जयपुर. प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में प्रमुख दलों के साथ स्थानीय दल भी अब चुनावी मोड़ में आने लगे हैं. बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बाद अब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने भी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर गहलोत सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है. जून के महीने में आरएलपी 8 बड़े प्रदर्शन और रैलियां करने जा रही है. आरएलपी सुप्रीमो तथा नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने Etv भारत से कोरोना काल में हुई मौतों, लंपी बीमारी से काल कवलित हुई गायों तथा टिड्डों से चौपट हुई फसलों, बेरोजगारी, किसान कर्ज माफी, राजस्थान लोक सेवा आयोग में व्याप्त भ्रष्टाचार, पेपर लीक, बढ़ते भ्रष्टाचार सहित कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी. राजनैतिक मुद्दो और आगामी विधानसभा चुनावों के मुद्दे पर खुलकर बातचीत की. इसके साथ ही हनुमान बेनीवाल ने बार बार प्रदेश में हो रहे पीएम मोदी के दौरों पर भी सवाल उठाया है. हनुमान बेनीवाल ने सीएम अशोक गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को निशाने पर लिया.
जून में 8 प्रदर्शन और रैलियां : सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के साढ़े चार के शासन में अपराध चरम पर है और बेरोजगारी लगातार बढ़ रही, महिलाएं सुरक्षित नहीं है, खनन माफियाओं का बोल बाला है और इसके लिए कांग्रेस सरकार का कुशासन जिम्मेदार है. सांसद ने कहा मुख्यमंत्री कार्यालय और वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे और जो आईएएस यहां लूट खसोट करने में लगे हैं. अब वो केंद्र में जाने की तैयारी में व्यस्त हैं, मुख्यमंत्री गहलोत केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग की बात हमेश करते रहे हैं. परंतु उन्होंने अपने इस शासन में एसओजी सहित एजेंसियों के दुरुपयोग करने कोई कसर नहीं छोड़ी. बेनीवाल ने कहा की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बजरी की दरों को कम करने, टोल मुक्त राजस्थान, मुफ्त बिजली, स्थाई रोजगार, स्थानीय लोगों को रोजगार देने, नहरी पानी, बेरोजगारी भत्ता देने सहित कई मुद्दों को लेकर जून के महीने में 8 बड़े प्रदर्शन और रेलिया करने जा रही है. जिसमें 9 जून को बीकानेर जिले के श्री डूंगरगढ़, 12 जून को नागौर के रियांबड़ी, 14 जून को बीकानेर के कोलायत में, 17 जून को टोंक, 20 जून को भीलवाड़ा, 22 जून को हनुमानगढ़ के नोहर, 24 जून बाड़मेर के धोरीमन्ना और 26 जून को घड़साना में प्रदर्शन और विशाल जन सभाओं का आयोजन किया जाएगा. बेनीवाल ने कहा इन साढ़े चार सालों में आरएलपी ने संसद से सड़क तक सरकार को घेरने में कभी पीछे नहीं रही है. साथ ही आने वाले दिनों में भी इसी तरह से सडकों पर कांग्रेस को आईना दिखाएंगे.
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भ्रष्टाचार की देवी वसुंधरा : बेनीवाल ने बुधवार को अजमेर में हुई पीएम की रैली पर कटाक्ष करते हुए कहा की मोदी एक तरफ भ्रष्टाचार को लेकर बड़ी बड़ी बाते कर रहे हैं, जबकि भ्रष्टाचार की देवी वसुंधरा को पीएम ने अपने पास बैठा रखा था. उन्होंने कहा 2009 में जब मोदी सरकार आई तब अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की जो कीमत थी वो आज कम होने के बाद भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ा दी. उन्होंने बढ़ती महंगाई, केंद्र के महकमों में खाली पड़े पदों को लेकर भी केंद्र पर निशाना साधा और कहा पीएम मोदी काला धन लाने में नाकाम रहे हैं. वहीं राजस्थान में भाजपा विपक्ष की भूमिका से गायब रही. बेनीवाल में कहा प्रदेश में बीजेपी के पास ऐसा कोई नेता नहीं है जो 10 हजार से ज्यादा की भीड़ इकट्ठा कर सके इसलिए बार बार पीएम मोदी को बुलाना पड़ रहा है. मोदी राजस्थान में बीजेपी की स्थिति को समझ रहे हैं इसलिए अब तक 6 बार राजस्थान आ चुके हैं.
नीतियों के चलते तोड़ा गठबंधन : सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों से मेल नहीं हुआ इसलिए गठबंधन तोड़ दिया. बेनीवाल ने कहा कि केंद्र की सरकार सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार ने सेना में अग्निपथ योजना और किसान आंदोलन में सरकार की नीति ऐसी कई बातें थी जिसकी वजह से उन्होंने बीजेपी के साथ अपना गठबंधन तोड़ा. बेनीवाल ने कहा आगामी विधानसभा चुनाव में आरएलपी पूरे दम खम के साथ चुनाव लड़ेगी. भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ जो दल चुनाव लड़ेंगे उनके साथ गठबंधन की राह खुली है. हालांकि बेनीवाल ने स्पष्ट कहा कि यदि सचिन पायलट अलग दल बनाते हैं तो उनके साथ गठबंधन की राह खुली है.
वसुंधरा-गहलोत मिले हुए हैं : हनुमान बेनीवाल ने कहा कि लगातार हम ये आरोप लगाते रहे हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मिलीभगत है. दोनों में आपसी अंडरस्टैंडिंग चल रही है. अब तो सीएम गहलोत ने सार्वजनिक मंच से कहा है कि वसुंधरा राजे ने उनकी सरकार को बचाया है. बेनीवाल ने कहा कि चाहे कांग्रेस सरकार हो या भाजपा सभी बजरी माफिया के आगे नतमस्तक है. बड़े बड़े अधिकारी भी ट्रांस्फर-पोस्टिंग के लिए ऐसे माफिया के घर हाजिरी देते हैं. बीजेपी के शासन में हुए भ्रष्टाचार की कांग्रेस जांच नहीं कर रही है और कांग्रेस के शासन में हुए भ्रष्टाचार की जांच बीजेपी सरकार बनने पर नहीं करेगी. अब कांग्रेस और बीजेपी के 'एक बार तू एक बार मैं' के फार्मूले को जनता समझ चुकी है. आगामी विधानसभा में अब जनता दोनों ही दलों को सबक सिखाएगी.