ETV Bharat / state

हाथ से हाथ जोड़ो अभियान: गहलोत बोले- पार्टी के लिए कौन, कितना समर्पित यह पता चलेगा

author img

By

Published : Jan 8, 2023, 8:07 PM IST

Updated : Jan 9, 2023, 6:07 AM IST

Cm Gehlot on hath se hath Jodo abhiyan
Cm Gehlot on hath se hath Jodo abhiyan

हाथ से हाथ जोड़ो अभियान 26 जनवरी से शुरू होने वाला है. इसे लेकर रविवार को प्रदेश स्तरीय बैठक में सीएम गहलोत, राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, पीसीसी चीफ डोटासरा समेत पदाधिकारियों ने मंथन किया. इस दौरान गहलोत ने अभियान को लेकर सभी (Cm Gehlot on hath se hath Jodo abhiyan) नेताओं और पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए.

अभियान पर बोले सीएम गहलोत

जयपुर. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का फॉलोअप प्रोग्राम 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान (hath se hath Jodo abhiyan) 26 जनवरी से शुरू किया जाएगा. इसे लेकर (Congress state level meeting in Jaipur) रविवार को प्रदेश स्तरीय बैठक की गई जिसमें सीएम गहलोत, राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, पीसीसी चीफ डोटासरा समेत कई नेता, पदाधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को सफल बनाने को लेकर मंथन किया गया. ये कार्यक्रम लगातार दो महीने चलेगा. इस संबंध में जिला समन्वयकों को नियुक्त कर दिशा निर्देश दिए हैं.

सीएम अशोक गहलोत ने स्पष्ट किया है कि कांग्रेस कार्यकर्ता बूथ लेवल, गांव लेवल तक जाकर राहुल गांधी ने जो राष्ट्रीय स्तर पर बात उठाई है और जो स्टेट गवर्नमेंट के फ्लैगशिप प्रोग्राम्स हैं उसका लाभ गांव और गरीब तक कैसे पहुंचे उसके बारे में चर्चा करेंगे. हाथ से हाथ जोड़ो अभियान से पहले 19-20 जनवरी को प्रभारी मंत्री सभी जिलों में जाएंगे. इस दौरान 26 जनवरी को शुरू होने वाले इस अभियान की तैयारी करेंगे. हर जिले में जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक भी होगी. कार्यकर्ताओं से बातचीत भी होगी और तय करेंगे कि उस जिले में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान कामयाबी के साथ चल सके. इससे पहले 16 और 17 जनवरी को चिंतन शिविर के रूप में मीटिंग बुलाई गई है. ये मीटिंग ओटीएस में होगी जहां बैठकर राज्य सरकार की परफॉर्मेंस और विभाग की परफॉर्मेंस पर मंथन किया जाएगा.

पढ़ें. भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब शुरू होगा हाथ से हाथ जोड़ो अभियान, केंद्र की खोलेंगे पोल : CM गहलोत

ब्लॉक वाइज चलेगा अभिय़ान
प्रदेश में अभियान प्रत्येक विधानसभा क्षेत्रों में ब्लॉक वाइज चलाया जाएगा जिसमें स्थानीय विधायक, प्रत्याशी और पदाधिकारियों को सभी से जुड़ने का टास्क दिया गया है. अभियान की तैयारियों और आवश्यक दिशा निर्देश देने के लिए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, अभियान के पर्यवेक्षक आरसी खुंटिया ने बैठक ली. बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, अभियान के जिला समन्वयक, मंत्री, विधायक और पदाधिकारी भी थे.

इस दौरान गहलोत ने कहा कि कार्यकर्ताओं को चेताया गया है कि अभी बड़ी चुनौती सामने हैं. इसमें ये भी जानकारी मिलेगी कौन किस रूप में अपने आप को कांग्रेस में समर्पित किया हुआ है. लोग कहते हैं कि संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं, लोकतंत्र खतरे में हैं. ऐसे में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान का मोटो यही है कि ये कार्यक्रम जितना कामयाब होगा, उतना ही आने वाले वक्त में कांग्रेस मजबूत होगी. राजस्थान में कांग्रेस के लिए तो चुनाव भी आ रहे हैं और 4 साल बाद भी आम जनता के जुबान से ये बात निकल रही है कि सरकार विरोधी लहर इस बार नहीं है. यदि सभी कार्यकर्ता मेहनत करेंगे तो इस दिशा में आगे बढ़ते हुए यह सुनिश्चित करेंगे कि सरकार कैसे रिपीट हो.

पढ़ें. गहलोत सरकार के चिंतन शिविर के बीच प्रभारी मंत्रियों के दौरे में हुई तब्दीली, ये हुआ बदलाव

सीएम ने बताया कि इस बार विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी के बजाय मंत्री अपने विभाग की जानकारी कैबिनेट के सामने रखेंगे ताकि आपस में बैठकर विचार विमर्श कर सके. जितने प्रोग्राम कांग्रेस ने दिए हैं, जितनी घोषणाएं की हैं, उसका क्या इंपैक्ट रहा इस पर चर्चा होगी ताकि जो कमियां होंगी उसे दूर किया जा सके. नए प्रोग्राम बनाने होंगे तो उसे नए बजट में सम्मिलित करेंगे. राजस्थान में पहले भी चिंतन शिविर होते आए हैं. उसी तर्ज पर 2 दिन का चिंतन शिविर वापस करने जा रहे हैं ताकि आने वाले वक्त में जो बजट पेश होगा उसकी तैयारी करने में कामयाब हो पाएं.

वहीं, इस दौरान अशोक गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा में हर बार विपक्ष की पिटाई होती है. सरकार जब भी बजट पेश करती है तो बीजेपी विधायक विधानसभा से छिपकर भागते हैं. बीजेपी नेताओं में इतना कॉन्फिडेंस नहीं है कि वो मीडिया को ब्रीफ कर सकें. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि 'नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया मुझसे कहते हैं कि आप बजट घोषणाओं के लिए पैसा कहां से लाएंगे, लेकिन ये चिंता मेरी है' पिछली बजट की अधिकांश घोषणाएं पूरी हो चुकी है और सरकार का आखिरी बजट भी शानदार आएगा. इस बजट में युवाओं, बच्चों और महिलाओं का खास ध्यान रखा जाएगा.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार की 4 फ्लैगशिप योजनाएं ऐसी है, जो देश में कहीं भी नहीं है. अलवर की रैली में राहुल गांधी ने भी इनका जिक्र किया था. वो चाहते हैं यर योजनाएं देशभर में लागू हो. प्रधानमंत्री से भी उन्होंने रिक्वेस्ट की है उनको आगे आकर OPS देशभर में लागू करना चाहिए. OPS पर वो लोग सवाल उठा रहे हैं, जिनको पेंशन मिल रही है. वित्तीय प्रबंधन कर कांग्रेस सरकार कर्मचारियों को उनका हक देगी.

Last Updated :Jan 9, 2023, 6:07 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.