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सोमवती अमावस्या पर हरिद्वार में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, 2.50 लाख भक्तों ने किया गंगा स्नान

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 13, 2023, 10:41 AM IST

Updated : Nov 13, 2023, 8:57 PM IST

Somvati Amavasya snan 2023
सोमवती अमावस्या का स्नान

Somvati Amavasya snan 2023 सोमवती अमावस्या पर हरिद्वार के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. पुण्य प्राप्ति की चाह और पितरों के मोक्ष के निमित्त श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया. सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. मेला क्षेत्र को 5 सुपर जोन में बांटा गया.

सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान का पुण्य प्राप्त करने की होड़

हरिद्वार: आज सोमवती अमावस्या का स्नान पर्व है. वैसे तो सभी अमावस्या का बड़ा ही महत्व है, मगर सोमवती अमावस्या व्यक्ति के लिए पुण्यदायी और जीवनदायी है. उस पर दीपावली के अगले दिन सोमवती अमावस्या पड़ने का योग अत्यंत महत्वपूर्ण है. गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है. श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगा कर पुण्य और मोक्ष की कामना कर रहे हैं. आज शाम तक हरिद्वार में करीब 2.50 लाख भक्तों ने गंगा स्नान किया.

  • #WATCH | Uttrakhand: Devotees took a holy dip in river Ganga, in Haridwar on the occasion of Somvati Amavasya.

    (Early morning visuals from Haridwar) pic.twitter.com/jXat2wljKk

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 13, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

आज है सोमवती अमावस्या: गंगा स्नान करने के लिए यहां पर दूर दूर से श्रद्धालु आये हैं. मान्यता है कि इस अवसर पर गंगा स्नान करने से सभी कष्ट दूर होते हैं. मनोकामनाएं पूरी होती हैं. मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस अवसर पर पितरों के निमित्त पूजा करने से जीवन में सुख और शांति आती है. पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं. मेला क्षेत्र को 5 सुपर जोन, 26 जोन और 39 सेक्टर में बांट कर अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.

Somvati Amavasya snan 2023
सोमवती अमावस्या का स्नान

सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान: पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि वैसे तो सभी अमावस्या पर गंगा स्नान का महत्व है. मगर सोमयुता अर्थात सोमवती अथवा भोमयुता अर्थात भौमवती अमावस्या विशेष पुण्यदायी होती है. आप इसके पुण्य का इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि इस सोमवती अमावस्या की प्रतीक्षा में स्वयं भीष्म पितामह ने अपनी शैया पर पड़े रहते हुए इंतजार किया था. आज मात्र जल स्नान करना व्यक्ति को अश्वमेध यज्ञ के समान फल दे देता है. आज के दिन अपने पितरों के प्रति तर्पण श्राद्ध आदि करना, पीपल के वृक्ष की पूजा करना, उसमें अपने पितरों की कामना करते हुए किसी भी प्रकार से 108 परिक्रमा कर लें तो यह निश्चित समझिए कि व्यक्ति का कितना भी कठिनाईपूर्ण जीवन हो, वह सुधर जाता है.

Somvati Amavasya snan 2023
सोमवती अमावस्या के स्नान को पुण्यकारी माना जाता है

सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान का महत्व: व्यक्ति की मनोकामना, इच्छितकामना पूर्ण हो जाती है. गंगा आदि पवित्र नदियों में हरिद्वार आदि तीर्थो में आज के दिन स्नान का अत्यधिक महत्व है. आज ब्रह्मकुंड हर की पैड़ी पर स्नान करके व्यक्ति अपने जीवन को कल्पकल्पान्तर तक के पाप नष्ट करके मोक्ष को प्राप्त कर लेता है. आज जो दान करेंगे, जो पुण्य करेंगे वो अक्षय है. सोमवती अमावस्या व्यक्ति के लिए पुण्यदायी और जीवनदायी है.

Somvati Amavasya snan 2023
सोमवती अमावस्या पर गंगा घाट पर भीड़

पितरों के मोक्ष के लिए गंगा स्नान: वैसे तो स्नान पर्वों पर हमेशा ही श्रद्धालुओं की भीड़ हरिद्वार गंगा स्नान के लिए पहुंचती है. मगर आज सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान करने का मौका कोई नहीं छोड़ना चाहता है. हर की पैड़ी पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना है कि सोमवती अमावस्या के दिन गंगा स्नान करने से परिवार में सुख समृद्धि तो आती ही है, सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं. मोक्ष की प्राप्ति होती है. साथ ही पितरों की आत्मा भी तृप्त होती है और पुण्य की प्राप्ति होती है.

सोमवती अमावस्या को लेकर कड़ी सुरक्षा: सोमवती अमावस्या पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के हरिद्वार आने को देखते हुए ही सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं. अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है. मेला क्षेत्र को 5 सुपर जोन, 16 जोन और 39 सेक्टर में बांटकर अधिकारियों और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. ट्रैफिक को लेकर भी प्रबंध किया गया है.
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Last Updated :Nov 13, 2023, 8:57 PM IST
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