चित्तौड़गढ़. जिले में बिन मौसम बारसात ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. अधिकांश क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों के साथ-साथ अफीम की फसलों को भारी पैमाने पर नुकसान हुआ है. इसके अलावा बेगू इलाके में सर्वाधिक नुकसान की आशंका जताई जा रही है. जहां सोमवार तड़के तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे.
वहीं, बेगू में डेढ़ इंच बारिश दर्ज की गई है. इसके अलावा बेगू और घाटा क्षेत्र में अफीम की फसल आड़ी पड़ गई है. इसके साथ ही पत्ते टूट गए हैं. जबकि यह समय फसल की ग्रोथ का है. ऐसे में अफीम काश्तकारों को सर्वाधिक नुकशान की आशंका जताई जा रही है. जबकि कृषि विभाग ने खराबी जैसी किसी शिकायत से इनकार किया है.
कई इलाकों में करीब आधे घंटे तक ओलावृष्टि से खेतों और सड़कों पर फूलों की चादर बिछ गई है. हालांकि ये बारिश फसलों के लिए फायदेमंद बताया गया है. साथ ही ओलों के कारण गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई है. इस संबंध में उप निदेशक कृषि विस्तार दिनेश कुमार जागा ने बताया कि बेगू सत्र में सर्वाधिक 38 एमएम बारिश हुई है.
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जिसमें पेटा काश्तकारों को इससे फायदा होने की संभावना है. साथ ही अब तक के बड़े नुकसान जैसी कोई बात सामने नहीं आई है. मौसम वैज्ञानिक डॉ. प्रियंका स्वामी ने बताया कि आगामी दो-तीन दिन और भी बारिश होने की संभावना है. फिलहाल बारिश के बाद चित्तौड़गढ़ जिले में सर्दी का प्रकोप और भी बढ़ गया है.