झालावाड़. जिले के असनावर थाना क्षेत्र के गांव कांस खेड़ली गांव में 2 दिनों पूर्व हुई फायरिंग की घटना के बाद लापता हुए मध्य प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर मुख्तार मलिक की शुक्रवार को झालावाड़ अस्पताल में मौत हो गई (Notorious gangster Mukhtar Malik dies in Jhalawar hospital) है. मुख्तार मलिक पिछले 2 दिनों से लापता था. जिसके असनावर के जंगलों में होने की सूचना पर पुलिस पहुंची और उसे झालावाड़ अस्पताल पहुंचाया. मुख्तार मलिक गंभीर घायल अवस्था में था जिसने शुक्रवार को झालावाड़ अस्पताल में दम तोड़ दिया.
पुलिस के अनुसार बुधवार देर रात्रि को असनावर थाना क्षेत्र के गांव कांस खेड़ली में उजाड़ नदी में मछली ठेकेदार और ग्रामीणों के बीच संघर्ष हो गया था. जहां पर दोनों तरफ से फायरिंग की बात भी सामने आ रही है. मौके पर ही मुख्तार मलिक के मैनेजर की मौत हो गई थी, जबकि मुख्तार मलिक और उसका साथी विक्की बुधवार मध्य रात्रि से ही लापता थे. बुधवार रात्रि से ही पुलिस ने जंगलों और नदी में सर्च ऑपरेशन चला रखा था तथा गुरुवार को मुख्तार मलिक की पत्नी असनावर पहुंची. जिसने मुख्तार के साथ ही विक्की के भोपाल में होने की बात कही थी.
ऐसे में माना जा रहा था कि मुख्तार मलिक भी कहीं फरार हो गया है. लेकिन शुक्रवार सुबह पुलिस को सूचना मिली थी मुख्तार मलिक असनावर के जंगलों में है, जहां पुलिस लगभग 2 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंची तो, मुख्तार मलिक घायल अवस्था में पड़ा हुआ मिला, जिसके पैरों सहित शरीर में अन्य जगहों पर कई जख्म थे. पुलिस ने लगभग 2 किलोमीटर पहाड़ी से अरमान मलिक को नीचे उतारा और गाड़ी में डालकर पहले असनावर ले गए, जहां से उसकी गंभीर स्थिति के मद्देनजर उसको झालावाड़ के अस्पताल लाया गया. किंतु उसकी मौत हो गई. मुख्तार मलिक के शव को फिलहाल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. जहां उसके परिजनों के आने के बाद की कार्यवाही की जाएगी.