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पीने का पानी हो साफ और स्वच्छता का रखें ध्यान, डेंगू और संचारी रोगों का यही समाधान

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Published : Sep 8, 2019, 8:00 PM IST

डॉ.मिलिंद, सीएससी अधीक्षक.

संचारी रोग और डेंगू से बचाव के लिए सरकार द्वारा तीसरी बार संचारी रोग नियंत्रण माह मनाया जा रहा है. जिसके तहत मोहनलालगंज में डॉक्टर्स की टीम घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही है.

लखनऊ: बारिश के मौसम और उसके बाद होने वाले जलजमाव की वजह से संचारी रोग के साथ ही डेंगू का खतरा बढ़ जाता है. जिससे बचने के लिए हमें साफ-सफाई और पीने के पानी का विशेष ध्यान रखना चाहिए. सरकार द्वारा तीसरी बार संचारी रोग नियंत्रण माह मनाया जा रहा है. जिसमें गांव-गांव जाकर लोगों को स्वच्छता के विषय में जागरूक किया जा रहा है.

डेंगू और संचारी रोगों की रोकथाम के लिये स्वच्छता का रखें ध्यान.

ईटीवी भारत से बातचीत में डॉ. मिलिंद ने बताया कि
सीएचसी अधीक्षक डॉ मिलिंद ने बताया कि सरकार द्वारा तीसरी बार संचारी रोग नियंत्रण मनाया जा रहा है. जिसमें लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है. वहीं लोगों से यह अपील भी की जा रही है कि बुखार होने पर वह अपना इलाज झोलाछाप डॉक्टर किसी अनक्वालिफाइड व्यक्ति से ना कराएं.
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साथ ही उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में व उसके बाद जलजमाव की वजह से संचारी रोग और वेक्टर बॉन्ड डिसीजज का खतरा सबसे अधिक होता है. जिसके बचाव के लिये गांव-गांव जाकर लोगों को इस बारे में जागरूक किया जा रहा है.

सरकार द्वारा चलाया जा रहा है अभियान
इस माह में सरकार द्वारा तीन कैम्पेन एक साथ चलाए जा रहे हैं. पहले कैम्पेन में संचारी रोग नियंत्रण के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. दूसरी तरफ पोषण माह भी मनाया जा रहा है, जिसके तहत जो कुपोषित बच्चे हैं उनको चिन्हित कर लाल श्रेणी से पीली और हरी श्रेणी में लाने का कार्य भी किया जा रहा है. साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत लोगों को साफ सफाई के लिए भी जागरूक किया जा रहा है.
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लोगों को सफाई के प्रति किया जा रहा जागरुक
संचारी रोग नियंत्रण के तहत गांव-गांव जाकर जलजमाव वाले स्थानों पर एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है. साथ ही लोगों को साफ-सफाई के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है. गांवों में लगे हैंडपंपों का क्लोरिनेशन भी किया जा रहा है. पीने के पानी का क्लोरिनेशन कैसे करना चाहिए इसका डेमोंस्ट्रेशन घर-घर जाकर आशा द्वारा किया जा रहा है.

मोहनलालगंज क्षेत्र डेंगू से काफी ज्यादा प्रभावित रहा है लेकिन इस साल डेंगू से ज्यादा अन्य बुखार के मरीज अस्पताल में बढ़े हैं. प्रतिदिन 900 मरीज बुखार से पीड़ित अस्पताल में आते हैं. बार-बार तेज बुखार आना, आंखों के पीछे दर्द होना, शरीर पर छोटे-छोटे चकत्ते पड़ जाना आदि डेंगू के मुख्य लक्षण हैं.
- डॉ.मिलिंद, सीएचसी अधीक्षक

Intro:बरसात के मौसम व उसके बाद होने वाले जलजमाव की वजह से संचारी रोग व डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। जिस से बचने के लिए हमें साफ-सफाई व पीने के पानी का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सरकार द्वारा तीसरी बार संचारी रोग नियंत्रण माह मनाया जा रहा है जिसमें गांव-गांव जाकर लोगों को स्वच्छता के विषय में जागरूक किया जा रहा है।


Body:ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए सीएचसी अधीक्षक डॉ मिलिंद ने बताया कि सरकार द्वारा तीसरी बार संचारी रोग नियंत्रण मनाया जा रहा है। जिसमें लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। वहीं लोगों से यह अपील भी की जा रही है कि बुखार होने पर वह अपना इलाज झोलाछाप डॉक्टर किसी अनक्वालिफाइड व्यक्ति से ना कराएं।

वही इस माह में हम लोग पेन ड्राइव एक साथ चला रहे हैं पहला संचारी रोग नियंत्रण के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ पोषण महा भी मनाया जा रहा है जिसके तहत जो कुपोषित बच्चे हैं उनको चिन्हित कर लाल श्रेणी से पीली व हरी श्रेणी में लाने का कार्य भी किया जा रहा है। साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत लोगों को साफ सफाई के लिए भी जागरूक किया जा रहा है।

डॉ मिलिंद ने बताया कि बरसात के मौसम में व उसके बाद जलजमाव की वजह से संचारी रोग व वेक्टर बॉन्ड डीसीसेस का खतरा सबसे अधिक होता है जिसे कम करने के लिए सरकार द्वारा ड्राइव चलाई जा रही है वहीं गांव-गांव जाकर लोगों को इसके विषय में जागरूक भी किया जा रहा है।

संचारी रोग नियंत्रण के तहत गांव गांव जाकर हम लोग जहां जलजमाव है वहां पर एंटी लारवा का छिड़काव कर रहे हैं वह लोगों को साफ सफाई के प्रति भी जागरूक कर रहे हैं। क्योंकि ज्यादातर बीमारियां पीने के पानी की वजह से होती है इसके लिए हम लोग लगातार गांवों में हैंडपंप का क्लोरिनेशन भी करा रहे हैं वहीं जिन के चबूतरे टूटे हुए है उनकी भी मरम्मत करवाई जा रही है। वही पीने के पानी का क्लोरिनेशन कैसे करना चाहिए इसका डेमोंसट्रेशन घर घर जाकर आशा द्वारा किया जा रहा है।

मोहनलालगंज क्षेत्र डेंगू से काफी ज्यादा प्रभावित रहा है लेकिन इस साल डेंगू से ज्यादा अन्य बुखार के मरीज अस्पताल में बढ़े हैं प्रतिदिन 900 मरीज बुखार से पीड़ित अस्पताल में आते हैं।

डेंगू का मुख्य लक्षण बार-बार तेज बुखार आना, आंखों के पीछे दर्द होना, शरीर पर छोटे-छोटे चकत्ते पड़ जाना आदि डेंगू के मुख्य लक्षण है।

बाइट- डॉ मिलिंद (अधीक्षक सीएससी मोहनलालगंज)
पीटीसी योगेश मिश्रा


Conclusion:संचारी रोग व डेंगू से बचाव के लिए सरकार द्वारा तीसरी बार संचारी रोग नियंत्रण माह मनाया जा रहा है जिसके तहत मोहनलालगंज में डॉक्टर्स की टीम द्वारा घर-घर जाकर लोगों को साफ-सफाई व डेंगू अथवा अन्य संचारी रोगों से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है।

योगेश मिश्रा लखनऊ
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