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चित्तौड़गढ़ः अंडर ट्रायल रिव्यू कमेटी की बैठक आयोजित, जेल से जमानत पर छोड़े 41 विचाराधीन बंदी

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Published : Apr 20, 2020, 4:52 PM IST

अंडर ट्रायल रिव्यू कमेटी की बैठक, Meeting of Under Trial Review Committee
अंडर ट्रायल रिव्यू कमेटी की बैठक आयोजित

चित्तौड़गड़ में सोमवार को अण्डर ट्रायल रिव्यू कमेटी की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में जिला कारागृह सहित उपकारागृह निम्बाहेड़ा, बेगूं और कपासन में विचाराधीन बंदियों को जमानत पर रिहा करने पर विचार विमर्श किया गया.

चितौड़गढ़. कोरोना संक्रमण के इस दौर में सभी विभागों में एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं. इसमें सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देशों की पालना में अण्डर ट्रायल रिव्यू कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया था.

अंडर ट्रायल रिव्यू कमेटी की बैठक आयोजित

इस बैठक में कोरोना संक्रमण को देखते हुए चित्तौड़गढ़ जिला स्थित जिला जेल के अलावा तीन उपकारागृह से कुल 41 विचाराधीन बंदी रिहा करने का निर्णय हुआ था. इस निर्णय की पालना में यह सभी बंदी रिहा कर दिए हैं. वहीं ओपन जेल से भी 2 बंदियों को 28 दिन के पेरोल पर छोड़ा गया है.

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जानकारी के अनुसार जिला और सेशन न्यायाधीश हेमंत कुमार जैन की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें प्रशासन, पुलिस और न्याय विभाग के अधिकरियों के अलावा जेलर डूले सिंह भी उपस्थित थे. बैठक में जिला कारागृह सहित उपकारागृह निम्बाहेडा, बेगूं और कपासन में विचाराधीन बंदियों को जमानत पर रिहा करने पर विचार विमर्श किया गया.

जानकारी में सामने आया कि धारा 437 के अब तक कुल 54 आवेदन प्रस्तुत हुए, जिसमें से 34 प्रार्थना पत्र स्वीकार किए जाकर उन्हें रिहा किया गया है. वहीं जो 20 आवेदन खारिज हुए और 2 आवेदन अभी लंबित है. इन पर न्यायालय द्वारा विचार किया जाना है. 437 के खारिज हुए 19 आवेदनों की सक्षम न्यायालय में अपील की गई. जिनमें से 7 आवेदन स्वीकार किए जाकर अभियुक्तों को जमानत पर रिहा किया गया है.

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इस प्रकार कुल 41 बंदी को रिहा किया जा चुका है. उन्होनें बताया कि दण्डनायक श्रेणी के न्यायालयों के 7 वर्ष तक की सजा से दण्डनीय अपराधों में चिन्हित किए गए कुल 56 बंदी वर्तमान में विचाराधीन है, और 2 बंदी ऐसे है जो बीमार है. दो अभियुक्त ऐसे है जो धारा 436ए के तहत जमानत का लाभ प्राप्त किए जाने के पात्र है.

जेलर डुले सिंह ने बताया कि इस कारागृह में प्रवेश करने वाले सभी कर्मचारियों और बंदियों को सैनिटाइजर से छिड़काव के बाद ही कारागृह में प्रवेश दिया जाता है. इस कारागृह में कोरोना वायरस का संक्रमण और ओवर क्राउडिंग कम करने के लिए महानिदेषालय कारागार राजस्थान जयपुर के आदेश की पालना में 40 बंदियों का स्थानान्तरण जिला कारागृह प्रतापगढ किया गया है.

इस कारागृह में सभी बंदियो की स्क्रीनिंग की जा चुकी है और नई आमद बंदियों की स्क्रीनिंग किए जाने के उपरान्त ही अन्य बंदियों के साथ रखा जा रहा है. इस कारागृह में नई आमद वाले बंदियों को अन्य बंदियों से पृथक रखा जा रहा है. इस कारागृह में बंदियो के लिए पृथक से आइसोलेशन बैरिक है. इस कारागृह में प्रत्येक बंदी को मास्क उपलब्ध करवाए गए है और नए आमद बंदी को भी मास्क उपलब्ध करवाए जाते हैं.

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जिला जेल की प्रत्येक वार्ड/बैरिको में सैनिटाइजर और साबुन की व्यवस्था की गई है. बंदियों को बार-बार हाथ धोने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. इस कारागृह में प्रत्येक नई आमद बंदी को नई कम्बल उपलब्ध कराई जा रही है. इस कारागृह में जेल चिकित्साधिकारी और मेल नर्स द्वारा बंदियों की नियमित रूप से जांच की जा रही है. कारागृह में प्रत्येक सप्ताह में नगर परिषद के सहयोग से सोडियम हाइपोक्लोराईट का छिड़काव और फोगिंग करवाई जा रही है.

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