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यूपी के प्राथमिक विद्यालयों को नहीं मिला परीक्षा का बजट, प्रधानाध्यापक अपने वेतन से खरीदेंगे प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाएं

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 4, 2023, 12:31 PM IST

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बेसिक शिक्षा विभाग की छमाही परीक्षा कराने के लिए बजट नहीं मिला है. ऐसे में परिषदीय विद्यालयों में 4 नवंबर से प्रस्तावित परीक्षाओं के लिए उत्तर पुस्तिकाओं और प्रश्न पत्रों की व्यवस्था प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों को अपने वेतन से करनी है.

लखनऊ : बेसिक स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक अर्द्ध वार्षिक परीक्षाएं 4 नवंबर से शुरू होने जा रही है. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने परीक्षा शेड्यूल भी जारी कर दिया है. लेकिन, परीक्षा कराने के लिए बेसिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को बजट ही नहीं दिया है. ऐसे में शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों को यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिर बिना बजट दिए परीक्षाएं होंगी कैसे? अब विभाग की ओर से यह स्पष्ट आदेश दे दिया गया है कि सभी विद्यालयों के प्रधान अध्यापक अपने पास से प्रश्न पत्र और कॉपियों की व्यवस्था कर परीक्षा आयोजित कराये. बेसिक शिक्षा परिषद की अर्धवार्षिक परीक्षा 4 नवंबर से शुरू हो रही है. जिसमें पहले मौखिक परीक्षाएं होंगी और उसके बाद 6 नवंबर से लिखित परीक्षाएं होनी है.

प्रधानाध्यापक वेतन के पैसे से खरीद कर लाएं परीक्षा सामग्री.
प्रधानाध्यापक वेतन के पैसे से खरीद कर लाएं परीक्षा सामग्री.


बाजार से खरीदेंगे कॉपी और फोटोकॉपी कराकर बाटेंगे प्रश्न पत्र : बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश के बाद अब प्राथमिक विद्यालयों के प्रधान अध्यापकों के सामने परीक्षा के लिए कॉपियां और प्रश्न पत्र छपवाना एक चुनौती पूर्ण काम बन गया है. बेसिक से विभाग में अब शिक्षक प्रश्न पत्रों की फोटो कॉपी कराकर और बाजार से कॉपियां खरीद कर परीक्षा संचालित करने की तैयारी कर रहे हैं. विभाग के शिक्षकों का कहना है कि बेसिक स्कूलों हालात बदतर होते जा रहे हैं. पिछली बार हुई वार्षिक परीक्षा का पैसा शिक्षकों को अभी तक मिला नहीं है. ऊपर से अब अर्द्ध वार्षिक परीक्षा में पेपर से लेकर उत्तरपुस्तिकाओं की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक और खंड शिक्षा अधिकारियों पर थोप दी गई है. विभाग ने इसके लिए कोई बजट तक जारी नहीं किया है. प्रधानाध्यापकों की मानें तो पहले विभाग पेपर जारी करता था. अबकी बार उत्तर पुस्तिकाओं के साथ पेपर की व्यवस्था के लिए भी प्रधानाध्यापकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है.

शिक्षकों की परीक्षा कराने की जिम्मेदारी.
शिक्षकों की परीक्षा कराने की जिम्मेदारी.


19 लाख बकाया, कर दिया केस : बेसिक शिक्षा विभाग परीक्षा बाबू ने बताया कि पिछली बार ही परीक्षा के लिए लखनऊ जिले का बजट 19 लाख रुपये था. यह बजट अभी तक नहीं मिला है. उधर, विभाग ने केवल पेपर एक एजेंसी माध्यम से छपवाए थे. उस एजेंसी को भी अभी तक पैसा नहीं मिला है. इसके चलते एजेंसी ने विभाग के ऊपर केस कर दिया है.



एसएमसी में पैसा नहीं, तो क्या वेतन से कराएं परीक्षा : बेसिक के प्रधानाध्यापकों की मानें तो बेसिक के स्कूलों में विद्यालय प्रबंध समिति (एसएमसी) में पहले पैसे आता था. इस बार सत्र शुरू हुए सात महीने बीत चुके हैं. ऐसे में शिक्षकों के पास दूसरा कोई फंड ही नहीं है. वहीं, अर्द्ध वार्षिक परीक्षा की जिम्मेदारी के लिए खंड शिक्षा अधिकारी और प्रधानाध्यापक व इंचार्ज प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी तय कर दी गई है. प्रधानाध्यापकों का कहना है कि क्या प्रधानाध्यापक अब अपने मिलने वाले वेतन से परीक्षाएं कराएंगे.

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