चमोली: गौचर मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या में पद्मश्री जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण और जागर गायिका पद्मश्री बसंती बिष्ट की प्रस्तुति ने दर्शकों को थिरकने पर मजबूर कर दिया. देर रात तक चले सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया. वहीं कार्यक्रम को देखने दूर-दूर से लोग पहुंचे.
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बता दें कि जागर सम्राट पद्मश्री प्रीतम भरतवाण ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से कार्यक्राम से शुरुआत की. उन्होंने पहाड़ी लोकगीतों और पौराणिक जागरण प्रस्तुति कर काफी वाहवाही लूटी. वहीं उन्होंने अपने लोकगीतों से कार्यक्रम में समा बांधा और देर रात तक दर्शक झूमते रहे.
वहीं जागर गायिका पद्मश्री बसंती बिष्ट ने मां नंदा के जागर गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध किया. बसंती बिष्ट के जागरों को सुनने के लिए आसपास ही नहीं दूर-दूर से भी आए लोगों ने मेले में लुफ्त उठाया. जैसे ही बसंती बिष्ट स्टेज में पहुंची दर्शकों ने तालियों से उनका स्वागत किया. साथ ही दर्शकों ने जागर का भी जमकर लुत्फ उठाया. कवि सममेलन में पहुंचे कवियों ने भी कविताओं के माध्यम से संस्कृति को बचाने को लेकर संदेश भी दिया.
इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, रुद्रप्रयाग के जिला अध्यक्ष हरीश गोयल, और अल्मोड़ा के जिला अधिकारी नितिन भदोरिया मौजूद रहे.