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गिनी में हिरासत में लिए गए 16 भारतीय नाविकों का मामला, विदेश मंत्री से मिलेंगे अजय भट्ट

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Published : Nov 10, 2022, 8:55 AM IST

Updated : Nov 10, 2022, 9:12 AM IST

पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी में हिरासत में लिए गए भारत के 16 नाविक आज राहत भरी खबर पा सकते हैं. गिनी में हिरासत में लिए गए नाविकों के मामले को लेकर आज रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट विदेश मंत्री एस जयंशकर से मिलने वाले हैं. अजय भट्ट गिनी में हिरासत में लिए गए भारतीय नाविकों को छुड़ाने के बारे में बात करेंगे. भारत के 16 कर्मियों समेत कुल 26 नाविक गिनी की हिरासत में हैं. ये लोग लगातार वीडियो जारी कर छुड़ाने की अपील कर रहे हैं.

Indian sailor news
भारतीय नाविक समाचार

हल्द्वानी: पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी में हिरासत में लिए गए 16 भारतीय नाविकों के लिए उम्मीद जगाने वाली खबर है. आज केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट इस मामले को लेकर विदेश मंत्री एस जयंशकर से मुलाकात करेंगे. अजय भट्ट विदेश मंत्री एस जयशंकर से गिनी में हिरासत में लिए गए 16 भारतीय नाविकों को छुड़ाने की अपील करेंगे. इन 16 नाविकों में दो लोग उत्तराखंड के भी हैं.

गिनी में हिरासत में हैं 16 भारतीय नाविक: अफ्रीकी देश गिनी में उत्तराखंड के सौरभ स्वार व तनुज मेहता समेत भारत के 16 शिप क्रू मेंबर हिरासत में लिए गए हैं. जहाज पर कुल 26 शिप क्रू मेंबर हिरासत में हैं. इन लोगों ने एक बार फिर से वीडियो जारी कर अपने आप को बचाने की गुहार लगाई है. वीडियो में पानी के जहाज के क्रू कह रहे हैं कि गिनी अब उनको नाइजीरिया नेवी के हवाले करने जा रहा है. ऐसे में अब उनको खतरा बना हुआ है.

नाविकों के मामले पर विदेश मंत्री से मिलेंगे अजय भट्ट

14 अगस्त से हिरासत में हैं नाविक: जहाज के क्रू मेंबर 14 अगस्त से शिप में फंसे हुए हैं, जहां गिनी नेवी ने तीन महीनों से जहाज के अंदर ही उनको हिरासत में रखा है. उत्तराखंड के दोनों नाविकों ने अब केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट को ईमेल भेजकर मदद मांगी है. रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट इस संबंध में गुरुवार यानी आज विदेश मंत्री एस जयंकर से मिलकर हल निकालने का आग्रह करेंगे.
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उत्तराखंड के दो नाविक भी हिरासत में हैं: उत्तराखंड के हल्द्वानी गौलापार निवासी सौरभ ने बताया कि आठ अगस्त को उनका जहाज 26 नाविकों को लेकर कच्चा तेल भरने के लिए नाइजीरिया के एकेपीओ टर्मिनल पहुंचा था. लेकिन तेल भरने से पहले ही नाइजीरिया के इशारे पर 14 अगस्त को पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी की नौसेना ने उनके जहाज को कब्जे में ले लिया. शिप पर तेल चोरी और नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए जहाज के सभी 26 क्रू मेंबर को पिछले 14 अगस्त से हिरासत में रखा है. इनमें 16 भारतीय नाविक भी शामिल हैं. जहाज के क्रू मेंबर भारत सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हस्तक्षेप कर छुड़ाने की गुहार लगाने के लिए वीडियो भी शेयर कर चुके हैं.

