गोरखपुर: जिले में गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात सेकंड क्लास गेट के सामने महिला दरोगा और कॉन्स्टेबल ने प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला का प्रसव कराया. रेलवे अस्पताल के डॉक्टरों की जांच के बाद जच्चा-बच्चा स्वस्थ पाए गए. इसके बाद महिला यात्री और उनके पति को सुरक्षित यात्रा करने की अनुमति दी गई.
जानें पूरा मामला
पश्चिमी चंपारण के सुभद्रा बाजपुर पिपरा निवासी फरहान के बेटे सितारे परिवार के साथ हरदोई में रहते हैं. सितारे की पत्नी आयशा खातून गर्भवती थीं. तबीयत खराब होने पर वह अपने ससुर के साथ पैतृक गांव लौट रही थीं. वह हरदोई से किसी ट्रेन से गोरखपुर आई थीं. शनिवार को उसके ससुर भी किसी बस से गोरखपुर पहुंचे. उन्हें रात में कोई सवारी नहीं मिली तो ससुर और बहू सुरक्षा के लिए रेलवे स्टेशन के गेट नंबर 2 के सामने पोर्टिको में जाकर बैठ गए. देर रात महिला को प्रसव पीड़ा होने लगी. महिला के दर्द से कराहने पर सेकंड क्लास गेट पर तैनात कॉन्स्टेबल रविंद्र कुमार ने इसकी सूचना प्रसारित की उसे तत्काल हेल्प की आवश्यकता है.
प्लेटफार्म पर ड्यूटी में मौजूद आरपीएफ की महिला दरोगा प्रियंका सिंह, हेड कांस्टेबल देवी बक्श सिंह और यात्री मित्र मनोज वर्मा संघ पोर्डिको पर पहुंचे. महिला सफाई कर्मचारी उर्मिला और सरला सहित अन्य महिलाओं की मदद से गर्भवती महिला के लिए कपड़ों का सेफ रूम तैयार किया गया और फिर डॉक्टरों की देखरेख में महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया.
रेलवे के डॉक्टर विवेक शुक्ला ने बच्ची और मां की जांच करके आवश्यक दवाएं मुहैया कराई. दोनों को ही स्वस्थ बताकर डॉक्टरों ने आगे की यात्रा की अनुमति दी. जिस पर महिला ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि बेटी पैदा हुई है और बड़ी होकर इसे आप जैसा ही बनाएंगे.