़ा गया है.

Heat Effect on Snake
तपिश बढ़ते ही बिलों से बाहर निकल रहे जहरीले सांप

रामनगर: उत्तराखंड में अब तपिश बढ़ गई है. जिससे कॉर्बेट पार्क से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में सांपों का निकलना शुरू हो गया है. ऐसे में सेव द स्नेक सोसाइटी इन सांपों को पकड़कर वन विभाग की मदद से जंगल में छोड़ रही है. वहीं, लगातार सांपों के निकलने से लोग काफी डरे हुए हैं.

गर्मी बढ़ने से सांपों का निकलना शुरू:बता दें कि गर्मी बढ़ने से पिछले दो दिनों में कॉर्बेट पार्क से सटे ग्रामीण क्षेत्र ढेला, सांवल्दे ,ढिकुली और रामनगर में 15 से ज्यादा कोबरा समेत अन्य सांपों के निकलने के मामले सामने आए हैं. सूचना मिलने के बाद समिति के सदस्यों ने अलग-अलग क्षेत्रों से सांपों का रेस्क्यू किया और उन्हें वन विभाग की मदद से जंगल में छोड़ा. आज तक सेव द स्नेक समिति ने करीब 50 हजार से ज्यादा सांपों को आबादी क्षेत्र से पकड़कर वन विभाग की मदद से जंगलों में छोड़ चुकी है.

15 से ज्यादा कोबरा सांप और किंग कोबरा का रेस्क्यू:सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद ने बताया कि अब गर्मी बढ़ने लगी है, जिससे सांपों का निकलना शुरू हो गया है. ऐसे में सेव द स्नेक समिति के सदस्य सांपों का रेस्क्यू ही नहीं, बल्कि सांपों को संरक्षण करने का संदेश भी दे रहे हैं. वहीं, सेव द स्नेक समिति के अध्यक्ष चंद्रसेन कश्यप ने बताया कि पिछले 2 दिनों में कॉर्बेट से सटे ग्रामीण क्षेत्रों से 15 से ज्यादा जहरीले कोबरा सांपों का रेस्क्यू किया गया है.

सेव द स्नेक समिति वन विभाग की कर रहा मदद:कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर दिगंत नायक ने बताया कि सेव द स्नेक समिति के अध्यक्ष चंद्रसेन कश्यप और उनकी टीम की ओर से लगातार वन विभाग की मदद की जाती है. पिछले दो दिनों में वो 15 से ज्यादा जहरीले सांपों को अलग-अलग क्षेत्र से रेस्क्यू कर चुके हैं. जिन्हें सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया है.

ये भी पढ़ें-

ABOUT THE AUTHOR

...view details