हिरासत में लिए गए नाविकों को नाइजीरिया को सौंपने जा रहा गिनी: सौरभ स्वार ने बताया कि तीन दिन पहले 15 नाविकों को पूछताछ के लिए एक कमरे में बंधक बना लिया गया था. बुधवार को सभी को वापस छोड़ा गया. मगर सभी अभी जहाज में ही हैं जो गिनी की नौसेना के कब्जे में है. हल्द्वानी निवासी सौरभ स्वार ने ईटीवी भारत को फोन कर बताया कि जहाज के सभी ग्रुप मेंबर मानसिक रूप से परेशान हो चुके हैं. अब गिनी नेवी सभी को नाइजीरिया नेवी के हवाले करने जा रही है. ऐसे में अगर जल्द उनकी रिहाई नहीं की गई तो नाइजीरियन नेवी से छूटना मुश्किल हो जाएगा.
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केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट आज विदेश मंत्री से मिलेंगे: केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा है कि जहाज में फंसे सभी भारतीय क्रू मेंबर की रिहाई के लिए गुरुवार 10 नवंबर को वो विदेश मंत्री से मुलाकात करेंगे. जल्द सभी की रिहाई करा ली जाएगी.

ये है पूरा मामला: तेल भरने के लिए उनका जहाज टर्मिनल से निकला तो नाइजीरिया ने तेल चोरी का आरोप लगा दिया और गिनी की समुद्री सीमा में प्रवेश करते ही नाइजीरिया के इशारे पर गिनी की नौसेना ने जहाज को रोक लिया. जहाज में सवार सभी लोगों को हिरासत में लेते हुए पूछताछ की गई. उनके द्वारा बताया गया कि आपके द्वारा नियमों का उल्लंघन किया गया है. जिस पर उनकी कंपनी इसका जुर्माना भी भर चुकी है. नौसेना द्वारा शिप में हिरासत में रखा गया है. उनसे तीन से चार बार पूछताछ भी की जा चुकी है. वह यहां से छूटते हैं तो आगे नाइजीरिया के नौसेना कर्मी तैनात हैं जो उन्हें आगे बढ़ने से रोक सकते हैं.

हिरासत में लिए गए लोगों की आपबीती: गिनी में हिरासत में लिए गए लोगों ने जहाज से ही एक वीडियो साझा किया है. इस वीडियो में ये लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि तीन महीने से बंधक रहने के कारण उनमें से अधिकांश बीमार पड़ गए हैं. देहरादून निवासी कैप्टन तनुज मेहता ने कहा कि उन्हें पहले मलेरिया हुआ और अब वो टाइफाइड से पीड़ित हैं. यही हाल हिरासत में लिए गए अन्य कर्मचारियों का भी है.

जहाज पर फंसे लोगों का विवरण
उत्तराखंड - 2
केरल - 3
यूपी - 1
महाराष्ट्र - 4
तमिलनाडु - 3
आंध्र प्रदेश - 1
राजस्थान - 1
प. बंगाल - 1

10 नागरिक दूसरे देशों के भी हैं
श्रीलंका - 8
पोलिस - 1
फिलीपींस - 1

पश्चिम अफ्रीकी देश है गिनी: गिनी, आधिकारिक तौर पर गिनी गणराज्य, पश्चिम अफ़्रीका में स्थित एक देश है, जिसे पूर्व में फ्रेंच गिनी के नाम से जाना जाता था. अर्द्ध चंद्राकार आकार का यह देश पूर्व से दक्षिण की ओर फैला हुआ है, जहां इसकी पश्चिमी सीमा अंध महासागर से मिलती है. अंध महासागर के अलावा गिनी-बिसाऊ भी देश के पश्चिम में स्थित है. अंदरूनी हिस्सों में उत्तरी सीमा पर सेनेगल और उत्तर और उत्तर-पूर्व में माली स्थित है. दक्षिण पूर्व की ओर कोट द' आईवोर है, दक्षिण में लाइबेरिया और दक्षिण पश्चिम में सियेरा लियोन स्थित हैं. देश के मध्य से बहने वाली नाइजर नदी पानी के साथ-साथ जल परिवहन की सुविधा मुहैय्या कराती है.

कोनाक्री देश का सबसे बड़ा शहर और राजधानी होने के साथ-साथ राष्ट्रीय सरकार का मुख्यालय भी है. देश को कभी-कभी पड़ोसी देश गिनी-बिसाउ से अलग बताने के लिए गिनी-कोनाक्री भी कहा जाता है. गिनी में चौबीस जातीय समूहों का वास है, जिनमें से तीन सबसे बड़े और सबसे प्रभावी समूह फुला, मंदिनका और सुसु हैं.

Last Updated :Nov 10, 2022, 9:12 AM IST
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