टूर कंपनी ऑस्ट्रेलिया के लिए दंपत्ति को नहीं दिलवा पाई वीजा, रुपये भी नहीं लौटाए, उपभोक्ता फोरम ने दिए ये आदेश
Published: Nov 21, 2023, 8:58 PM


टूर कंपनी ऑस्ट्रेलिया के लिए दंपत्ति को नहीं दिलवा पाई वीजा, रुपये भी नहीं लौटाए, उपभोक्ता फोरम ने दिए ये आदेश
Published: Nov 21, 2023, 8:58 PM

आगरा के दंपत्ति ने वीजा के लिए टूर कंपनी से बात की थी. रुपये देने के बाद भी उन्हें वीजा नहीं मिला. रकम (Agra couple tour company fraud) वापस मांगने पर भी नहीं मिली. इस पर उन्होंने उपभोक्ता फोरम का सहारा लिया.
आगरा : जिला उपभोक्ता फोरम ने ताजनगरी में एक दंपत्ति को टूरिस्ट वीजा दिलाने में नाकाम रही टूर कंपनी पर हर्जाना लगाया है. टूर कंपनी रुपये लेने के बाद भी दंपत्ति को ऑस्ट्रेलिया का वीजा नहीं दिला पाई थी. इसके बाद देश और दुनिया में लॉकडाउन लग गया. इसके कारण दंपत्ति टूर पर नहीं जा सके. दंपत्ति ने जब रुपये वापस मांगे तो कंपनी ने इंकार कर दिया. इसके बाद दंपत्ति ने जिला उपभोक्ता फोरम में शिकायत की. जिला उपभोक्ता फोरम प्रथम अध्यक्ष सर्वेश कुमार और सदस्य अरुण कुमार ने सुनवाई के बाद टूर कंपनी को जमा किए गए 3.75 लाख रुपये सात प्रतिशत वार्षिक ब्याज सहित दंपत्ति को अदा करने के आदेश दिए हैं.
साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया जाना चाहते थे पति-पत्नी : कमला नगर डी ब्लॉक निवासी उपेंद्र गर्ग ने जिला उपभोक्ता फोरम में वाद प्रस्तुत किया था. नवंबर-2018 में उन्होंने पत्नी के साथ ऑस्ट्रेलिया घूमने का प्लान बनाया था. उपेंद्र गर्ग का आरोप है कि इसे लेकर उनका संपर्क आकर्ष परमार से हुआ था. उन्होंने आकर्ष को रुपये दिए. आकर्ष ने थामस कुक इंडिया लिमिटेड टूर कंपनी से बातचीत करके 16 नवंबर-2018 को 4.50 लाख रुपये जमा कराए. इसमें वहां का वीजा दिलाने की रकम भी शामिल थी. टूर कंपनी को ही वीजा बनवाकर देना था.
75 हजार रुपये ही कंपनी ने किए वापस : उपेंद्र गर्ग ने जिला उपभोक्ता फोरम में बताया कि, टूर कंपनी ने सब कुछ तय करने के बाद ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए हमें 7 दिसंबर 2018 की तारीख दी. मगर, कंपनी इस तारीख तक दंपत्ति को वीजा ही नहीं दिला सकी. इस पर जब आकर्ष परमार से संपर्क किया तो उसने कहा कि इस बारे में कंपनी से बात करें. आकर्ष परमार ने टूर कंपनी से बात की तो 75 हजार रुपये वापस आ गए. जब बाकी रकम को लेकर आकर्ष परमार से संपर्क किया तो उसने बाकी रुपयों से एक नई जगह दूसरा टूर प्रोग्राम बनाने की सलाह दी. इसके बाद कोरोना ने दस्तक दे दी. देश और दुनिया में लॉकडाउन लग गया. फ्लाइट बंद हो गईं. उमेश गर्ग ने जब रुपये वापस मांगे तो आकर्ष परमार और टूर कंपनी ने रुपये देने से मना कर दिया. इसके बाद मामला फोरम तक पहुंच गया. जिला उपभोक्ता फोरम प्रथम अध्यक्ष सर्वेश कुमार और सदस्य अरुण कुमार ने टूर कंपनी को जमा किए गए 3.75 लाख रुपये सात प्रतिशत वार्षिक ब्याज के साथ अदा करने के आदेश दिए हैं.
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