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लोन न मिलने पर एसबीआई बैंक के सामने युवक ने की आत्महत्या, सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने उठाया सवाल

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 29, 2023, 9:57 AM IST

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गोंडा में एसबीआई बैंक (SBI Bank in Gonda) से लोन न मिलने पर एक बेरोजगार युवक ने आत्महत्या कर ली थी. उस मामले में परिवार को ढांढस बंधाने पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह (MP Brij bhushan Sharan Singh) ने बैंकों पर ही सवाल खड़ा कर दिया है.

सांसद बृजभूषण शरण सिंह पीड़ित परिवार से मिले

गोंडा: भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने बैंक पर सवाल खड़ा कर दिया है. बैंक से लोन न मिलने पर युवक द्वारा आत्महत्या के मामले में सांसद पीड़ित परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे थे. सांसद ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की. साथ ही पीड़ित परिजनों को आर्थिक सहायता देकर ढांढस बंधाया.

पूरा मामला इटियाथोक कोतवाली क्षेत्र के सरहरा गांव का है. यहां बीते दिनों 18 अक्टूबर को स्टेट बैंक से लोन न मिलने से नाराज युवक दिव्यराज पांडेय ने बैंक के सामने ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली थी. पुलिस ने आनन-फानन में युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद लखनऊ रेफर कर दिया था. लखनऊ में इलाज के दौरान दूसरे दिन दिव्यराज पांडेय की मौत हो गई थी. इस मामले में डीएम के निर्देश पर मजिस्ट्रेट जांच चल रही है. वहीं, सांसद बृजभूषण सिंह शनिवार को शोक संवेदना व्यक्त करने दिव्यराज पांडेय के घर पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया.

सांसद ने कहा- आत्महत्या नहीं हत्या है

सांसद ने बैंक के सिस्टम पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यह एक तरह की हत्या है. इसमें दोषियों के ऊपक कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. बृजभूषण सिंह ने सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर सिस्टम पर सवाल उठाते हुए कहा कि दिव्यराज पांडेय को बैंक वालों ने इतना दौड़ाया कि उसने परेशान होकर आत्महत्या कर ली. युवक ने वाटर प्लांट लगाने की एक फाइल तैयार कराई थी. बैंक वालों की तरफ से आश्वासन दिया गया था. उसके बाद तरह-तरह की शर्तें लगाकर उसको परेशान किया जा रहा था, जिससे युवक ने अपना संयम खो दिया.

'बेरोजगार युवाओं को दौड़ाया जाता है'

सांसद बृजभूषण सिंह ने कहा कि 22 साल का लड़का दिव्यराज पांडेय हम लोगों के बीच से चला गया. इसके बाद इस मामले में मजिस्ट्रेट की जांच हो रही है. सांसद ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए. सांसद ने कहा कि यह सवाल एक दिव्यराज पांडेय का नहीं है. बल्कि सभी बेरोजगार युवाओं का है. युवाओं को पहले आश्वासन देकर सपना दिखाया जाता है. उसके बाद फिर दौड़ाया जाता है. उसके बाद फाइल ही निरस्त कर दी जाती है.

'फाइल तैयार करने में लगते हैं हजारों रुपये'

सांसद ने कहा कि एक फाइल तैयार करने में 10 से 15 हजार रुपये का खर्च आता है. कम से कम बैंक वालों में संवेदना होनी चाहिए. यदि नहीं होती है तो फाइल मत तैयार करवाओ. सांसद ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जैसे लोग जीते हैं, वैसे ही जी लेंगे. लेकिन, आश्वासन देकर गरीब बेरोजगार युवाओं को परेशान करना ठीक नहीं है. 5 से 10 हजार रुपये खर्च कर करने के बाद जवाब दे दिया जाता है. अब आपकी फाइल पर लोन नहीं हो पाएगा.

'मृतक के बेटे को बनाएंगे पहलवान'

बीजेपी सांसद ने कहा कि प्रशासन से मांग की है कि ऐसी घटना प्रदेश क्या देश में नहीं घटनी चाहिए. किसी भी सूरत में बच्चों को गलत आश्वासन नहीं मिलना चाहिए. इस बच्चे की शादी भी हो चुकी है. यह एक तरीके से हत्या है. उसका एक 7 माह का बच्चा भी है. सांसद ने 7 माह के बच्चे को सहलाते हुए कहा कि इसको पाल पोसकर बड़ा करिए. फिर हमें दीजिए, यह बच्चा बड़ा होकर पहलवान बनेगा. इसके साथ ही उन्होंने परिजनों को सलाह दी कि एक गाय जरूर रखिए.

बचाने वाले युवक का चल रहा इलाज

बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने दिव्यराज पांडेय को बचाने में घायल हुए उसके साथी अभिषेक पांडेय के पिता का हाथ पकड़कर कहा कि जिस लड़के का निधन हो गया है. उसे बचाने के लिए एक लड़का 45 प्रतिशत जल गया है. लखनऊ में उसका इलाज चल रहा है. वह भी जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहा है. सांसद ने कहा कि दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. इसके साथ ही सांसद ने मृतक दिव्यराज पांडेय के पिता और उसके साथ गंभीर रूप से झुलसे विश्वनाथ पांडे के पिता को आर्थिक सहायता दी.

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