जयपुर. यूट्यूब पर वीडियो लाइक करने पर कमाई का झांसा देकर करीब 43 लाख रुपए की धोखाधड़ी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. इस संबंध में कार्रवाई करते हुए SOG ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
SOG के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि जयपुर निवासी डॉ अंकिता सिंह ने इस संबंध में साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज करवाया कि उनके पास अपूर्वा ग्लोबल एडवरटाइजिंग कंपनी के सेल्स मैनेजर का वाट्सएप और टेलीग्राम पर मैसेज आया. जिसमें बताया गया कि उनकी कंपनी में पार्ट टाइम जॉब चल रहा है. इसके तहत हर वीडियो को लाइक करने पर 50 रुपए मिलेंगे और हर दिन करीब 2500 रुपए कमाई की जा सकती है.
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आरोपियों ने उसे झांसा देकर 11 बैंक खातों में 43 लाख रुपए जमा करवा लिए. इस मामले में कार्रवाई करते हुए एसओजी ने भीलवाड़ा के बेई निवासी युवराज मीणा, चित्तौड़गढ़ के आकोला निवासी लेहरू लाल तेली, चित्तौड़गढ़ के संगेसरा निवासी किशन लाल प्रजापत और गोवर्धन रैगर को गिरफ्तार किया है. उनके बैंक खातों, मोबाइल फोन और मोबाइल सिम को जब्त कर अनुसंधान किया जा रहा है.
जिन 11 खातों में मांगी राशि उनमें 22 करोड़ का लेनदेनः इस मामले में जांच अधिकारी सज्जन कंवर ने जब गहराई से पड़ताल की तो सामने आया कि परिवादी डॉ अंकिता सिंह से 11 खातों में रुपए मंगवाए हैं. इनमें से 9 खातों में इस साल फरवरी और मार्च में करीब 22 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है. इस राशि में से करीब 30.81 लाख बैंक खातों में फ्रीज हैं. इसके साथ ही जांच में सामने आया है कि ये बदमाश किसी अन्य के नाम पर सिम जारी करवाते और खुद उनका इस्तेमाल करते थे. इनके कब्जे से बड़ी संख्या में बैंक खातों की पासबुक, चैकबुक, एटीएम कार्ड और मोबाइल जब्त किए गए हैं. जिनके आधार पर आगे अनुसंधान किया जा रहा है.
मुंबई में रजिस्टर करवाते फर्जी कंपनी, फर्जी ऑफिस भी बनातेः एसओजी की जांच में सामने आया है कि इस गैंग से जुड़े बदमाश खुद मुंबई (महाराष्ट्र) जाकर खुद के या किसी अन्य के नाम से फर्जी कंपनी रजिस्टर्ड करवाते. इसके बाद बनावटी ऑफिस तैयार कर बैंकों में करंट अकाउंट भी खुलवा लेते. इन बैंक खातों का संचालन ये बदमाश चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा से करते. इन बैंक खातों में वे लोगों को ठगकर रकम जमा करवाते और ऑनलाइन गेमिंग एप पर गेम खेलने वाले युवाओं को रकम का भुगतान किया जाता. जबकि गेम खेलने वालों से रकम दूसरे खातों में ली जा रही थी.