लखनऊ: देश के चार राज्यों में आए विधानसभा चुनाव के परिणामों से भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर सभी विपक्षी दल आहत हैं. बहुजन समाज पार्टी को भी जोरदार झटका लगा है. सीधे तौर पर तो बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (BSP President Mayawati in Lucknow) ने ईवीएम पर सवालिया निशान नहीं लगाए हैं लेकिन उन्होंने इशारों इशारों में ईवीएम की वजह से ही भारतीय जनता पार्टी की जीत बताई है.
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2. पूरे चुनाव के दौरान माहौल एकदम अलग व काँटे के संघर्ष जैसा दिलचस्प, किन्तु चुनाव परिणाम उससे बिल्कुल अलग होकर पूरी तरह से एकतरफा हो जाना, यह ऐसा रहस्यात्मक मामला है जिसपर गंभीर चिन्तिन व उसका समाधान जरूरी। लोगों की नब्ज पहचानने में भयंकर ’भूल-चूक’ चुनावी चर्चा का नया विषय।
— Mayawati (@Mayawati) December 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">2. पूरे चुनाव के दौरान माहौल एकदम अलग व काँटे के संघर्ष जैसा दिलचस्प, किन्तु चुनाव परिणाम उससे बिल्कुल अलग होकर पूरी तरह से एकतरफा हो जाना, यह ऐसा रहस्यात्मक मामला है जिसपर गंभीर चिन्तिन व उसका समाधान जरूरी। लोगों की नब्ज पहचानने में भयंकर ’भूल-चूक’ चुनावी चर्चा का नया विषय।
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उनका कहना है कि ऐसे परिणाम की किसी को भी उम्मीद नहीं थी. सभी जगह कांटे का मुकाबला था लेकिन नतीजा एक ही पार्टी के पक्ष में आए जिस पर विचार करना जरूरी है. बसपा सुप्रीमो ने चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर आत्म मंथन के लिए ऑल इंडिया बहुजन समाज पार्टी की 10 दिसंबर को लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय पर बैठक बुलाई है.
चार राज्यों में हार पर बसपा अध्यक्ष मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि देश के चार राज्यों में अभी हाल ही में हुए विधानसभा आमचुनाव के आए परिणाम एक पार्टी के पक्ष में एकतरफा होने से सभी लोगों का शंकित, अचंभित व चिन्तित होना स्वाभाविक, क्योंकि चुनाव के पूरे माहौल को देखते हुए ऐसा विचित्र परिणाम लोगों के गले के नीचे उतर पाना बहुत मुश्किल है.
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4. इस चुनावी परिणाम के संदर्भ में जमीनी रिपोर्ट लेकर आगे लोकसभा चुनाव की नए सिरे से तैयारी पर विचार-विमर्श के लिए पार्टी की आल इण्डिया की बैठक आगामी 10 दिसम्बर को लखनऊ में आहुत। चुनाव परिणाम से विचलित हुए बिना अम्बेडकरवादी मूवमेन्ट आगे बढ़ने का हिम्मत कभी भी नहीं हारेगा।
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">4. इस चुनावी परिणाम के संदर्भ में जमीनी रिपोर्ट लेकर आगे लोकसभा चुनाव की नए सिरे से तैयारी पर विचार-विमर्श के लिए पार्टी की आल इण्डिया की बैठक आगामी 10 दिसम्बर को लखनऊ में आहुत। चुनाव परिणाम से विचलित हुए बिना अम्बेडकरवादी मूवमेन्ट आगे बढ़ने का हिम्मत कभी भी नहीं हारेगा।
— Mayawati (@Mayawati) December 4, 20234. इस चुनावी परिणाम के संदर्भ में जमीनी रिपोर्ट लेकर आगे लोकसभा चुनाव की नए सिरे से तैयारी पर विचार-विमर्श के लिए पार्टी की आल इण्डिया की बैठक आगामी 10 दिसम्बर को लखनऊ में आहुत। चुनाव परिणाम से विचलित हुए बिना अम्बेडकरवादी मूवमेन्ट आगे बढ़ने का हिम्मत कभी भी नहीं हारेगा।
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पूरे चुनाव के दौरान माहौल एकदम अलग व कांटे के संघर्ष जैसा दिलचस्प, लेकिन चुनाव परिणाम उससे बिल्कुल अलग होकर पूरी तरह से एकतरफा हो जाना, यह ऐसा रहस्यात्मक मामला है जिसपर गंभीर चिन्तिन व उसका समाधान जरूरी है. लोगों की नब्ज पहचानने में भयंकर ’भूल-चूक’ चुनावी चर्चा का नया विषय है. उन्होंने कहा कि बीएसपी के सभी लोगों ने पूरे तन, मन, धन व दमदारी के साथ यह चुनाव लड़ा, जिससे माहौल में नई जान आई, लेकिन उन्हें ऐसे अजूबे परिणाम से निराश कतई भी नहीं होना है, बल्कि डा. भीमराव आंबेडकर के जीवन संघर्षों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का प्रयास करते रहना है.
इस चुनावी परिणाम के संदर्भ में जमीनी रिपोर्ट लेकर आगे लोकसभा चुनाव की नए सिरे से तैयारी पर विचार-विमर्श के लिए पार्टी की आल इण्डिया की बैठक आगामी 10 दिसम्बर को लखनऊ में चुनाव परिणाम से विचलित हुए बिना अम्बेडकरवादी मूवमेन्ट आगे बढ़ने का हिम्मत कभी भी नहीं हारेगा. बता दें कि चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. पार्टी सिर्फ राजस्थान में ही दो विधानसभा सीटें जीतने में सफल हुई है. तीन राज्यों में पार्टी का खाता भी नहीं खुल पाया है. मत परसेंटेज भी नकारात्मक गया है. यह मायावती के लिए आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए चिंता का सबब बन गया है.
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