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श्रीनगर विधानसभा सीट पर नहीं बढ़ा वोट प्रतिशत, जानिए किसे फायदा, किसे नुकसान ?

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Published : Feb 17, 2022, 11:29 AM IST

उत्तराखंड की श्रीनगर विधानसभा सीट में इस बार वोट प्रतिशत काफी कम रहा है. इसको लेकर गढ़वाल विवि के राजनीति विज्ञान के वरिष्ठ प्रोफेसर एमएम सेमवाल ने कहा है कि इस बार श्रीनगर सीट किस प्रत्याशी की होगी ये तो कहना मुश्किल है, लेकिन ये तो है कि यूकेडी और निर्दलीय प्रत्याशियों ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों प्रत्याशियों के वोट काटने का काम किया है.

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श्रीनगर

श्रीनगर: विधानसभा चुनाव 2022 में इस बार प्रदेश की सबसे हॉट सीट में शामिल श्रीनगर विधानसभा सीट (Srinagar Assembly seat) के वोटर्स में उत्साह नहीं दिखाई दिया है. आंकड़े बता रहे हैं कि श्रीनगर विधानसभा सीट की जनता ने किसी भी प्रत्याशी कोई खास तवज्जो नहीं दी है. श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र में कुल 1,07,347 वोटर हैं. इस साल 59.71 प्रतिशत ही वोटिंग हुई है, जिसमें 54,792 पुरुष मतदाताओं में से 29,016 ने ही वोट डाले. उधर 52,552 महिला मतदाताओं में 34,681 हजार महिलाओं ने ही वोट डाले. 396 पोस्टल बैलेट डाले गए हैं.

गढ़वाल विवि के राजनीति विज्ञान के वरिष्ठ प्रोफेसर एमएम सेमवाल (Senior Professor MM Semwal) की मानें तो लोगों में वोट डालने को लेकर उत्साह कम था, जो बताता है कि लोगों में सरकार के प्रति गुस्सा भी नहीं दिखाई पड़ा. श्रीनगर विधानसभा सीट में भले ही मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच हो, लेकिन यूकेडी ने वोट काटने में बड़ी सेंधमारी की है. इनको वोटिंग करने वाले लोग अगड़ी जाति के होंगे, जबकि आम आदमी पार्टी ने भी कांग्रेस के वोट बैंक पर सेंध मारी की है, जिससे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल (Congress candidate Ganesh Godiyal) और कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत (bjp candidate dhan singh rawat) दोनों को ही नुकसान पहुंचना तय है.

श्रीनगर विधानसभा सीट का डॉ. एमएम सेमवाल ने विश्लेषण किया.

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डॉ. सेमवाल का कहना है कि जिसको ज्यादा नुकसान होगा वह प्रत्याशी अपनी सीट गंवा देगा. इस बार जनता में मोदी मैजिक भी दिखाई नहीं दिया है. इस बार ये भी तय माना जा रहा है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही मजबूत रहेंगे. हालांकि, अभी यह कहना थोड़ा मुश्किल लग रहा है कि सरकार किस पार्टी की बनेगी, क्योंकि इस बार जनता का मिजाज साइलेंट रहा है. वोटिंग भी साइलेंट हुई है. इसलिए 10 मार्च को ही पता लगेगा कि जनता ने किस पार्टी को सत्ता सौंपी है. ये भी तय माना जा रहा है कि सरकार में निर्दलीय ओर यूकेडी के प्रत्याशी भी अहम भूमिका में रहेंगे.

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