लखनऊः राजधानी के मोहम्मदपुर गढ़ी में रेलवे ट्रैक पर मंगलवार को संदिग्ध परिस्थितियों में एक शव मिला. परिजनों ने इसे खुदकुशी मानने से इनकार कर दबंगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक शख्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं अन्य की तलाश में जुटी हुई है.
मामला राजधानी लखनऊ के पुलिस कमिश्नरेट के तहत आने वाले गोसाईगंज थाने का है. जहां मोहम्मदपुर गढ़ी गांव के रेलवे ट्रैक पर बीते 11 मई को संदिग्ध परिस्थितियों में अधेड़ का शव मिला था. परिजनों ने किशन की हत्या का आरोप लगाते हुए नामजद तहरीर भी दी थी. परिजनों के मुताबिक धोखाधड़ी कर जमीन की रजिस्ट्री और पैसे न देने की लालसा के चलते किशन की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया था. आपको बता दें कि मृतक के भाई ननकऊ ने बताया कि धोखाधड़ी से कुछ समय पहले क्षेत्र के ही कुछ दबंगों ने किशन की जमीन को अपने नाम लिखवा लिया था. वो तय रकम भी नहीं दे रहे थे. जिसके बाद किशन ने दो बार गोसाईगंज थाने में लिखित तहरीर भी दी. लेकिन तत्कालीन थानाध्यक्ष की लापरवाही के चलते जांच आगे नहीं बढ़ पाई. परिजनों ने मौत के बाद आरोप लगाया था कि बार-बार पैसे मांगने से परेशान होकर मोहित कुमार, रामप्रकाश, सावित्री देवी, गुलाब सिंह, आदित्य साहू, सुधीर कुमार और सुधाकर पटेल ने किशन को अपने घर बुलाया और रात में ट्रेन के आगे धक्का देकर उसकी हत्या कर दी.
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वही तत्कालीन इंस्पेक्टर ने वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप पर हत्या का मुकदमा तो दर्ज कर लिया था. लेकिन कार्रवाई उसके बाद भी नहीं की. जिसके चलते उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया था. जिसके बाद गोसाईगंज कोतवाली का चार्ज वर्तमान प्रभारी अमरनाथ वर्मा को दिया गया. जांच में सामने आया है कि किशन को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया था. वहीं पुलिस ने शुक्रवार देर रात एक आरोपी मोहित कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और बाकियों की तलाश में जुटी हुई है.