RPSC Paper leak: पेपर लीक करवा सरकार कांग्रेस कैडर को भर्ती करवाना चाहती है: पूनिया
Updated on: Jan 19, 2023, 7:34 PM IST

RPSC Paper leak: पेपर लीक करवा सरकार कांग्रेस कैडर को भर्ती करवाना चाहती है: पूनिया
Updated on: Jan 19, 2023, 7:34 PM IST
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का आरोप है कि पेपर लीक करवाकर राज्य सरकार पिछले दरवाजे से कांग्रेस कैडर को भर्ती करवाना चाह रही (Satish Poonia targets Gehlot govt on paper leak) है.
भीलवाड़ा. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने पेपर लीक मामले को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है. पूनिया ने कहा कि पेपर लीक करवार कर सरकार पिछले दरवाजे से कांग्रेस कैडर को भर्ती करवान चाह रही है. पूनिया पीएम मोदी के भीलवाड़ा दौरे को लेकर यहां पहुंचे.
पूनिया ने ईटीवी भारत से बातचीत में प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जब सरकार कमजोर होती है तभी पेपर लीक होता है. यानी वर्तमान में सरकार कमजोर है. वहीं पेपर लीक सहित अन्य मुद्दों को लेकर हम विधानसभा के बजट सत्र में सदन के में सरकार को घेरेंगे. मुझे विश्वास है कि इस बार सरकार को घुटनों के बल झुकना पड़ेगा. पेपर लीक को लेकर सचिन पायलट के सरकार विरोधी बयान पर पूनिया ने कहा कि 2 जिम्मेदार लोगों के बयान हैं, जो कांग्रेस के बड़े पिलर हैं. उनमें से एक तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व एक पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट हैं.
पढ़ें: जन आक्रोश सभा: शिक्षक भर्ती का पेपर लीक नहीं हुआ, बल्कि सरकार लीक हुई है: पूनिया
उन्होंने कहा कि पूर्व उप मुख्यमंत्री जागे थोड़ी देर से. तब तक सांप तो निकल गया और अब लाठी पीटने का काम किया. मुख्यमंत्री व पूर्व उपमुख्यमंत्री के बयानों में विरोधाभास सामने दिखता है. मुख्यमंत्री कहते हैं कि पेपर लीक मामले में राजनेता व अधिकारी शामिल नहीं हैं. दूसरी तरफ पूर्व उप मुख्यमंत्री कहते हैं कि पेपर लीक कैसे हुए. भाजपा, प्रदेश के बेरोजगार व आम जनता भी यही जानना चाह रही है कि पेपर लीक कैसे हुआ.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक के बाद एक 18 पेपर लीक होना सीधे-सीधे कांग्रेस सरकार की नियत पर सवाल खड़ा करती है. पेपर लीक मामले में मुझे ऐसा लगता है कि पिछले दरवाजे से कांग्रेस कैडर को भर्ती करने की कोशिश की है. पूनिया ने कहा कि राजीव गांधी स्टडी सर्कल से जुड़े हुए लोग हैं. जारोली ने भी साफ कहा कि राजनीतिक संरक्षण से पेपर लीक हुए हैं. पेपर लीक तभी होते हैं जब सरकार वीक होती है. चाहे मन से वीक हो चाहे शासन से. मुख्यमंत्री व पूर्व उप मुख्यमंत्री से राजस्थान का नौजवान सवाल पूछता है कि हकीकत क्या है.
काशी व उज्जैन में कॉरिडोर की तर्ज पर मालासेरी में भी कोरिडोर की घोषणा के सवाल पर पूनिया ने कहा कि मैं घोषणा के पक्ष में तो नहीं जाता, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की नीति व नीयत रही है कि पिछली भाजपा की सरकार में वसुंधरा राजे ने 50 से ज्यादा धार्मिक, सामाजिक और महत्वपूर्ण स्थानों पर पैनोरमा बनाए थे. प्रधानमंत्री जहां भी जाते हैं , वहां उनका आना भी अपने आप में एक संदेश होता है. कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान पर पूनिया ने कहा कि बेहतर होता कि वह पार्टी को जोड़ लेते. कांग्रेस ने राजस्थान की कमर जरूर तोड़ी है.
पढ़ें: किसान कर्जमाफी, महिला सुरक्षा, पेपर लीक जैसे मुद्दों पर सदन से सड़क तक गहलोत सरकार को घेरेगी बीजेपी
विधानसभा सत्र में सरकार को घेरने के सवाल पर पूनिया ने कहा कि विधानसभा सत्र में कुछ परंपरागत मुद्दे हैं जैसे किसान कर्जा माफी, अपराध, भ्रष्टाचार व बेरोजगार शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी के साथ ही राजस्थान में अराजकता और बुनियादी मुद्दों को लेकर भी हम सरकार को घेरेंगे. आज प्रदेश में बिजली के लिए लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. सरकार पहले भी सदन से भागती रही है. मुझे लगता है कि हम इस बार सरकार को घुटने टेकने पर मजबूर कर देंगे.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भीलवाड़ा जिले के आसींद कस्बे के पास स्थित मालासेरी गांव के पास भगवान देवनारायण की जन्म स्थली पर 28 जनवरी को प्रस्तावित दौरा है. इसे लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भीलवाड़ा पहुंचे. जहां भीलवाड़ा जिला भाजपा कार्यालय में अन्य जिलों के पदाधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे को लेकर बैठक ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
