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छात्र नेता घर व हॉस्टल में लिखवाता था BAMS और MBBS की कॉपियां, तीन कॉलेजों के नाम का खुलासा

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Published : Oct 9, 2022, 6:48 PM IST

आगरा के BAMS और MBBS की कॉपियां लिखने और बदलने के मामले में गिरफ्तार मास्टरमाइंड छात्र नेता राहुल पाराशर ने तीन कॉलेज के नामों का खुलासा (three colleges name in matter of writing copies) किया है. राहुल ने ये भी बताया कि वह 2016 से कॉपी बदलने और लिखने का काम कर रहा है.

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आगरा

आगरा: पुलिस ने डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की बीएएमएस और एमबीबीएस की उत्तर पुस्तिकाओं के फेरबदल के मामले में बड़ा खुलासा किया है. पुलिस कस्टडी में मास्टर माइंड छात्रनेता राहुल पाराशर ने चौकानें वाली बताई(three colleges name in matter of writing copies) हैं. राहुल अपने घर, हॉस्टल और अन्य जगह पर कॉपियां लिखवाता था. इसके बाद विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की मदद से कॉपियां बदल कर बंडल में रखवा देता था.

राहुल पाराशर ने बीएएमएस के तीन कॉलेजों के नाम भी बताए हैं. इन कॉलेजों के छात्रों की परीक्षा कॉपी बदलने का काम करता था. राहुल पाराशर ने पूछताछ में खुलासा किया है कि एफएच मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस स्टूडेंट्स की कॉपी बदलता था. आरोपी सन् 2016 से मेडिकल कॉलेज और बीएएमएस परीक्षा की कॉपी बदलने का काम रहा है.

जानकारी देते एसपी सिटी विकास कुमार

26 अगस्त-2022 को डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के बीएएमएस परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने का मामला सामने आया था. इस पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने हरीपर्वत थाना में शिकायत दी थी. पुलिस ने ऑटो चालक देवेंद्र को गिरफ्तार कर पूछताछ की, तो बीएएमएस परीक्षा कॉपी बदलने के मास्टरमाइंड राहुल पाराशर का नाम सामने आया था.

इसके बाद पुलिस ने छात्र नेता मास्टरमाइंड राहुल पाराशर के दोस्त प्रो.अतुल के साथ ही दुर्गेश और पुनीत को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद आगरा पुलिस और एसटीएफ को चकमा देकर राहुल पराशर ने 30 सितंबर 2022 को कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इस पर आगरा पुलिस की एसआईटी ने राहुल पाराशर को कोर्ट से रिमांड पर लिया. राहुल ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.

एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया पूछताछ में राहुल पाराशर ने कबूला है कि सन 2016 से बीएएमएस और एमबीबीएस की परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने का काम कर रहा था. इसके लिए पहले परीक्षा केंद्र से उत्तर पुस्तिकाएं बदल देता था और मूल्यांकन केन्द्र पर उत्तर पुस्तिकाएं ले जाने में बदलने का काम करता था. इसमें विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की मिलीभगत होती थी. उसने कई कर्मचारियों के नाम भी बताए हैं.

मेडिकल की पढ़ाई करने वाले लिखते हैं कॉपी: पूछताछ में राहुल पाराशर ने यह भी खुलासा किया है कि गैंग में कई मेडिकल की पढ़ाई कर चुके या पढ़ाई करने वाले लोग शामिल हैं. जिनकी मेडिकल की भाषा पर अच्छी पकड़ है उन्हीं लोगों से बीएएमएस और एमबीबीएस की उत्तर पुस्तिकाएं लिखवाने का काम होता था. उत्तर पुस्तिकाएं राहुल पाराशर के घर, हॉस्टल या किसी दूसरी जगह पर लोगों को बुलाकर लिखवाई जाती थी.

राहुला पाराशर ने खुलासा किया कि इससे पहले स्टूडेंट की उत्तर पुस्तिकाओं के फ्रंट पेज पर बारकोड लगा था. इससे किसी की पकड़ में कॉपी आसानी से आ आए. इसपर राहुल कॉपी बदलकर फिर सिलाई करके बंडल में लगाता था. राहुल ने यूनिवर्सिटी के मददगार बाबू समेत अन्य कर्मचारियों के नाम बताएं हैं.

एसपी सिटी विकास ने बताया कि जेल गए मास्टरमाइंड राहुल पाराशर ने खुलासा किया है कि एमबीबीएस की कॉपियां भी बदलने का काम भी कर रहा था. उसने ही आगरा-फिरोजाबाद हाईवे पर टूंडला स्थित एफएच मेडिकल कॉलेज के छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं बदलवाईं थीं. पुलिस ने हाल में ही एफएच मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस के 26 छात्रों की कॉपियां का हस्तलेख बदलने का खुलासा किया था. एमबीबीएस की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने का मुकदमा थाना हरिपर्वत में दर्ज है.

एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि हरीपर्वत थाना पर पहला मुकदमा विश्वविद्यालय प्रशासन ने 27 अगस्त 2022 को दर्ज कराया है जो बीएएमएस परीक्षा की 14 कॉपी बदलने का था. दूसरा मुकदमा एमबीबीएस की कॉपी बदलने का है जो पुलिस ने लिखा है. इस मुकदमे में एमबीबीएस की 26 उत्तर पुस्तिकाएं बदली गईं हैं.


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