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Rajasthan Assembly Election 2023 : पूर्वी राजस्थान से 'कमल' खिलाने की तैयारी, परिवर्तन यात्रा इस बार चारभुजा से नहीं त्रिनेत्र गणेश से निकालने के जानिए क्या हैं सियासी मायने

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 29, 2023, 5:40 PM IST

Updated : Aug 29, 2023, 7:38 PM IST

Parivartan Yatra From Eastern Rajasthan
पूर्वी राजस्थान से परिवर्तन यात्रा

2 सितंबर से बीजेपी प्रदेश की चारों दिशाओं से परिवर्तन यात्रा शुरू करने जा रही है. इस बार यात्रा की शुरुआत चारभुजा से नहीं बल्कि त्रिनेत्र गणेश मंदिर से हो रही है. राजनीति के नजरिए से देखें तो पूर्वी राजस्थान वो क्षेत्र है, जहां 2018 के चुनाव में भाजपा का कमल मानों पूरी तरह मुरझा गया था, लेकिन इन बार इसी पूरब से बीजेपी कमल खिलाने की तैयारी में है.

बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी

जयपुर. राजस्थान में चुनावी बिसात पूरी तरीके से बिछ चुकी है. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही प्रमुख पार्टियां अपने सियासी गणित को मजबूत करने में जुटी हैं. एक तरफ कांग्रेस गारंटी योजनाओं के जरिए सरकार को रिपीट करने की मंशा रख रही है, तो दूसरी तरफ भाजपा ने भी सत्ता वापसी के लिए परिवर्तन यात्राओं का सहारा लिया है. साल 2018 में पूर्वी राजस्थान से मिले झटके से बीजेपी उबरना चाहती है. यही कारण है कि पार्टी कई चुनावों से चल रही आ रही पंरपरा को तोड़ते हुए इस बार पूर्वी राजस्थान से ही परिवर्तन यात्रा का आगाज कर रही है. पूर्वी राजस्थान भाजपा के लिए इस लिए खास है, क्योंकि 2018 के चुनाव में इसी पूर्वी राजस्थान में भाजपा का कमल मुरझा गया था.

पूर्वी राजस्थान में मात्र एक सीट : साल 2018 में पूर्वी राजस्थान ने एक झटके से बीजेपी को सत्ता से बाहर कर दिया था. ये झटका इतना तगड़ा था कि इस बार पार्टी पंरपराएं तोड़ते हुए चुनावी यात्रा का आगाज पूर्वी राजस्थान से करने जा रही है. दरअसल, सचिन पायलट और अन्य चुनावी समीकरणों के चलते बीजेपी को पूर्वी राजस्थान में करारी हार का सामना करना पड़ा था. यही कारण है कि पार्टी इस बार रणथंभौर के त्रिनेत्र गणेश से पहली परिवर्तन यात्रा का आगाज कर रही है, जिसका शुभारंभ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे. विधानसभा सीटों के लिहाज से देखें तो बीजेपी पूर्वी राजस्थान में सबसे कमजोर स्थिति में है. पूर्वी राजस्थान के 5 में से 4 जिले तो ऐसे हैं, जहां पिछले चुनावों में बीजेपी का खाता भी नहीं खुला था. शेष एक जिले में एक मात्र सीट भाजपा के खाते में आई, लेकिन वो भी बाद में राज्यसभा चुनाव में भाजपा को छोड़ कांग्रेस के साथ हो गई.

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भाजपा की पूर्वी राजस्थान पर विशेष फोकस : ऐसा नहीं है कि भाजपा ने परिवर्तन यात्रा के जरिए ही पूर्वी राजस्थान पर फोकस किया हो, इससे पहले भी इन इलाकों को साधने की कोशिश पार्टी कर चुकी है. दौसा में सभा और गुर्जर वोटों को साधने के लिए आसिंद के मालासेरी डूंगरी में भगवान देवनारायण की जन्मस्थली पर पीएम मोदी आ चुके हैं. इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी इस क्षेत्र में किसी न किसी बहाने से सभा कर चुके हैं. इतना ही नहीं ईआरसीपी के मुद्दे की मजबूत करने के लिए हाल ही में केद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी पूर्वी राजस्थान में ताबड़तोड दौरे किए हैं.

Parivartan Yatra From Eastern Rajasthan
पूर्वी राजस्थान से परिवर्तन यात्रा.

गणेश जी की पूजा के बाद शुरुआत : बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और त्रिनेत्र गणेश से रवाना होने वाली पहली परिवर्तन यात्रा के संयोजक अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि चारों यात्राएं चारों दिशाओं से रवाना होंगी. इसमें चारों दिशाओं के प्रमुख तीर्थ स्थलों को चिह्नित किया गया है. भारतीय संस्कृति में किसी भी कार्य का शुभारंभ गणेश जी की पूजा के साथ करते हैं, यही वजह है कि पहली यात्रा त्रिनेत्र मंदिर से पूजा अर्चना और आशीर्वाद के साथ रवाना होगी.

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प्रदेश में हवा नहीं परिवर्तन का तूफान है : अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि राजस्थान में 2018 में सियासी आंकड़ा भले ही भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में नहीं था, लेकिन उससे पहले अगर 2013 के परिणाम देखेंगे तो उसमें अधिकांश सीटों पर बीजेपी जीती थी. उन्होंने कहा कि भाजपा का अच्छा परिणाम होता रहा है, लेकिन पिछली बार कुछ राजनीतिक परिस्थितियों के कारण परिणाम अनुकूल नहीं आए. इस बार जो हवा चल रही है उससे साफ है कि पूर्वी राजस्थान में ही नहीं, पूरे राजस्थान में परिवर्तन की हवा नहीं बल्कि तूफान चल रहा है. भारतीय जनता पार्टी बड़े बहुमत के साथ सत्ता में आएगी और इस बार पूर्वी राजस्थान में बड़ी संख्या में पार्टी सीटें जितेगी.

रथ में इनकी लगेगी फोटो : चारों दिशा में निकलने वाली परिवर्तन यात्रा के लिए भाजपा ने चार रथ तैयार करवाए हैं, जिनमें से एक 2013 के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से सुराज संकल्प यात्रा के लिए तैयार किया गया रथ है. इसके अलावा तीन रथ नए तैयार किए जा रहे हैं. पार्टी सूत्रों की मानें तो परिवर्तन यात्रा के लिए जो रथ तैयार हो रहे हैं, उसमें प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के साथ ही पीएम मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की फोटो लगेगी.

Last Updated :Aug 29, 2023, 7:38 PM IST
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