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कोरोना वायरस से भारत में पहली मौत, 76 पहुंची संक्रमित लोगों की संख्या

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Published : Mar 12, 2020, 10:27 PM IST

Updated : Mar 12, 2020, 11:39 PM IST

कोरोना वायरस
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कर्नाटक के कलबुर्गी में 76 साल के एक व्यक्ति की कोरोना वायरस से मौत हो गई है. भारत में इस महामारी की चपेट में आने से मौत का यह पहला मामला है. बता दें, भारत के सात राज्यों में कोरोना वायरस के 16 नए मामले सामने आने के बाद देश में इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर आज 76 हो गई. पढ़ें पूरी खबर...

नई दिल्ली : कर्नाटक के कलबुर्गी में 76 साल के एक व्यक्ति की कोरोना वायरस से मौत हो गई है. भारत में इस महामारी की चपेट में आने से मौत का यह पहला मामला है.

बता दें, भारत के सात राज्यों में कोरोना वायरस के 16 नए मामले सामने आने के बाद देश में इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर आज 76 हो गई.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन 16 नए मामलों में से 11 मामले महाराष्ट्र से जबकि एक-एक मामला दिल्ली, लद्दाख, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में सामने आया है. वहीं एक विदेशी नागरिक भी इससे संक्रमित पाया गया है.

इस बीच, दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों, कॉलेजों और सिनेमा घरों को एहतियातन 31 मार्च तक बंद रखने की गुरुवार को घोषणा की. केवल वे स्कूल और कॉलेज खुले रहेंगे जहां अभी परीक्षाएं जारी हैं.

इस बीमारी ने विश्व भर में कम से कम 4,600 लोगों की जान ले ली है और करीब 1,25,293 लोग इससे संक्रमित हैं. केंद्र एवं राज्यों ने इस संक्रमण से निपटने के प्रयास तेज कर दिए है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि वे घबराए नहीं.

मोदी ने कोविड-19 को लेकर देश के लोगों से सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह से सजग है और लोग बड़े समूह में एकत्र होने से बचकर इसके फैलाव को रोक सकते हैं.

मोदी ने कोविड-19 पर ट्वीट किया, 'घबराहट को ना, सावधानी को हां कहिए.' उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में कोई केंद्रीय मंत्री विदेश की यात्रा नहीं करेगा. उन्होंने कहा, ' मैं देशवासियों से भी गैर-जरूरी यात्राएं नहीं करने की अपील करता हूं .'

उन्होंने कहा कि सभी मंत्रालयों और राज्यों ने सभी की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए अनेक कदम उठाये हैं. मोदी ने कहा कि इन कदमों में वीजा निलंबित करने से लेकर स्वास्थ्य क्षमताओं को बेहतर बनाने जैसे कदम शामिल हैं.

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सरकार ने राजनयिक एवं कामकाजी जैसी कुछ श्रेणियों को छोड़कर सभी वीजा 15 अप्रैल तक स्थगित करने के एक दिन बाद घोषणा की कि ईरान में फंसे भारतीयों को आगामी तीन दिन में वापस लाने के लिए तीन विमान भेजे जाएंगे.

देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के बढ़ते मामले के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे घबराए नहीं. उसने कहा कि उसका ध्यान इसकी रोकथाम और नियंत्रण पर है और देशभर में कोविड-19 की जांच की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है.

मंत्रालय ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इसका सामुदायिक स्तर पर फैलने का कोई उदाहरण नहीं मिला है और इसका फैलाव केवल स्थानीय स्तर पर है; इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस को महामारी घोषित किए जाने के बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महामारी एवं संचारी रोग-I (ईसीडी-I) प्रभाग के प्रमुख रमन आर गंगाखेड़कर ने कहा कि इस वायरस को अलग करना मुश्किल है, इसके बावजूद पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) के वैज्ञानिक लगभग 11 आइसोलेट्स खोजने में सफल रहे हैं, लेकिन टीके को विकसित करने में कम से कम डेढ़ से दो साल लगेंगे.

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मंत्रालय ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित 76 लोगों में 17 विदेशी नागरिक हैं. इनमें 16 इतालवी हैं और एक कनाडा का नागरिक है. इन आंकड़ों में केरल के वे तीन मरीज भी शामिल हैं जिन्हें सुधार के बाद पिछले महीने अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी.

मंत्रालय ने राज्यवार आंकड़े बताते हुए कहा कि दिल्ली में गुरुवार तक कोरोना वायरस के छह मामले सामने आ चुके हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में 10 लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं. कर्नाटक में चार, महाराष्ट्र में 14 और लद्दाख में तीन मामले सामने आए हैं.

मंत्रालय ने कहा कि राजस्थान, तेलंगाना, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और आंध्र प्रदेश में एक-एक मामला सामने आया है.

केरल में अब तक कोरोना वायरस के 17 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें वे तीन लोग भी शामिल हैं जिन्हें पिछले महीने इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई थी.

