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CORANA: देहरादून में सप्ताह में दो दिन कर्फ्यू लगाने की मांग, जानें अन्य जगह के हालात

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Published : Sep 15, 2020, 9:22 PM IST

प्रदेश में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है. देहरादून का व्यापार मंडल ने राज्य सरकार से सप्ताह में दो दिन कर्फ्यू लगाने की मांग की है. वहीं, रुड़की में नारसन बॉर्डर सुबह 11 बजे तक कोई भी कोविड जांच के लिए अधिकारी मौजूद नहीं मिला.

dehradun corona news
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देहरादून: उत्तराखंड में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. अब तक प्रदेश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 33 हजार पार हो चुका है. ऐसे में लोगों में सरकार के खिलाफ रोष है. देहरादून के व्यापार मंडल ने राज्य सरकार के सप्ताह के दो दिन कर्फ्यू लगाने की मांग की है. वहीं, रुड़की में नारसन बॉर्डर सुबह 11 बजे तक कोई भी कोविड जांच के लिए अधिकारी मौजूद नहीं मिला. इसके साथ ही पिथौरागढ़ विकास भवन एक बार फिर बंद कर दिया गया है. लक्सर में मुख्य सीएचसी से कोविड केयर सेंटर को एक बार फिर से पुराने सीएचसी में शिफ्ट कर दिया गया है.

देहरादून में दो महत्वपूर्ण विभाग में कोरोना की दस्तक के बाद हड़कंप मचा हुआ है. कोरोना वायरस ने अब सेल टैक्स दफ्तर ओर ट्रेजरी दफ्तर में दस्तक दी है. दोनों ही विभागों में कोरोना की दस्तक के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. ट्रेजरी में तीन कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जबकि सेल टैक्स विभाग में दो कर्मचारी संक्रमित हुए हैं. पांचों संक्रमितों को निजी होटल में आइसोलेट किया गया है. अब स्वास्थ्य महकमा संक्रमित मरीज के कॉन्टेक्ट को ट्रेस कर संपर्क में आए लोगों की सैंपलिंग कर रहा है. इसके साथ ही दोनों ही विभागों के अधिकारियों को पूरी बिल्डिंग को सैनेटाइज करने की बात कर रहे हैं.

सोशल डिस्टेंसिंग उड़ी धज्जियां

जीएमएस रोड स्थित एक गेस्ट हाउस में युवा नेता हिमांशु पुंडीर ने अपने समर्थकों के साथ आप की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में काफी संख्या में जुटे लोगों की भीड़ ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का जमकर उल्लंघन किया. सोशल डिस्टेंसिंग के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर ने कहा कि कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने को लेकर पूरी कोशिश की गई है, लेकिन लोग नहीं मानते हैं. अगर ऐसी गलती हुई है तो भविष्य में उस गलती को सुधारने का पूरा प्रयास किया जाएगा.

व्यापारी वर्ग ने सप्ताह के 2 दिन कर्फ्यू लगाने की मांग की

कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में व्यापारी वर्ग राज्य सरकार से सप्ताह के 2 दिन कर्फ्यू लगाने की मांग कर रहा है, ताकि बाजारों में भी फेल है कोरोना संक्रमण को रोका जा सके. दून व्यापार मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल ने बताया कि इस सिलसिले में जिलाधिकारी से वार्ता की जा चुकी है, लेकिन वहां से अभी कोई रिस्पांस नहीं मिल पाया है. जिलाधिकारी का कहना है कि केंद्र सरकार लगातार अनलॉक की तरफ बढ़ रही है, ऐसे में दोबारा लॉकडाउन लगाना मुमकिन नहीं है. जिसके बाद व्यापारियों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी मिलने का समय मांगा है.

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वहीं, दून उद्योग व्यापार मण्डल के संरक्षक अनिल गोयल ने बताया कि राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसकी रोकथाम के लिए अगले तीन शनिवार-रविवार को प्रशासन का सहयोग मिलने पर ही बंद रखा जाएगा. इस बीच सेनिटाईजेशन आदि का कार्य किया जाएगा. इस दौरान सरकार से इस बात की अपील की गई है कि वह सिर्फ इमरजेंसी सेवा को ही सीमित समय के लिए खुलने की अनुमति दें, जिससे शहर में सैनिटाइजेशन का काम हो सके.

