जयपुर. राजधानी जयपुर में पिछले 20 दिनों से संविदा में लगे कोरोना स्वास्थ्य सहायक 31 मार्च को सेवा मुक्त किए जाने के निर्णय के विरोध में शहीद स्मारक पर धरना देकर बैठे हैं. इस दौरान धरना को समर्थन देने भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा और राजेंद्र राठौड़ समेत कई नेता पहुंचे तो वहीं आम आदमी पार्टी भी इस धरने को समर्थन दे रही है. लेकिन इसी बीच बुधवार को गहलोत सरकार का हिस्सा रह चुके और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी धरना दे रहे कोरोना स्वास्थ्य सहायकों को समर्थन देने उनके बीच पहुंच गए.
करीब आधा घंटा हरीश चौधरी धरना दे रहे सीएचए (Covid Health Assistant) के बीच ही बैठे रहे. इस दौरान कोविड सहायक लगातार नारेबाजी करते रहे. धरने को अपना समर्थन देने पहुंचे (Harish Choudhary Supported Covid Health Assistant Protest) हरीश चौधरी ने कहा कि जब कोरोना वैश्विक महामारी ने पूरे विश्व को अपनी जद में लिया तो राजस्थान में भी चिकित्सा क्षेत्र की जरूरतों को देखते हुए सरकार ने संविदा पर सीएचए को लगाया. अब इन्हें हटा दिया गया है, लेकिन व्यक्तिगत तौर पर हम मानते हैं कि इनकी मांग जायज है.
हरीश चौधरी ने कहा कि कोरोना स्वास्थ्य सहायकों की मांग को लेकर (Rajasthan Covid Health Assistant Demands) उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मुलाकात की है और अधिकारियों के भी वह संपर्क में हैं. हरीश चौधरी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि इन्हें न्याय मिलेगा, क्योंकि इनकी मांग सही है. हरीश चौधरी ने कहा कि इन्हें संघर्ष जरूर लंबा करना पड़ रहा है, लेकिन अंत में जीत इन्हीं की होगी. चौधरी ने कहा, क्योंकि फैसला लेने में कई विभागों को मिलकर काम करना होगा और जब संविदा पर लगाए हुए लोगों को परमानेंट किया जाता है तो उसमें कई कानूनी अड़चनें भी आती हैं. इस बार यह अड़चन नहीं आए, इसी सोच के साथ मुख्यमंत्री फैसला करना चाहते हैं और यही कारण है कि सीएचए की मांगें पूरा करने में समय लग रहा है. लेकिन फैसला इनके पक्ष में ही होगा.
यह है मामला : कोरोना महामारी के दौरान राज्य सरकार ने कोविड हेल्थ असिस्टेंट के तौर पर प्रदेश के हर विधानसभा में सौ से डेढ़ सौ कोरोना स्वास्थ्य सहायक लगाए थे, जिनकी संख्या पूरे प्रदेश में करीब 28,000 है. लेकिन कोरोना कम होने पर सरकार ने 31 मार्च को इन सभी कोविड हेल्थ असिस्टेंट को सेवा मुक्त कर दिया. इसलिए बेरोजगार कोविड हेल्थ असिस्टेंट (Covid Health Assistant Protest in Jaipur) पिछले 20 दिन से फिर से नौकरी की बहाली की मांग कर रहे हैं.