मंत्रालय के संयक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि संक्रमित लोगों के संपर्क में आए 1,500 लोगों को कड़ी निगरानी में रखा गया है जबकि देशभर में 30 हजार से अधिक लोग सामुदायिक निगरानी में हैं.

इस बीच, दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर इसे महामारी घोषित करते हुए राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों, कॉलेजों और सिनेमाघरों को एहतियाती तौर पर 31 मार्च तक बंद रखने की गुरुवार को घोषणा की.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल और शीर्ष सरकारी अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह फैसला किया गया.

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केजरीवाल ने कहा कि सरकार द्वारा सरकारी, निजी कार्यालयों, शॉपिंग मॉल सहित सभी सार्वजनिक स्थानों को संक्रमण मुक्त बनाना अनिवार्य कर दिया गया है.

रक्षा मंत्रालय ने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को पृथक रखने के लिए सात और केंद्रों की स्थापना की है और इनमें खासतौर पर कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आ रहे भारतीयों को रखा जाएगा.

अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि ये केंद्र जैसलमेर, सूरतगढ़, झांसी, जोधपुर, देवलाली (नासिक, महाराष्ट्र), कोलकाता और चेन्नई में स्थापित किए गए हैं.

उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना पहले ही हरियाणा के मानेसर में पृथक केंद्र का संचालन कर रही है जबकि भारतीय वायुसेना द्वारा गाजियाबाद के हिंडन में पृथक केंद्र स्थापित किया गया है.

अग्रवाल ने बताया कि उसका ध्यान इसकी रोकथाम और नियंत्रण पर है और देशभर में कोविड-19 की जांच की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है. अग्रवाल ने कहा, 'भारत में वर्तमान में लगभग एक लाख जांच किट हैं. और अधिक जांच किट मंगवाने के लिए ऑर्डर दिया गया है और उनकी खरीददारी की जा रही हैं.'

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विदेशों से अपने नागरिकों को निकालने के लिए किए गए उपायों के बारे में, अग्रवाल ने कहा कि अब तक भारत ने 948 लोगों को कोरोना वायरस प्रभावित देशों से निकाला है.

इनमें से 900 भारतीय हैं और 48 मालदीव, म्यामां, बांग्लादेश, चीन, अमेरिका, मेडागास्कर, श्रीलंका, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका और पेरू के नागरिक हैं.

अग्रवाल ने बताया कि भारत सरकार ने नमूनों की जांच करने के लिए 52 प्रयोगशालाएं बनाई हैं जबकि 57 प्रयोशालाएं कोरोना वायरस संक्रमितों के नमूने एकत्र करने के लिए बनायी गयी हैं ताकि इलाज और संक्रमितों की पहचान करने की क्षमता में वृद्धि हो.

स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि भारत में 30 हवाई अड्डों पर अब तक 11 लाख से अधिक लोगों की जांच की जा चुकी है.

जब उनसे पूछ गया कि क्या उच्च तापमान से कोरोना वायरस खत्म हो सकता है, तो इस पर अधिकारियों ने कहा कि यद्यपि फ्लू गर्मियों में सामान्य बात नहीं है, लेकिन इसको लेकर कोई अध्ययन या सबूत नहीं है कि उच्च तापमान कोरोना वायरस को खत्म करने में मददगार हो सकता है.

दुनियाभर में फैल रहे कोरोना वायरस के मद्देजनर कैबिनेट सचिव ने बुधवार को कहा था कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को महामारी रोग अधिनियम, 1897 की धारा दो के प्रावधानों को लागू करना चाहिए ताकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य सरकारों द्वारा जारी सभी परामर्श लागू हो सकें.

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इस बीच, विदेश मंत्रालय ने इस साल इंडियन प्रीमयर लीग (आईपीएल) का आयोजन नहीं करने की सलाह दी है लेकिन इस संबंध में अंतिम फैसला आयोजकों पर छोड़ दिया गया है.

यह बात विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव दम्मू रवि ने कही जिन्हें कोरोना वायरस प्रकोप से निबटने के प्रयासों में समन्वय के लिये नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है.

संशोधित यात्रा परामर्श के अनुसार भारत ने कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार रोकने के उद्देश्य से 15 अप्रैल तक सभी वीजा निलंबित कर दिए हैं. ओसीआई कार्डधारकों को प्राप्त वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा भी 15 अप्रैल तक के लिए रोक दी गयी है.

परामर्श में कहा गया है कि यदि कोई विदेशी नागरिक आपात स्थिति में भारत की यात्रा करना चाहता है तो वह अपने देश में स्थित भारतीय मिशन से संपर्क कर सकता है.

इस बीच, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने गुरूवार शाम को कहा कि कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर जनसभा की कोई अनुमति नहीं दी जाएगी.

Last Updated :Mar 12, 2020, 11:39 PM IST
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