रामपुर बॉर्डर पर राहगीरों का रैपिड एंटीजन टेस्ट

राज्य सरकार के आदेशों के बाद आज से जनपद में प्रवेश करने वाले लोगों की जांच अब बॉर्डर में होने लगी है. उधम सिंह नगर जिले में प्रवेश करने वाले लोगों को रामपुर बॉर्डर पर रैपिड एंटीजन टेस्ट करना होगा. जिसके बाद ही उन्हें जिले में प्रवेश दिया जाएगा. पहले दिन रामपुर बॉर्डर पर दोपहर तक 20 लोगों के टेस्ट किये गए. स्वास्थ्य विभाग टीम को जांच के लिए बॉर्डर पर तैनात किया है.

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फैक्ट्री में स्टोर मैनेजर की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव

कोटद्वार के सिडकुल सिगड्डी स्थित एक प्राइवेट फैक्ट्री के स्टोर मैनेजर की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. जिसके बाद स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया, क्योंकि फैक्ट्री में 700 से भी अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं. प्रशासन ने आनन-फानन में स्टोर मैनेजर के संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट कर फैक्ट्री को अगले 72 घंटे के लिए बंद कर दिया. तो वही पार्षदों ने इस पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी को पत्र भेजकर कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका जताते हुए फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

फिर पुराने सीएचसी में स्थापित किया गया कोविड केयर सेंटर

लक्सर में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए कोविड सेंटर को सीएचसी से हटाकर पुराने सीएचसी भवन में स्थापित कर दिया है. अकेले सीएचसी के आधा दर्जन से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण अधिकारियों में भी खलबली मची हुई है.

बता दें, 2 माह पूर्व कोविड केयर सेंटर को सीएचसी के पुराने भवन में शिफ्ट किया गया था. इसके कुछ दिन बाद ही सीएमओ ने निरीक्षण के दौरान कोविड केयर सेंटर को सीएचसी के पुराने भवन से हटाकर मुख्य सीएचसी भवन में स्थापित कर दिया था लेकिन क्षेत्र में कोरोना केस अधिक मिलने के कारण सीएचसी में अधिक भीड़ जमा हो जाती है और करोना मरीज के संपर्क में आकर अन्य लोग लोग भी संक्रमित हो जाते हैं. जिसको देखते हुए कोविड केयर सेंटर को फिर से सीएचसी के पुराने भवन में स्थापित किया गया है.

मृतक प्रसूता की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव

मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से संबद्ध बेस अस्पताल में प्रसूता की मौत होने पर परिजनों ने बेस अस्पताल के एमएस से पूरे मामले में जांच की मांग की थी. परिजनों का आरोप था कि महिला की मौत डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हुई है, लेकिन महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. बेस अस्पताल के एसएस केपी सिंह ने बताया कि महिला को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. भ्रूण की पेट में ही मौत हो गई थी.

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नारसन बॉर्डर पर कोई कोविड जांच अधिकारी नहीं

राज्य सरकार ने बॉर्डर पर ही कोरोना टेस्ट किए जाना सुनिश्चित किया है लेकिन उत्तराखंड के नारसन बॉर्डर पर सुबह 11 बजे तक कोविड टेस्ट करने वाले कर्मी मौजूद नहीं थे. इस दौरान ईटीवी भारत टीम को सभी यात्री बॉर्डर पर भटकते नजर आए. बॉर्डर पर बनाए गए कैंप में न तो कोई गाइड करने वाला था और न ही पूछताछ केंद्र में, जिसके चलते यात्री लंबी-लंबी लाइनों में लगकर अपना समय बर्बाद करने को मजबूर हो रहे थे.

फिर बंद किया गया पिथौरागढ़ विकास भवन

कोरोना संक्रमण को देखते हुए पिथौरागढ़ विकास भवन एक बार फिर बंद कर दिया गया है. प्रशासन का कहना है कि जब तक विकास भवन के सभी अधिकारी और कर्मचारियों की कोरोना रिपोर्ट नहीं आती है, तब तक विकास भवन पूरी तरह बंद रहेगा. विकास भवन के बंद होने से काम-काज भी खासा प्रभावित हो रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि 3 से 4 दिन के भीतर सभी की कोरोना रिपोर्ट आ जाएगी, जिसके बाद ही विकास भवन खुल पाएगा. बता दें, बीते दिनों विकास भवन में मौजूद ग्रामीण निर्माण विभाग में 5 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.

स्वर्गाश्रम व्यापार मंडल ने सरकार से की मदद की मांग

कोरोना संकट के चलते स्वर्गाश्रम व्यापार मंडल ने सरकार का विरोध किया. इस दौरान व्यापार मंडल ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि कोरोना के कारण उनका व्यापार चौपट हो गया है. ऐसे में सरकार को टैक्स और बैंक के लोन में उन्हें राहत देनी चाहिए.

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