जयपुर. बढ़ती महंगाई और पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के विरोध में रविवार को शुरू हुए कांग्रेस के जन जागरण अभियान और पैदल मार्च पर भाजपा भड़क गई है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़ और वरिष्ठ भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस के अभियान पर कटाक्ष किया.
भाजपा नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री और कांग्रेस नौटंकी न करें बल्कि प्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर लग रहे सर्वाधिक वैट में कमी कर जनता को राहत दें. कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन अभियान को लेकर रविवार को पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पेट्रोल-डीजल पर केंद्र द्वारा एक्साइज ड्यूटी घटाने पर कम हुए राजस्थान के राजस्व से जुड़े ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा 'मतलब आप वैट कम नहीं करेंगे? पूनिया ने लिखा कान को किधर से ही पकड़ो, होना तो वही है.
अर्थशास्त्र के ज्ञान के बजाय व्यवहारिक पक्ष यही है कि राजस्थान की जनता वैट में कमी चाह रही है. आपको यू टर्न करना है, तो अभी कर लो. वहीं राठौड़ ने ट्वीट कर लिखा कि प्रदेश सरकार केवल अपनी जनविरोधी निर्णय और नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए इस प्रकार के आंदोलन और विरोध का ढोंग रच रही है. जबकि गहलोत सरकार ने प्रदेश को खुद महंगाई के दलदल में धकेला है.
राठौड़ ने लिखा राजस्थान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी सत्ताधारी सरकार के मुखिया से लेकर मंत्रियों और विधायकों को ही बार-बार पैदल मार्च निकालना पड़ा हो. राठौड़ ने कहा राज्य सरकार खुद पेट्रोल-डीजल पर वैट में कमी नहीं कर रही और प्रदेश में महंगी बिजली दरों को कम करने का साहस नहीं जुटा पा रही. फिर भी महंगाई को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ सड़कों पर पैदल मार्च का नाटक कर रही है. उन्होंने ने इस दौरान यह भी कहा कि देश में सर्वाधिक वैट राजस्थान में लग रहा है.
गहलोत सरकार को जनता नहीं, राजस्व से मतलब- देवनानी
भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने भी महंगाई के खिलाफ शुरू किए गए कांग्रेस के जन जागरण अभियान पर निशाना साधा है. देवनानी ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार को जनता की राहत से नहीं बल्कि अपने राजस्व से मतलब है. यही कारण है कि लगातार महंगाई से जूझ रहे प्रदेश की जनता को राहत देने के लिए कांग्रेस सरकार ने अब तक पेट्रोल और डीजल पर वैट की दरों में कोई कमी नहीं की जबकि केंद्र की मोदी सरकार ने आम जनता को राहत देने के लिए पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम कर दी. इसका अनुसरण देश के करीब 25 राज्यों ने करते हुए अपने यहां वैट की दरों में कमी की. देवनानी ने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार ने कोरोना जैसी विपदा के समय भी प्रदेश की जनता को केवल लूटने का ही काम किया जो अब तक जारी है.