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Election Result 2023 : इतिहास ने फिर खुद को दोहराया, कांग्रेस सरकार में शिक्षा मंत्री रहे नेताओं ने गंवाई अपनी सीट

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 7, 2023, 7:41 AM IST

Election Result 2023
कांग्रेस सरकार में शिक्षा मंत्री रहे नेताओं ने फिर गंवाई अपनी सीट

Rajasthan Election 2023 Results, राजस्थान में इतिहास ने एक बार फिर खुद को दोहराया. विधानसभा चुनाव 2023 में भी कांग्रेस के शिक्षा मंत्रियों के हारने का सिलसिला बरकरार रहा. 1993 से लेकर अब तक कांग्रेस सरकार में शिक्षा मंत्री रहे नेता अपनी सीट नहीं बचा पाए हैं. पिछली सरकारों में शिक्षामंत्री के हार-जीत के रिपोर्ट कार्ड पर पेश है ये खास रिपोर्ट...

जयपुर. राजस्थान शिक्षा विभाग में साढ़े 3 लाख से ज्यादा शिक्षक हैं और लगभग इतने ही कर्मचारी सेवाएं देते हैं. गांव-ढाणी से लेकर शहरी क्षेत्र तक इन कर्मचारियों का आम जनता से सीधा जुड़ाव होता है. कहीं ना कहीं सरकार की नीतियों को जनता तक पहुंचाने में भी इन्हीं कर्मचारियों का सबसे बड़ा रोल होता है. यही वजह है कि शिक्षा विभाग को सरकार की रीढ़ कहा जाता है.

ऐसे में हर सरकार में शिक्षामंत्री पर इन शिक्षकों और कर्मचारियों को साधने और इन्हें अपनी पार्टी की रीति नीति में ढालने का भी जिम्मा होता है, लेकिन 1993 से लेकर अब तक हर बार बदलती सरकार से ये स्पष्ट हो गया है कि बीजेपी हो या कांग्रेस किसी के भी शिक्षा मंत्री अपने विभाग के कर्मचारियों को साध नहीं पाए हैं. ये जरूर है कि बीजेपी के शिक्षा मंत्री खुद की सीट तो बचा लेते हैं, लेकिन कांग्रेस के शिक्षा मंत्रियों की परफॉर्मेंस खराब ही रही है. इस बार भी शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला, शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान और उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव अपनी सीट नहीं बचा पाए.

1993 : बीजेपी सरकार - 13 दिसंबर 1993 से 1 दिसंबर 1998 तक बीजेपी सरकार में गुलाबचंद कटारिया शिक्षा मंत्री रहे. 1998 विधानसभा चुनाव में 153 सीटों के भारी बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनी. हालांकि, कटारिया ने बड़ी सादड़ी से चुनाव में जीत दर्ज की.

1998 : कांग्रेस सरकार - 7 दिसंबर 1998 से 8 दिसंबर 2003 तक कांग्रेस शासन में बीडी कल्ला शिक्षामंत्री रहे, जबकि अब्दुल अजीज 7 दिसंबर 1998 से 14 मई 2002 तक शिक्षा राज्यमंत्री रहे. 2003 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 120 सीट जीतकर सरकार बनाई. इन चुनाव में बीडी कल्ला ने तो जीत दर्ज की, जबकि अब्दुल अजीज का टिकट ही कट गया.

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2003 : बीजेपी सरकार - 8 दिसंबर 2003 से 24 दिसंबर 2007 तक बीजेपी सरकार में घनश्याम तिवाड़ी शिक्षामंत्री रहे. इसके बाद 24 दिसंबर 2007 से 12 दिसंबर 2008 तक ये जिम्मेदारी कालीचरण सराफ को सौंप दी गई. जबकि 31 मई 2004 से 12 दिसंबर 2008 तक वासुदेव देवनानी शिक्षा राज्य मंत्री पद पर रहे. 2008 विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता ने कांग्रेस और भाजपा दोनों को ही बहुमत नहीं दिया, लेकिन कांग्रेस ने बसपा के छह विधायकों के साथ सरकार बनाई, बीजेपी के तीनों ही शिक्षामंत्री घनश्याम तिवाड़ी, कालीचरण सराफ और वासुदेव देवनानी अपनी सीट बचाने में कामयाब हुए.

2008 : कांग्रेस सरकार - 19 दिसंबर 2008 से 16 नवंबर 2011 तक मास्टर भंवर लाल मेघवाल प्रदेश के शिक्षामंत्री रहे. इसके बाद 16 नवंबर 2011 से 12 दिसंबर 2013 तक बृज किशोर शर्मा ने शिक्षामंत्री की जिम्मेदारी संभाली, जबकि 17 नवंबर 2011 से 12 दिसंबर 2013 तक नसीम अख्तर शिक्षा राज्यमंत्री रहीं. 2013 विधानसभा चुनाव में 163 सीटों के प्रचंड बहुमत से प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी. मोदी लहर के चलते तीनों ही शिक्षामंत्री भंवरलाल मेघवाल, बृजकिशोर शर्मा और नसीम अख्तर को शिकस्त मिली.

2013 : बीजेपी सरकार - 20 दिसंबर 2013 से 27 अक्टूबर 2014 तक कालीचरण सराफ शिक्षामंत्री रहे. इसके बाद वो उच्च शिक्षामंत्री रहे. जबकि 27 अक्टूबर 2014 को वासुदेव देवनानी को शिक्षा राज्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी. जबकि किरण माहेश्वरी 10 दिसंबर 2016 उच्च शिक्षा मंत्री बनीं. 2018 विधानसभा चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस ने निर्दलीय और बसपा विधायकों के साथ मिलकर सरकार बनाई, लेकिन इस बार भी बीजेपी के तीनों शिक्षा मंत्री अपनी-अपनी विधानसभा सीट से जीत कर आए.

2018 : कांग्रेस सरकार - 24 दिसंबर 2018 से 20 नवंबर 2021 तक गोविंद सिंह डोटासरा शिक्षा मंत्री, जबकि भंवर सिंह भाटी उच्च शिक्षा मंत्री रहे. बाद में मंत्रिमंडल फेरबदल होने पर बीडी कल्ला शिक्षा मंत्री बने. जाहिदा खान को शिक्षा राज्य मंत्री बनाया गया. वहीं, राजेंद्र यादव को उच्च शिक्षा की जिम्मेदारी सौंपी, लेकिन इतिहास ने फिर खुद को दोहराया. कांग्रेस सरकार के निवर्तमान तीनों शिक्षा मंत्री अपनी सीट नहीं बचा सके. भंवर सिंह भाटी को भी इन चुनाव में हार मिली. हालांकि, गोविंद सिंह डोटासरा अपनी सीट निकालने में कामयाब रहे.

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