झालावाड़. जिले में राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में मंगलवार को बाइक रैली निकाली गई. इस रैली के मिनी सचिवालय पहुंचने के बाद चिकित्सकों ने राज्य की गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया. इसके बाद जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर डॉ. भारती दीक्षित को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान डॉक्टरों ने विरोध जताते हुए कहा कि राज्य सरकार ने भले ही इस बिल को विधानसभा में पास करा लिया हो, लेकिन इसका विरोध लगातार जारी रहेगा. साथ ही प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने कहा कि ये राइट टू हेल्थ बिल नहीं, बल्कि राइट टू किल है.
उन्होंने कहा कि यह बिल लागू होने के बाद निजी अस्पतालों और डॉक्टर्स की कमर टूटनी तय है, क्योंकि इसमें केवल व केवल डॉक्टरों व अस्पताल संचालकों को आर्थिक नुकसान होगा. वहीं, इससे मरीजों को भी कोई फायदा नहीं होगा. ऐसे में चिकित्सकों ने सरकार से इस बिल को तुरंत वापस लेने की मांग की और कहा कि सोमवार को जयपुर में जो डॉक्टरों के साथ हुआ उसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है.
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डॉक्टर्स ने कहा कि सरेआम चिकित्सकों पर लाठियां भांजी गई. वहीं, सदन में मंगलवार को बिल के पास होने पर डॉक्टरों ने कहा कि अब उनका आंदोलन और तेज होगा. प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर आगामी रणनीति तैयार की जाएगी. डॉक्टरों ने कहा कि कोरोनाकाल के समय डॉक्टरों को धरती का भगवान कहा जा रहा था और आज उन पर लाठियों की बौछार हो रही है.