ETV Bharat / city

हरिद्वार में गंगा में मूर्ति विसर्जन पर प्रतिबंध, उल्लंघन पर 50 हजार का जुर्माना

author img

By

Published : Oct 11, 2021, 1:52 PM IST

Updated : Oct 11, 2021, 2:35 PM IST

अगर आप हरिद्वार जाकर गंगा में मूर्ति विसर्जन की सोच रहे हैं तो सावधान हो जाइए. एनजीटी ने गंगा और दूसरी नदियों में मूर्ति विसर्जन पर रोक लगा दी है. अगर किसी ने इस नियम को तोड़ा तो उस पर 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा.

Immersion
मूर्ति विसर्जन पर बैन

हरिद्वार: अब श्रद्धालु गंगा में मूर्तियों को विसर्जित नहीं कर पाएंगे. पर्यावरण की दृष्टि से एनजीटी के आदेशों का पालन कराने को लेकर डीएम के आदेश पर नगर निगम ने तीन स्थान चिन्हित कर कुंड तैयार किए हैं. इन्हीं कुंडों में मूर्तियों का विसर्जन करना होगा. इस बीच अगर गंगा में मूर्ति विसर्जन कोई करता है तो उस पर 50 हजार रुपये का पर्यावरण शुल्क लगाने के साथ ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

पर्यावरण की दृष्टि से गंगा और नदियों में मूर्ति विसर्जन आदि पर रोक को लेकर एनजीटी ने आदेश जारी किए हुए हैं. गणेश चतुर्थी के बाद अब नगर निगम क्षेत्रों में नव दुर्गा महोत्सव को देखते हुए मूर्ति विसर्जन स्थान चिन्हित किए हैं. इन स्थानों पर कुंड बनाए गए हैं. इनमें ही श्रद्धालुओं को मूर्तियों को विसर्जित करना होगा. इसके लिए नगर निगम की ओर से श्रद्धालु व आमजन से अपील की जा रही है कि जिला गंगा समिति की ओर से चिन्हित स्थानों पर ही मूर्ति विसर्जन करें.

हरिद्वार में गंगा में मूर्ति विसर्जन पर प्रतिबंध

नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती के मुताबिक बैरागी कैंप और कनखल के साथ वीआईपी घाट के समीप मूर्ति विसर्जन की व्यवस्था की गई है. इन स्थानों के अलावा अन्य जगहों पर विसर्जन नहीं कर पाएंगे. अगर कोई व्यक्ति इन स्थानों को छोड़कर गंगा, नदी में मूर्ति विसर्जित करता हुआ मिला तो उसके खिलाफ नेशनल ग्रीन टिब्यूनल के आदेश के तहत कार्रवाई करते हुए 50,000 का पर्यावरण शुल्क वसूल किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड BJP को झटका, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने बेटे संग की 'घर वापसी'

इसके साथ ही वैधानिक कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी. मूर्ति विसर्जन के लिए स्थान चिन्हित किए गए हैं. इन्हीं स्थानों पर विसर्जन की व्यवस्था है. अन्य स्थानों पर विसर्जन करने पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

Last Updated : Oct 11, 2021, 2:35 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.