यूपी रोडवेज की बसों में एंटी-स्लीप डिवाइस लगेगा, ड्राइवर को झपकी से पहले करेगा अलर्ट तो कम होंगे हादसे

यूपी रोडवेज की बसों में एंटी-स्लीप डिवाइस लगेगा, ड्राइवर को झपकी से पहले करेगा अलर्ट तो कम होंगे हादसे
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (Uttar Pradesh State Road Transport Corporation) की बसों में एंटी-स्लीप डिवाइस लगेगा. यह डिवाइस बस ड्राइवर को झपकी लेने से पहले अलर्ट कर देगा और माना जा रहा है कि इस डिवाइस की मदद से हादसों में कमी आयेगी.
लखनऊ: अब रोडवेज की बसें बस चालक को नींद की झपकी आने की वजह से दुर्घटना का शिकार नहीं होंगी. चालक को झपकी आने से पहले ही बस में लगा डिवाइस अलर्ट (Anti sleep device in UP Roadway bus) करके जगा देगा. इससे बस हादसा होने से बच सकेगा. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (Uttar Pradesh State Road Transport Corporation) अपनी बसों में एंटी स्लीप डिवाइस लगाने की तैयारी कर रहा है. प्रायोगिक तौर पर पहले 10 बसों में एंटी स्लीप डिवाइस लगाया जाएगा.
ट्रायल सफल होने पर पहले चरण में 680 बसों में इस डिवाइस को लगाने का प्लान है. एक डिवाइस की कीमत लगभग 14000 रुपये है. उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों में जल्द ही एंटी स्लीप डिवाइस लगाया जाएगा. एंटी स्लीप डिवाइस लगाये जाने के लिए एजेंसी का चयन हो चुका है. मेसर्स इनसेप्टम टेक्निका सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड का चयन किया गया है. परिवहन मंत्री ने कहा कि अगर यह प्रयोग सफल रहा, तो जल्द ही पहले चरण में 680 बसों में एंटी स्लीप डिवाइस लगाई जाएगी.
परिवहन मंत्री ने बताया कि एंटी स्लीप डिवाइस लोगों के सुरक्षा के लिए बहुत ही कारगर साबित होगा. उन्होंने बताया कि दुर्घटना की आशंका को देखते हुए इस एंटी स्लीप डिवाइस के माध्यम से एलईडी पर ब्लिंक होने लगेगा. जो नाइट मोड में पांच से आठ सेकंड और डे-मोड में छह से नौ सेकंड का होगा. इसके बाद बर्जर की आवाज़ आनी शुरू होगी. इसके बाद सायरन बजेगा, इसके बाद एसएमएस मुख्यालय पर पहुंच जाएगा. उन्होंने बताया कि क्लाउड पर डाटा भी स्टोर हो जाएगा.
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि इस डिवाइस को लगाने में लगभग 14000 रुपये प्रति यूनिट खर्च आएगा. परिवहन निगम यात्रियों को सुरक्षित यात्रा कराने के लिए लगातार नई-नई तकनीक का प्रयोग कर रहा है. इससे पहले यूपीएसआरटीसी की बसों में पैनिक बटन भी लगाया गया.
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