ETV Bharat / state

प्रीतम ने आपदा से निपटने में सरकार को बताया फेल, बोले- शाह भी औपचारिकता कर गए

author img

By

Published : Oct 23, 2021, 4:26 PM IST

Updated : Oct 23, 2021, 4:45 PM IST

शनिवार को नैनीताल पहुंचे नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान आपदा प्रभावितों से मुलाकात भी की. प्रीतम ने कहा कि आपदा से निपटने में सरकार फेल रही है. गृहमंत्री अमित शाह भी सिर्फ औपचारिकता निभा गए.

Pritam Singh
Pritam Singh

नैनीताल: नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह शनिवार को नैनीताल पहुंचे. यहां उन्होंने आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने औपचारिकता निभाने के लिए उत्तराखंड के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस दौरान प्रदेश के लिए कोई राहत पैकेज की घोषणी नहीं की, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

उत्तराखंड में बीते दिनों हुई बारिश ने काफी तबाई मचाई थी. सबसे ज्यादा नुकसान नैनीताल जिले में हुआ था. शनिवार को नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया. प्रीतम सिंह के एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी नैनीताल जिले में आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया था.

प्रीतम ने आपदा से निपटने में सरकार को बताया फेल

पढ़ें- हर्षिल-छितकुल के लखमा पास से ITBP ने बरामद किए दो और शव, खराब मौसम के चलते रेस्क्यू रुका

इस दौरान प्रीतम सिंह ने कहा कि आपदा से जो भारी नुकसान हुआ है, उसके लिए राज्य की बीजेपी सरकार जिम्मेदार है. मौसम विभाग ने पहले ही रेड अलर्ट जारी कर दिया था. बावजूद इसके सरकार कोई कार्य योजना तैयार नहीं कर सकी और न ही आपदा प्रभावितों की सहायता के लिए सरकार आगे आई है.

प्रीतम सिंह ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने प्रदेश का हवाई दौरा तो किया, लेकिन अब तक केंद्र सरकार से कोई राहत पैकेज की घोषणा नहीं की जा सकी है. नैनीताल में नेता प्रतिपक्ष प्रीतम ने कहा कि मौसम विभाग की ओर एक दिन पूर्व ही भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया था. साथ ही चेताया था, कि प्रदेश में 2013 वाले हालात फिर बन सकते हैं, लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद भाजपा सरकार ने दैवीय आपदा प्रबंधन की ओर कोई ध्यान नहीं दिया. राज्य सरकार का आपदा प्रबंधन तंत्र पूरी तरह से फेल रहा.

पढ़ें- केदारनाथ ट्रैक पर बर्फबारी में फंसा 7 सदस्यीय दल लौटा, दो दिन बर्फ पिघलाकर पिया पानी

प्रीतम सिंह ने कहा कि अलर्ट जारी होते ही सरकार को चाहिए था कि नदी-नालों और निचले इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाता. सरकार तीन दिनों तक लोगों को मौत के मुंह में जाते हुए देखती रही. इस कारण आपदा से भारी जनहानि होने के साथ ही लोगों के मकान, जमीन और फसलें बर्बाद हो गईं. उन्होंने मांग की है कि मृतकों के परिजनों को केंद्र और राज्य सरकार की ओर से 10-10 लाख रुपए की मदद की जानी चाहिए.

उन्होंने कहा कि डबल इंजन का दावा करने वाली सरकार के कार्यों में कहीं भी डबल इंजन नहीं दिखाई दे रहा है. आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी लोग फंसे हुए हैं, सड़कों की बुरी हालत है. यदि सरकार इसका प्रबंधन करने में फेल हो रही है तो इस्तीफा दे दे. कांग्रेस के पास इससे निपटने का प्रभावी रोडमैप है. उन्होंने दैवीय आपदा को लेकर केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित नियमों में बदलाव कर आपदा में जान गंवाने वाले हर व्यक्ति को दस लाख रुपए मुआवजा और अन्य नुकसान की भरपाई के लिए आर्थिक मदद करने की मांग की है.

पढ़ें- सीएम का चंपावत दौरा: आपदा प्रभावितों का दर्द बांटने पहुंचे धामी, पूरी मदद का भरोसा

कांग्रेस के दरवाजे सभी के लिए खुले: इस दौरान कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए बागी नेताओं की घर वापसी पर टिप्पणी करते हुए प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं, जो आना चाहे आ सकता है. राजनीति में कभी दरवाजे किसी के लिए बंद नहीं होते हैं. दरवाजे से कई लोग जाते हैं तो कई लोग आते हैं. लोकतंत्र में कोई ऐसा दल नहीं है जहां लोग आते-जाते ना रहे हों. अगर कोई कांग्रेस में आना चाहेगा तो उस पर केंद्रीय नेतृत्व फैसला करेगा.

Last Updated :Oct 23, 2021, 4:45 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.