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बॉलीवुड गायक जुबिन ने बयां किया दर्द, कहा- नेताओं ने उत्तराखंड पर नहीं दिया ध्यान

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Published : Mar 26, 2019, 11:49 PM IST

भविष्य में राजनीति में उतरने के सवाल पर जुबिन ने कहा कि राजनीति के बारे में उन्होंने आज तक नहीं सोचा है. हां इतना जरूर है कि वह एक कलाकार हैं और बतौर कलाकार वह उत्तराखंड के लिए सोचते हैं. जुबिन ने कहा कि वह उत्तराखंड के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं. लेकिन वह कभी भी किसी पार्टी के साथ नहीं जुड़ेंगे और न ही कोई नेतागिरी करने का उनका मन है.

जुबिन नौटियाल

देहरादून: उत्तराखंड के मशहूर बॉलीवुड गायक जुबिन नौटियाल ने उत्तराखंड की आवाम से आगामी लोकसभा चुनाव में योग्य उम्मीदवार को चुनने की अपील की है. उन्होंने ईटीवी भारत के माध्यम से देवभूमि के मतदाताओं को संदेश देते हुए कहा कि उसी उम्मीदवार को वोट करें जो आपके क्षेत्र का विकास कर सके. अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए जुबिन ने कहा कि बीते 18 सालों में जो राज्य में होना चाहिए था वह अभी तक नहीं हो पाया है.

ईटीवी भारत से जुबिन नौटियाल की खास बातचीत.

ईटीवी भारत से मुखातिब होते हुए बॉलीवुड गायक जुबिन नौटियाल ने कहा कि मतदाताओं को उसी उम्मीदवार को वोट देना चाहिए जिसे वह व्यक्तिगत रूप से जानते हों. पार्टी और बैनर को दूसरे नबंर पर रखे. क्योंकि जब आप किसी योग्य उम्मीदवार को चुनकर संसद भेजेंगे तभी गांव से लेकर शहर का विकास हो पाएगा. क्योंकि 5 साल बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. 5 सालों में क्या कुछ नहीं हो सकता. इसलिए हमें आगामी पांच सालों के विकास को ध्यान में रखकर इस बार सोच समझकर वोट करना चाहिए.

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जुबिन ने कहा कि जनता को अपने नेताओं से सवाल करने चाहिए. जो भी नेता इस बार आपके घर की चौखट पर वोट मांगने आ रहे हैं उनसे एक बार जरूर पूछना चाहिए कि आखिर क्यों उन्हें वोट दिया जाए. जुबिन में उत्तराखंड के विकास को लेकर अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि जो काम 18 सालों में प्रदेश के लिए होना चाहिए था. वह यहां के नेताओं ने नहीं किया. पहाड़ों तक सड़कें जरूर पहुंची और अच्छे काम हुए, लेकिन जिस तेजी से पहाड़ों से पलायन हो रहा है. इसे हम नजरअंदाज नहीं कर सकते.

ईटीवी भारत से बातचीत में जुबिन ने कहा कि उत्तराखंड को कुदरत ने बहुत नेमत बख्शी है. यहां कि खूबसूरत वादियों विदेशों को फेल करती हैं. लेकिन दुर्भाग्य है कि हमारे नेता और अफसरान खूबसूरत वादियों को छोड़कर अब देहरादून, ऋषिकेश हरिद्वार और तराई के इलाकों में बस गए हैं. अगर नीति नियंता ही तराई की ओर जाएंगे तो पहाड़ों का खाली होना लाजमी है. पलायन रोकने के लिए सरकार को कोई कारगर कदम उठाने चाहिए.

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जुबिन ने कहा कि हमारे नेताओं को पहाड़ों में विदेशी मेहमानों के लिए सुविधाएं जुटानी चाहिए. ताकि वह यहां से अच्छे अनुभव लेकर जाएं और दूसरे लोगों को भी यहां आने के लिए कहें. अगर सरकार टूरिस्ट और टूरिज्म को लेकर एक अच्छा प्लान बनाती है तो निश्चित रूप से एक दिन उत्तराखंड में पलायन जरूर रुक जाएगा. जुबिन ने कहा कि वह भले देश के तमाम कोनों में घूम चुके हैं लेकिन, रुहानी सुकून उन्हें उत्तराखंड में आकर ही मिलती है.

