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65 प्रतिशत किसान ही करवा पाए ईकेवाईसी, 82000 के हाथ से खिसकी सम्मान निधि

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Published : Mar 13, 2023, 3:44 PM IST

Only 65 percent farmers could get eKYC done
65 प्रतिशत किसान ही करवा पाए ईकेवाईसी

राजस्थान में ईकेवाईसी नहीं करा पाने के कारण किसानों के खातों में नहीं आ सकी उनकी सम्माननिधि. इसके कारण करीब 16 करोड़ रुपए सरकार के बच गए.

82000 के हाथ से खिसकी सम्मान निधि

चित्तौड़गढ़. गत महीने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त हजारों काश्तकार हासिल नहीं कर पाए. केंद्र सरकार द्वारा दायरे में आ रहे किसानों से ईकेवाईसी कराने को कहा गया था लेकिन अकेले चित्तौड़गढ़ जिले में ही लगभग 82000 से अधिक किसान निर्धारित अवधि तक ईकेवाईसी नहीं करवा पाए. नतीजतन उनके खाते में सम्मान निधि के 2000 नहीं आए. इसके जरिए केंद्र सरकार द्वारा करीब 16 करोड़ रुपए बचा लिए गए. हालांकि अगली किस्त के लिए किसानों के पास ईकेवाईसी कराने के विकल्प खुले हैं. इसके लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा डाक विभाग से भी करार किया गया हैl किसान अपनी ईकेवाईसी एवं आधार डेटाबेस में मोबाइल नंबर अपडेट करवा सकेंगे.

गत माह किसानों के खाते में नहीं आई सम्माननिधिः आंकड़े बताते हैं कि चित्तौड़गढ़ जिले में 237943 सक्रिय किसान हैं. इनमें से 155517 अर्थात कुल किसानों में से 65 प्रतिशत ही अपनी ईकेवाईसी करवा पाए. लगभग 82426 ईकेवाईसी को अपडेट नहीं करवा पाए. परिणाम यह रहा कि गत महीने केंद्र सरकार द्वारा उनके खाते में किसान सम्मान निधि के 2000-2000 नहीं डाले गए. इन काश्तकारों की यह राशि करीब 16 करोड़ बैठ रही है.

निंबाहेड़ा आगे, चित्तौड़गढ़ पीछेः जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार ईकेवाईसी करवाने में निंबाहेड़ा उपखंड क्षेत्र के काश्तकारों ज्यादा एक्टिव नजर आए जहां 28171 में से 21536 किसानों की ईकेवाईसी कंप्लीट होने के साथ 76 प्रतिशत किसानों ने किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त पाई जबकि चित्तौड़गढ़ पूरे जिले में सबसे नीचे के पायदान पर है. यहां 33433 में से 53% किसान ही ईकेवाईसी करवा पाए. इसी प्रकार बड़ी सादड़ी उपखंड के 65%, बेगूं 70, भदेसर 60, भूपालसागर 68, डूंगला 63, कपासन 69, राशमी 71 और रावतभाटा उपखंड के 60% किसानों द्वारा ईकेवाईसी करवाई गई.

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वसूली की आशंका में नहीं कराई ईकेवाईसीः जानकारों का कहना है कि बड़ी संख्या में किसान इनकम टैक्स भी भर रहे हैं जोकि किसान सम्मान निधि भी पा रहे थे लेकिन जैसे ही ईकेवाईसी अपडेट कराने के आदेश आए. ऐसे किसानों ने ईकेवाईसी से दूरी बनाना ही बेहतर समझा क्योंकि ईकेवाईसी में आधार और पैन कार्ड आदि का भी अपडेट मांगा गया था जिसमें पूरी सच्चाई सामने आने की संभावना है. ऐसे में पुरानी किस्तों की रिकवरी होने की आशंका में ऐसे किसानों ने ई केवाईसी अपडेट नहीं करवाई.

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इसके अलावा बड़ी संख्या में ऐसे काश्तकार भी है जो कि जानकारी के अभाव में समय सीमा के भीतर ई केवाईसी नहीं करवा पाए. हालांकि किसानों को अगली किस्त पाने के लिए ईकेवाईसी करवाने का फिर से विकल्प दिया गया है. किसान सम्मान निधि के नोडल ऑफिसर केंद्रीय कॉपरेटिव बैंक चित्तौड़गढ़ के एमडी नानालाल चावला के अनुसार हालांकि चित्तौड़गढ़ जिले में 65% किसान ही ई केवाईसी कंप्लीट करवा पाए लेकिन उनके सामने अब भी विकल्प है और वह अगली किस्त पा सकते हैं बशर्ते ईकेवाईसी अपडेट करवा लें. किसानों को डाक विभाग का भी ऑप्शन दिया गया है. जिसके तहत किसान वहां जाकर ईकेवाईसी एवं आधार डेटाबेस अपडेट करवा सकते हैं. जिला प्रशासन द्वारा इसके अधिकाधिक प्रचार-प्रसार के लिए जिला नोडल अधिकारी तथा तहसीलदारों को भी दिशा निर्देश दिए गए हैं.

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