किसानों को लेकर चिंता जाहिर करते हुए जुबिन कहते हैं कि आज किसान का बेटा किसान नहीं बनना चाहता. क्योंकि किसानों को उनकी मेहनत का लाभ नहीं मिल रहा है. ऐसे में उनकी स्थिति आज सबसे दयनीय बनी हुई है. अगर देश में किसान ही अन्न उगाना बंद कर देगा तो आम आदमी जो खाना खाता है वह कहां से आएगा. लिहाजा सरकार को किसानों के बारे में सोचने के अलावा उनकी आर्थिकी बढ़ाने के लिए भी कोई कारगर कदम उठाने चाहिए.

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वहीं, भविष्य में राजनीति में उतरने के सवाल पर जुबिन ने कहा कि राजनीति के बारे में उन्होंने आज तक नहीं सोचा है. हां इतना जरूर है कि वह एक कलाकार हैं और बतौर कलाकार वह उत्तराखंड के लिए सोचते हैं. जुबिन ने कहा कि वह उत्तराखंड के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं. लेकिन वह कभी भी किसी पार्टी के साथ नहीं जुड़ेंगे और न ही कोई नेतागिरी करने का उनका मन है. उन्होंने कहा कि वह एक कलाकार के रूप में ही लोगों के लिए काम करना चाहते हैं.

ईटीवी भारत से अपने आगामी प्रोजेक्ट पर बात करते हुए जुबिन ने कहा कि उनकी अभी तक की जर्नी का सबसे खूबसूरत गाना 'ओ साथी' है, जो हिंदी में है. लेकिन जौनसारी भाषा के लहजे में गाया गया है. जिसे आज पूरे वर्ल्ड में सुना जा रहा है. जुबिन ने बताया कि वह आगे जिस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं वह भी उत्तराखंड की लोक संस्कृति से जुड़ा है. जिसमें वह देश-दुनिया के लोगों को उत्तराखंड की संस्कृति के साथ यहां की मनमोहक वादियों से रूबरू करवाने जा रहे हैं.

Intro:ईटीवी भारत पर जुबिन नौटियाल --- नेतागिरी राजनीति के बारे में यह सोचते हैं जो बिन कहा उत्तराखंड में जो होना चाहिए था वह अब तक इन नेताओं ने नहीं किया


feed live u से भेजी गई है ---tt jubin


नोट---फीड में ईटीवी भारत के लिए बधाई संदेश ओर लोगो के लिए वोट अपील भी भेजी गई है





उत्तराखंड के रहने वाले और बॉलीवुड में अपनी आवाज का जादू बिखेर रहे जुबिन नौटियाल उत्तराखंड के नेताओं से बेहद दुखी हैं चुनावी मौसम में ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए जुबिन नौटियाल ने कहा है कि यह वक्त है जब हम अपने मनपसंद का नेता चुन सकते हैं और उससे अपने गांव का अपने राज्य का अपने शहर का विकास करवा सकते हैं लिहाजा जुबिन नौटियाल ने उत्तराखंड वासियों से अपील की है कि आप उसी नेता को चुनो जो आपको पसंद हो आप उसे जानते हो और वह आपको जानता हो वह आपकी हर दुख की घड़ी में आपके साथ खड़ा रहे क्योंकि 18 सालों में जो प्रदेश के लिए होना चाहिए था वह अब तक नहीं हुआ



उन्होंने कहा कि युवा हो या किसी भी वर्ग का इंसान इस चुनावों में वह उस व्यक्ति को वोट दें जिसे वह पर्सनली जानता हूं पार्टी और बैनर दूसरे नंबर पर रखें जबकि व्यक्ति को प्रार्थना देते हुए इस बार वोट करें क्योंकि अगर अच्छा व्यक्ति आप संसद में चुनकर भेजेंगे तभी शहर का गांव का और अपने उत्तराखंड का विकास हो पाएगा 5 बेहद महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि 5 सालों में एक पूरी की पूरी जनरेशन बदल जाती है 5 सालों में किसी भी जगह का हुलिया बदल जाता है इसलिए हमें यह 5 साल के लिए वोट करने हैं लिहाजा सोच समझ कर इस बार वोट किया जाए



इतना ही नहीं जनता को अपने नेताओं से सवाल करना चाहिए उन नेताओं से भी जो मौजूदा सांसद हैं और उन नेताओं से भी जो इस बार आपके दरवाजे पर आ रहे हैं उनसे यह पूछा कि आखिरकार आप को वोट क्यों दिया जाए जुबिन नौटियाल का कहना है कि जो काम 18 सालों में प्रदेश के लिए होना चाहिए था वह यहां के नेताओं ने बिल्कुल नहीं किया है उन्होंने कहा कि पहाड़ों पर रोड गई है बहुत अच्छे काम भी हुए लेकिन पलायन तेजी से उत्तराखंड में पैर पसार रहा है और इसको शायद हम लोग नजरअंदाज कर रहे हैं



Body:जुबिन ने कहा कि उत्तराखंड की खूबसूरत वादियां यहां के स्टेशन विदेशों को भी फेल करते हैं लेकिन हो यह रहा है कि खूबसूरत वादियों को छोड़कर तमाम नेता अधिकारी और पहाड़ों पर रहने वाले लोग अब देहरादून ऋषिकेश हरिद्वार और तराई के इलाकों में अपने घर बना रहे हैं अगर यही सब नीचे उतरेंगे तो उत्तराखंड के पहाड़ खाली होना लाजमी है लिहाजा सरकार को यह सोचना चाहिए नेताओं को यह सोचना चाहिए कि पहाड़ों में पलायन को कैसे रोका जाए


नेताओं को यह सोचना चाहिए कि आखिर कार जो टूरिस्ट आ रहा है उससे कैसे पलायन रुपए टूरिस्ट को किसी तरह की कोई यहां पर परेशानी ना हो जो लोग बाहर जाते हैं उनको यह बताया जाए कि उत्तराखंड कितना खूबसूरत है अगर यह सब काम प्रदेश के लिए होता है तो 1 दिन उत्तराखंड में पलायन जरूर रुक जाएगा जुबिन कहते हैं कि वह देश के तमाम कोनों में घूम कर आ गए हैं लेकिन उन्हें सास सिर्फ उत्तराखंड में आकर ही मिलती है
किसानों पर बातचीत करते हुए जुबिन कहते हैं कि आज किसान का बेटा किसान नहीं बनना चाहता सबसे बड़ी स्थिति दयनीय हो जाती है कि अगर किसान खत्म हो जाएंगे तो फिर आम आदमी जो खाना खाता है वह कैसे आएगा लिहाजा सरकार को इस बारे में भी सोचना चाहिए कि किसानों को किस तरह से हम मजबूत कर सकते हैं









Conclusion:वो कहते हैं कि मैंने आज तक सोचा नहीं है कि वह राजनीति में उतर आएंगे क्योंकि वह कलाकार है और कलाकार के तौर पर ही उत्तराखंड के लिए सोचते हैं और उत्तराखंड के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं वह जीवन में कभी भी किसी पार्टी के साथ ना तो जुड़ेंगे और ना ही कोई नेतागिरी करने का उनका मन है लिहाजा एक कलाकार के रूप में ही वह लोगों के लिए काम करना चाहते हैं लोगों के लिए सवाल करना चाहते हैं




संगीत की बातचीत करते हुए जुबिन ने कहा कि उनकी अब तक की लाइफ का सबसे खूबसूरत गाना है जो समय चल रहा है वह है जौनसार की भाषा को हिंदी में परिवर्तित करके गाया गया ओ साथी ओ साथी गाना है जिसको पूरे वर्ल्ड में आज सुना जा रहा है और वह आगे जिस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं वह उत्तराखंड से जुड़ा हुआ है जिसमें लोग उत्तराखंड की लोक संस्कृति जहां की सभ्यता यहां के पहाड़ों और यहां की खूबसूरती को देखेंगे जल्द ही उत्तराखंड और देश के लोगों को वह यहां की मनमोहक वादियों से रूबरू करवाने जा रहे हैं
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